Rohtas News: नीतीश सरकार ने रोहतास को दी सौगात, 66.89 करोड़ की लागत से यहां बनेगी शानदार सड़क
मुख्यमंत्री नीतीश ने रोहतास गढ़ किला और रोहितेश्वर धाम मंदिर तक सड़क निर्माण का शिलान्यास किया है। 66 करोड़ 89 लाख रुपए की लागत से 15.5 किलोमीटर लंबी सड़क बनेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और कई गांवों को फायदा होगा। वन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र का इंतजार है जिसके बाद निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। ग्रामीणों को अब शिक्षा और चिकित्सा जैसी सुविधाओं तक पहुंचने में आसानी होगी।

प्रेम कुमार पाठक, डेहरी आनसोन (रोहतास)। पर्यटन के रूप में उपेक्षित और सुदूर पहाड़ी पर बसे रोहतास गढ़ किला और रोहितेश्वर धाम मंदिर तक पहुंचना अब आसान हो जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 15.5 किलोमीटर रेहल से रोहितेश्वर धाम मंदिर तक सड़क निर्माण को लेकर शिलान्यास कर दिया है, जो 3.75 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण कार्य जल्द प्रारंभ होगा।
इस पर 66 करोड़ 89 लाख रुपए की लागत से निर्माण को लेकर पथ निर्माण विभाग प्रमंडल डेहरी द्वारा निविदा कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मेसर्स निरंजन शर्मा को निविदा मिली है। इस सड़क के निर्माण में वन विभाग द्वारा आने वाली बाधा को लेकर वन विभाग और पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा संयुक्त सर्वे कार्य पूर्ण कर अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए राज्य मुख्यालय भेज दिया गया है, ताकि वन विभाग से तत्काल अनापत्ति प्रमाण पत्र भी उपलब्ध हो जाए।
सड़क निर्माण हो जाने से पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही। साथ ही साथ इस सड़क के आस-पास बसे नागाटोली, ब्रह्मदेवता, बभन तालाब, रानीबाग, भूलना समेत आधा दर्जन गांवों तक जाने के रास्ते सुगम हो जाएंगे। इन गांवों के लोग आज भी 1580 फीट ऊंचाई से घाटी वाले रास्ते से पैदल आते जाते हैं।
कई बार तो मरीजों को डोली खटोली में रोहतास प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तक ले जाने की नौबत आ जाती है। सड़क के अभाव में रोहतास गढ़ किला और अति प्राचीन रोहितेश्वर धाम मंदिर तक जाने में पर्यटकों के साथ ग्रामीणों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
क्या कहते हैं ग्रामीण व जन प्रतिनिधि?
पूर्व मुखिया रोहतास गढ़ व बभन तालाब गांव निवासी कृष्णा सिंह यादव, राम लाल उरांव कहते हैं कि सड़क के अभाव में शिक्षा, चिकित्सा समेत सभी बुनियादी कार्य प्रभावित होते हैं। पहाड़ी पर बसे इन गांवों के लोगों की जिंदगी बोझ सी हो जाती है। इसके लिए जिला प्रशासन प्रशंसा का पात्र है।
पंचायत समिति सदस्य मदन उरांव कहते हैं कि यातायात के अभाव में जीवन बड़ा दुष्कर हो जाता है। बच्चों की पढ़ाई के साथ रोगियों को इलाज के लिए आने जाने में बड़ी संकट होती है। पैदल पहाड़ी से उतरकर आना-जाना पड़ता है। सड़क निर्माण होने से आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक हर प्रकार का विकास होगा।
क्या कहते हैं अधिकारी?
वन क्षेत्र पदाधिकारी रोहतास चौहान शशि भूषण कुमार कहते हैं कि वरीय अधिकारियों के निर्देश पर सड़क निर्माण में आने वाली वन भूमि और पौधों को चिन्हित कर वरीय अधिकारियों को अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए भेजा गया है।
पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता प्रभाकर कुमार कहते हैं कि सड़क निर्माण को लेकर निविदा कार्य पूर्ण कर लिया गया है। अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त होते ही कार्य प्राथमिकता के आधार पर प्रारंभ किया जाएगा। 3.75 मीटर चौड़ी सड़क का निर्माण किया जाना है।
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