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    रोहतास में चिलबिली गांव का नाव होगा किनारा, नया पुल बनेगा सहारा

    मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत प्रखंड के दो पुलों का निर्माण किया जाना है। ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल सासाराम द्वारा कराए जाने वाले दोनों पुल मिलाकर 162.160 मीटर लंबाई है। अधिकारियों की मानें तो जहां निर्माण किया जाना है वहां कुदरा नदी पार करने में लोग नाव या ट्रक के ट्यूब का सहारा लेते थे।

    By Surendar tiwari Edited By: Radha Krishna Updated: Mon, 25 Aug 2025 12:34 PM (IST)
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    चिलबिली गांव का नाव होगा किनारा, नया पुल बनेगा सहारा

    सुरेन्द्र तिवारी, करगहर, रोहतास। रोहतास जिले के करगहर प्रखंड अंतर्गत चिलबिली गांव के लोगों के दिन अब बहुरने वाले हैं। लंबे समय से कुदरा नदी पर पुल बनाने की मांग अब पूरी होने वाली है। दो जिलों को जोड़ने वाला यह पुल कई गांव के लिए लाभकारी साबित होगा। चिलबिली गांव के लोगों का मुख्य बाजार कुदरा है। जहां से कई छोटे-छोटे व्यवसाय भी किए जाते हैं। मुख्य रूप से यहां के लोग दूध दही का व्यापार करते हैं।

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    मुख्यमंत्री ग्रामीण सेतु योजना के तहत प्रखंड के दो पुलों का निर्माण किया जाना है। ग्रामीण कार्य विभाग प्रमंडल सासाराम द्वारा कराए जाने वाले दोनों पुल मिलाकर 162.160 मीटर लंबाई है। अधिकारियों की मानें तो जहां निर्माण किया जाना है वहां कुदरा नदी पार करने में लोग नाव या ट्रक के ट्यूब का सहारा लेते थे।

    पुल के अभाव में यह है समस्या

    चिलबिली निवासी बहादुर सिंह, मथुरा सिंह, धनजी यादव, जुगुल किशोर यादव, श्रीराम यादव, अनिल सिंह यादव ने बताया कि पुल नहीं रहने से भारी समस्या उत्पन्न हो रही है। छोटे-छोटे व्यवसाय एवं खेती करने के लिए लोगों को खतरा मोल लेकर नाव या ट्रक के ट्यूब के सहारे नदी पार करना पड़ता है। नदी के उसे पर कैमूर जिला पड़ता है जबकि चिलबिली गांव रोहतास जिला में पड़ता है।

    अधिकांश खेती कैमूर जिला में होती है। फलस्वरुप पुल के अभाव में खेती करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि पुल बन जाने पर कैमूर जिला जाने में बहुत ही आसान हो जाएगा। वाहन से रीवां, मांती, डिहरा, गोलउडिहरा होते हुए लगभग 10 किलोमीटर की दूरी तय कर कुदरा पहुंचते हैं। दूसरी ओर रीवां- खुर्माबाद पथ में भी नारा में पुल टूट जाने से आवागमन काफी प्रभावित हो गया है। उधर से भी खेती करने में काफी परेशानी होती थी तथा टूटे पुल में कई मवेशी भी मर चुके हैं।

    पुल की लम्बाई और खर्च होने वाली राशि

    चिलबिली एवं हरदासपुर गांव के बीच कुदरा नदी पर बनने वाले पुल की लंबाई 75.520 मीटर की होगी। जिस पर 703. 4514 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान है। वही रीवां- खुर्माबाद पथ में बनने वाले पुल की लंबाई 86. 640 मीटर का होगा। जिस पर 398.237 लाख रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया है। इन दोनों पुलों का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऑनलाइन 17 जुलाई को शिलान्यास किया था। दोनों पुल के मुख्यमंत्री द्वारा शिलान्यास होने के बाद ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

    पुल बनने का बाद इन गांवों को होगा लाभ

    दोनों पुल बन जाने के बाद चिलबिली, रीवां, बाऊर, बहेरी, तोरनी सहित कई गांव के लोगों को लाभ मिलेगा।