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    Bihar News: कितने टीचरों ने बनाई फर्जी हाजिरी? शिक्षा विभाग ने 52 का नाम बताया

    मई में अबतक 52 शिक्षक ऐसे मिले हैं जिनकी उपस्थिति ई-शिक्षाकोष एप पर फर्जी पाई गई है। मामला चेनारी करगहर रोहतास व नौहट्टा प्रखंड में पाया गया है। शिक्षा विभाग ने फर्जी हाजिरी बनाने वाले सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। बहुत से ऐसे शिक्षक हैं वेतन प्राप्त करने के लिए गलत तरीके से एप पर उपस्थिति बनाने का कार्य कर रहे हैं।

    By dhanjay kumar Edited By: Akshay Pandey Updated: Thu, 22 May 2025 05:10 PM (IST)
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    टीचरों के एप पर फर्जी अटेंडेंस के मामले थम नहीं रहे। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, सासाराम, रोहतास। लाख कोशिश के बावजूद शिक्षा विभाग में फर्जी हाजिरी बनाने का धंधा अब भी बदस्तूर जारी है। आनलाइन उपस्थिति व्यवस्था भी इस पर पूरी तरह से रोक नहीं लगा सकी है। मई में अबतक 52 शिक्षक ऐसे मिले हैं, जिनकी उपस्थिति ई-शिक्षाकोष एप पर फर्जी पाई गई है।

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    चेनारी, करगहर, रोहतास व नौहट्टा प्रखंड का मामला

    एप पर फर्जी उपस्थिति बनाने का मामला चेनारी, करगहर, रोहतास व नौहट्टा प्रखंड में पाया गया है। इसे गंभीरता से लेते हुए शिक्षा विभाग ने फर्जी हाजिरी बनाने वाले सभी शिक्षकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। साथ ही फर्जी उपस्थिति बनाने वाले शिक्षकों तथा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक वेतन स्थगित कर दिया गया है। 

    सेवा समाप्ति की होगी कार्रवाई 

    डीईओ मदन राय ने बताया कि शिक्षकों की नियमित उपस्थिति व शैक्षणिक कार्य में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से गत वर्ष से ही विभाग ने शिक्षकों की उपस्थिति ई-शिक्षाकोष एप पर अनिवार्य कर दी है। इसी के आधार पर शिक्षकों को वेतन भुगतान करने का भी निर्देश प्राप्त हैं। लेकिन बहुत से ऐसे शिक्षक हैं वेतन प्राप्त करने के लिए गलत तरीके से एप पर उपस्थिति बनाने का कार्य कर रहे हैं, जो विभागीय निर्देश का उल्लंघन व कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही व स्वेच्छाचारिता का परिचायक है।

    मई में अबतक 22 शिक्षकों को चिन्हित किया गया

    मई में अबतक 22 शिक्षकों को चिन्हित किया गया है, जो एप फर्जी तरीके से हाजिरी बनाए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए संबंधित शिक्षकों से दो दिन के अंदर जवाब मांगा गया है कि क्यों न इस कृत्य के लिए आपकी सेवा समाप्ति की अग्रतर कार्रवाई की जाए। साथ ही फर्जी हाजिरी बनाने वाले शिक्षकों तथा संबंधित विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक वेतन स्थगित कर दी गई है।

    इन शिक्षकों ने बनाई फर्जी हाजिरी 

    ई-शिक्षाकोष एप पर जिन शिक्षकों ने फर्जी हाजिरी बनाई है, उनमें चेनारी, करगहर, नौहट्टा व रोहतास प्रखंड के शामिल हैं। करगहर प्रखंड के उमावि विशोडिहरी के अमित कुमार, कमल कुमार सिंह, ऋषिकेश कुमार सिंह, संतोष कुमार, सुनीता कुमारी, विनय कुमार, मो. अमान, उच्च विद्यालय खरारी की खुशबू ओझा, कुमारी पम्मी सिंह, मनोज कुमार, मंसुर आलम, प्रतिमा कौर व संतोष सिंह, नौहट्टा प्रखंड के स्मारक उच्च विद्यालय पिपराडीह के आदिब कमरान, अंकित कुमार पांडेय, विनोद मिंज, पंकज कुमार शर्मा, प्रभाकर चौबे, प्रियंका कुमारी।

    इसी तरह विकास कुमार, मवि पिपराडीह के दिनेश कुमार सिंह, लाल बिहारी उरांव, संजय कुमार, शिवपूजन उरांव, उमवि लडु़ई के विंध्याचल उरांव, जलालुद्दीन एजाज, मो. जमशेद अंसारी, नीतिका श्रीवास्तव, पंकज कुमार यादव, सुमन सिक्रिवाल, मवि लोहरा की कृति पटेल, सुमन, सुनील कुमार शर्मा, मवि कोरसा के रविशंकर भारती, सलील यादव, उमावि कोरसा के दारोगा प्रसाद, चेनारी प्रखंड के उमवि लोहरा के अजय कुमार शर्मा।

    उमवि बकनौरा के अजीत कुमार मिश्र, प्रावि चोरही के मो. शकील अंसारी व प्रावि केनार खुर्द के उपेंद्र कुमार यादव, रोहतास प्रखंड के प्रावि कंचनपुर की कुसुम कुमारी, प्रावि कछुअर की सौम्या कुमारी, पप्पु कुमार सिंह, मो. शहनवाज आलम, उमवि कछुअर के महेंद्र प्रसाद, निशा कमल, प्रावि भवनवा के पवन कुमार व रिजवान अहमद प्रमुख रूप से शामिल हैं।