रोहतास में खाद की कालाबाजारी पर प्रशासन की नकेल, 8 दुकानदारों का लाइसेंस रद
रोहतास जिला प्रशासन ने खाद की कालाबाजारी पर रोक लगाते हुए जिले में पर्याप्त उर्वरक उपलब्धता की घोषणा की है। कृषि विभाग के अनुसार किसानों को निर्धारित मूल्य पर खाद मिलेगी। कालाबाजारी की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। कई उर्वरक विक्रेताओं पर कार्रवाई की गई है और किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुसार पोषक तत्व उपयोग करने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, सासाराम रोहतास। जिला प्रशासन ने जिले में खाद की कालाबाजारी व कमी की खबर पर विराम लगाते हुए पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध होने की बात कही है। जिला कृषि पदाधिकारी प्रभाकर कुमार ने कहा कि जिले में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध है। इसमें किसानों को कोई घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें निर्धारित दाम पर खाद उपलब्ध कराने को जिला प्रशासन व विभाग प्रतिबद्ध है।
अगर जहां भी कालाबाजारी या अधिक दाम में खाद बेचने की जानकारी मिले तो उसकी तत्काल सूचना दें, उस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। आठ खुदरा उर्वरक विक्रेताओं का अनुज्ञप्ति अभी तक रद्द की जा चुकी है। तीन निलंबित एवं पांच से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
डीएओ ने कहा है कि पौधे के वृद्धि के लिए एनपीके के साथ-साथ कैल्शियम, मैग्नीशियम, सल्फर, आयरन, मैगनिसया, बोरिक, जिंक, कॉपर, माॅलिब्डेनम एवं क्लोरीन की आवश्यकता नितांत है।
किसानों से अनुरोध है कि मिट्टी की उत्पादकता बनाए रखने के लिए मृदा स्वास्थ्य कार्ड के अनुरूप सूक्ष्म पोषक तत्व भी डालना सुनिश्चित करें। खरीफ वर्ष 2025 में यूरिया 60400 एमटी, डीएपी 21150, एमओपी 4800, एनपीके 10900 एसएसपी 4400 की आवश्यकता है।
अभी तक यूरिया 50779.255, डीएपी 13887.80, एमओपी 2364.400, एनपीके 18865.900, एसएसपी 19654.12 प्राप्त हो गया है। यूरिया 47122.310, डीएपी 9492.325, एमओपी 1248.955, एनपीके 14967.730, एसएसपी 9647.350 एमटी वितरण हो गया है।
18 सितंबर तक यूरिया 3656.945, डीएपी 4395.475, एमओपी 1115.445, एनपीके 3898.170, एसएसपी 10006770 मैट्रिक टन उर्वरक शेष बचा था, जिसकी बिक्री निर्धारित मूल्य पर खुदरा उर्वरक विक्रेता द्वारा बिक्री की जा रही है।
कहा कि मिट्टी की उत्पादकता बनाए रखने के लिए अन्य उत्पाद जैसे की सल्फर जाईम, नैनो यूरिया, जिंक एवं अन्य जरूरी सूक्ष्म पोषक तत्व भी उपलब्ध कराया जा रहा है। विभिन्न जांच दलों द्वारा ऑनलाइन एवं ऑफलाइन खुदरा एवं थोक उर्वरक प्रतिष्ठानों पर लगातार छापेमारी की जा रही है।
छापेमारी में किसी भी उर्वरक विक्रेताओं द्वारा अनियमितता पाई जाती है या कहीं से अधिक मूल्य पर अगर यूरिया उर्वरक की बिक्री की शिकायत प्राप्त होती है, तो उर्वरक जीरो टॉलरेंस नीति तथा उर्वरक नियंत्रण आदेश के तहत कार्रवाई की जा रही है।
जिले में अभी तक 328 प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की जा चुकी है, जिसमें आठ खुदरा उर्वरक विक्रेताओं का अनुज्ञप्ति अभी तक रद्द की जा चुकी है। तीन निलंबित एवं पांच से स्पष्टीकरण की मांग की गई है।
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