बिना लाइसेंस बाइक चला रहे किशोर, बढ़ रहे हादसे
शहर में प्रतिदिन हो रहे सड़क हादसों से प्रशासन सबक नहीं ले रहा है। सड़कों पर अनियंत्रित वाहनों का आवागमन आम लोगों के लिए चिता का विषय बना हुआ है। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग और धूम्रपान भी कर रहे हैं जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।

डेहरी आनसोन (रोहतास): शहर में प्रतिदिन हो रहे सड़क हादसों से प्रशासन सबक नहीं ले रहा है। सड़कों पर अनियंत्रित वाहनों का आवागमन आम लोगों के लिए चिता का विषय बना हुआ है। वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग और धूम्रपान भी कर रहे हैं, जिससे दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। आए दिन नाबालिग बच्चे-बच्चियों को उनके माता-पिता बाइक या स्कूटी पकड़ा दे रहे हैं और वे बच्चे अपने साथ दूसरों के लिए भी काल बनकर सड़कों पर घूमते रहते हैं। ये किशोर दोपहिया ही नहीं चारपहिया वाहन चलाते भी आसानी से दिख जाते हैं।
अतिक्रमण के शिकार हैं फुटपाथ
व्यवसाय को लेकर अतिक्रमण कर लिया गया है। इस कारण भी सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी हो रही है। सड़क किनारे स्थित फुटपाथ साफ-सुथरी व उपयोग लायक रहे तो दुर्घटना पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है, लेकिन इस ओर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है।
जन जागरूकता की जरूरत
जन जागरूकता की कमी के चलते भी सड़क दुर्घटना की संख्या बढ़ रही है। अगर शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान और अन्य सार्वजनिक जगहों पर सड़क दुर्घटना से बचने के उपायों पर परिचर्चा का आयोजन किया जाए, तो काफी हद तक काबू पाया जा सकता है।
आधुनिक तकनीक का उपयोग
आधुनिक तत्वों के उपयोग से सड़क दुर्घटना पर काबू पाया जा सकता है। इसके लिए सड़कों के किनारे सीसीटीवी और स्पीड चेकर लगाए जाने चाहिए, जिसके सहारे निर्धारित समय से अधिक गति से वाहन चलाने वाले को पकड़ा जा सके। इसके अलावा जो वाहन चालक अपने निर्धारित लेन का दुरुपयोग या ओवरटेक करते हैं, उन्हें भी आसानी से पकड़ा जा सकता है।
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