रोहतास में 11 किमी सड़क का इंतजार; यूपी ने बना लिया अपना हिस्सा, बिहार में अभी तक खामोशी
रोहतास में 11 किलोमीटर सड़क का निर्माण कार्य अभी तक अधूरा है, जबकि उत्तर प्रदेश ने अपने क्षेत्र में सड़क बना ली है। बिहार में धीमी गति से काम होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। स्थानीय लोग सरकार से जल्द सड़क बनाने की मांग कर रहे हैं ताकि आवागमन सुगम हो सके।
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प्रेम कुमार पाठक, डेहरी आनसोन (रोहतास)। यदुनाथपुर से बेलदुरिया, जारादाग होते हुए उत्तरप्रदेश की सीमा तक 11 किमी सड़क अभी तक नहीं बन पाई है, जबकि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अपने क्षेत्र के साथ रोहतास जिले में भी आधा किलोमीटर सड़क बना दिया गया है।
इस सड़क से सटे आधा दर्जन गांवों, यदुनाथपुर, सूअरमनवा, नेवरिया, सख्वा, बेलदरिया, जारादाग आदि गांवों के लोग को आज भी प्रखंड मुख्यालय नौहट्टा और यदुनाथपुर थाना आने के लिए आठ किलोमीटर पैदल आना पड़ता है, जबकि 30 वर्ष पूर्व डेहरी से उत्तर प्रदेश होते हुए सोनभद्र जिला तक सड़क पर गाड़ियां जाती थीं। नौहट्टा प्रखंड के लोगों का उत्तर प्रदेश के गांवों से बेटी-रोटी का संबंध है।
वाराणसी, मिर्जापुर, राबर्ट्सगंज तक जाने के लिए लोग इसी सड़क का उपयोग करते हैं। इस सड़क से इन शहरों तक जाने के लिए डेहरी होते हुए आने-जाने में 250 किलोमीटर पड़ता है, जबकि सोनभद्र होते हुए वाराणसी जाने में नौहट्टा से महज 150 किलोमीटर पड़ेगा। सड़क बन जाए, तो 100 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी। साथ ही सोनभद्र के गांवों और शहरों तक अपने रिश्तेदारों के आने-जाने में सुविधा होगी।
तत्कालीन सांसद-विधायक ने की थी मांग
23 दिसंबर 2015 को जहानाबाद के तत्कालीन सांसद व स्थानीय विधायक ने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री को उत्तर प्रदेश के एसएच 105 होते हुए एनएच 75 में मिलाकर मुम्बई तक सड़क निर्माण कराए जाने का आवेदन दिया था।
इसमें जिक्र था कि इस सड़क निर्माण से मुम्बई की दूरी 700 किमी कम हो जाएगी तथा एनएच दो सी का बोझ भी कम होगा। छत्तीसगढ़-मध्यप्रदेश जाने में भी दूरियां कम होंगी और आमजन को सहूलियत होगी।
इस सड़क के जर्जर होने के कारण पंचायतवासियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। लोगों को उत्तर प्रदेश के गांवों में अपने रिश्तेदारों के यहां आने-जाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। - भोला चेरो, मुखिया, यदुनाथपुर पंचायत
इस सड़क के बन जाने से आम लोगों को काफी सहूलियत होगी। उत्तर प्रदेश में नौहट्टा प्रखंड के लोगों का बेटी-रोटी का संबंध है। 11 किलोमीटर सड़क काफी जर्जर है, जिसे बनाने की आवश्यकता है। - अरुण चौबे, मुखिया, तियरा खुर्द पंचायत
2011 में इस सड़क एनएच 119 की रोहतास से यदुनाथपुर तक मरम्मत हुई थी, किंतु उस समय भी 11 किलोमीटर उत्तर प्रदेश की सीमा तक जर्जर ही रही। सड़क के अभाव में आधा दर्जन गांव के लोगों को आज भी पैदल पांच से आठ किलोमीटर चलना पड़ता है। - राजेश्वर प्रसाद, पूर्व प्रखंड प्रमुख
इस सड़क के बन जाने से सुदूर गांव के लोगों को काफी सहूलियत होगी। इसे बनाने के लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को सूचना दी गई, लेकिन अभी तक स्थिति यथावत है। - रामनाथ सिंह, ग्रामीण
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