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    Rohtas News: रोहतास में स्वागत बोर्ड पर लिखवाया 'अकबर की धरती' का नगर, जमकर हुआ बवाल; फिर मौके पर पहुंची पुलिस

    Updated: Wed, 11 Sep 2024 04:04 PM (IST)

    Rohtas News मुगल सल्तनत की समाप्ति के बाद भी लोग मानसिकता से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। सरकारी दस्तावेजों में दर्ज नाम को बदल विवाद को जन्म दे देते हैं। रोहतास नगर पंचायत के स्वागत बोर्ड में रोहतास को राजा अकबर का नगर बना नया विवाद खड़ा कर दिया गया। पुलिस प्रशासन की सतर्कता के बाद बोर्ड से नाम हटवा विवाद को शांत किया गया।

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    नगर पंचायत रोहतास स्वागत गेट पर लिखा गया राजा अकबर की भूमि (जागरण)

    संवाद सूत्र, रोहतास। Rohtas News: मुगल सल्तनत की समाप्ति के बाद भी लोग मानसिकता से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। सरकारी दस्तावेजों में दर्ज नाम को बदल विवाद को जन्म दे देते हैं। रोहतास नगर पंचायत के स्वागत बोर्ड में रोहतास को राजा अकबर का नगर बना नया विवाद खड़ा कर दिया गया। पुलिस प्रशासन की सतर्कता के बाद बोर्ड से नाम हटवा विवाद को शांत किया गया।

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    राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 119 पर रोहतास नगर पंचायत की सीमा में प्रवेश करने वालों के स्वागत के लिए दोनों तरफ गेट लगाया गया है। स्वागत गेट पर लिखा है कि राजा रोहितेश्वर व राजा अकबर की धरती पर स्वागत है। बोर्ड पर कुछ झंडे भी लगाए गए थे।

    जिसके बाद कई पार्षदों ने मुख्य पार्षद सुम्बुल आरा व उप मुख्य पार्षद नसीमा खातुन से विरोध दर्ज करा नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को इस मुगलिया मानसिकता से बाहर निकलने के लिए कार्रवाई की मांग की। एसडीएम, डीएम, एसपी से लेकर थानाध्यक्ष व डीएसपी तक से हस्तक्षेप के लिए कहा। मामला बढ़ते देख मंगलवार की शांति समिति की बैठक बुलाई गई।

    हस्तक्षेप के बाद नगर निकाय प्रशासन ने बोर्ड से दोनों नाम को मिटवाकर वहां लगे झंडे आदि भी उतरवा दिया। लोगों का कहना है कि यह राजा रोहितेश्वर की धरती है। इसी के नाम पर इस जगह का नामकरण रोहतास हुआ। मुगलकाल में नाम को बदलने का काम अकबर के शासन में किया गया।

    इस जगह पर अकबर के आने का इतिहास ही नहीं है। ऐसे में इस तरह का स्लोगन लिखवा कर नगर पंचायत यहां के समृद्ध इतिहास के साथ छेड़छाड़ कर रहा है। ऐसे में बोर्ड लिखवाने वाले नगर पंचायत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।

    नगर पंचायत रोहतास के अजय कांत रोहित ने कहा कि बोर्ड पर लिखे हुए अकबर की धरती का जिक्र इतिहास में कहीं भी अंकित नहीं है। राजा रोहित के पावन धरती को अकबर की धरती से जोड़ने वाले मुगलिया मानसिकता से बाहर निकलें। वार्ड नंबर 12 के वार्ड पार्षद आकिब जावेद का कहना है कि किसी भी सरकारी स्वागत गेट पर धार्मिक झंडा या बैनर लगाना पूरी तरह गलत है।

    ऐसे लोगों को चिन्हित कर के उनपर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी कृष्ण स्वरूप ने शांति समिति की बैठक बुलाई।जिसमें थानाध्यक्ष निकुंज भूषण प्रसाद, बीडीओ बबलू कुमार, सीओ सुशी कुमारी भी शामिल हुई। नगर पंचायत की जनता से शांति बनाने की अपील की गई। बैठक में तत्काल आपत्तिजनक शब्द हटाने के लिए निर्देश दिया गया।

    आनन फानन में राजा रोहितेश्वर व राजा अकबर की भूमि शब्द को हटाया गया। हालांकि लोगों ने राजा रोहितेश्वर शब्द हटाने पर कड़ी नाराजगी जताई। कहा कि इतिहास साक्षी है कि यह राजा रोहितेश्वर की नगरी है। रोहतासगढ़ किला उन्हीं के नाम पर है। इस जिले का नामकरण रोहितेश्वर के नाम पर हुआ है।

    ईओ ने बताया कि हमें मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद द्वारा निर्देशित किया गया था, जिसके कारण बोर्ड पर राजा अकबर की भूमि लिखी गई। बैठक में मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद अनुपस्थित रहीं। किसी तरह का बयान देने से भी परहेज बरतीं। वहीं एक जगह बोर्ड पर मुख्य पार्षद व उप मुख्य पार्षद के नाम के पास शरारती तत्वों ने आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया। जिसकी निंदा की गई।