Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Prashant Kishor: प्रशांत किशोर ने पढ़ी दिनकर की कविता, बोले- बिहार में लालू-नीतीश और मोदी नहीं...

    Updated: Thu, 10 Jul 2025 06:31 PM (IST)

    जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि उनका सपना है बिहार को विकसित बनाना ताकि लोग यहां रोजगार के लिए आएं। बिक्रमगंज में एक जनसभा में उन्होंने बच्चों की शिक्षा और रोजगार के लिए वोट करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि बिहार में भ्रष्टाचार व्याप्त है और लोगों को जाति धर्म के नाम पर वोट नहीं देना चाहिए।

    Hero Image
    प्रशांत किशोर ने पढ़ी दिनकर की कविता

    संवाद सहयोगी, बिक्रमगंज (रोहतास)। मैं नेता या मुख्यमंत्री बनने नहीं आया हूं। मेरा सपना है कि एक दिन बिहार इतना विकसित हो कि हरियाणा, पंजाब और अन्य राज्यों से लोग यहां रोजी-रोजगार करने बिहार में आएं। ये बात जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिक्रमगंज के डुमरांव रोड स्थित काली स्थान के पास आयोजित एक जनसभा में कही।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उन्होंने यहां हिंदी और भोजपुरी में भाषण दिया। प्रशांत किशोर ने भीड़ की ओर मुखातिब होकर पूछा कि सभी बच्चों के लिए पढ़ाई रोजगार की व्यवस्था होनी चाहिए कि नहीं होनी चाहिए, भीड़ से आवाज आई होनी चाहिए। उन्होंने पूछा आप में से किसी ने अभी तक से कभी अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए वोट दिया है। लोग चुप रह गए।

    कहा कि इस सवाल का जवाब आप क्यों नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसकी बिल्कुल गारंटी है। आप इसके लिए वोट करेंगे तो सभी बच्चों की पढ़ाई की व्यवस्था होगी। विकास के लिए वोट करेंगे तो विकास होगी। बहुत सारे लोगों ने 5 किलो अनाज के लालच में वोट दिए और 5 किलो की जगह 4 किलो अनाज मिल रहा है। आप ने वोट दिया हिंदू मुसलमान बन कर, जाति के नाम पर, सिलेंडर के लालच में तो विकास कैसे होगा। सिलेंडर का दाम 1 हजार रुपया हो गया।

    प्रशांत किशोर ने प्रधानमंत्री मोदी पर हमला करते हुए कहा कि पूरे देश का पैसा ले जाकर गुजरात में विकास कर रहे हैं और बिहार के लोग जाकर के गुजरात में नौकरी मजदूरी कर रहे हैं। यही बताने आए हैं कि वोट अपने बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के लिए दीजिए। वोट दीजिएगा जाति के नाम पर, राशन के नाम पर, सिलेंडर के नाम पर, मंदिर के नाम पर तो बच्चों को पढ़ाई कहां से होगा, इसलिए यहां पर पढ़ाई और रोजगार नहीं मिल रहा है। बच्चों की चिंता नहीं करोगे तो आपके बच्चों के लिए कोई नेता चिंता नहीं करेगा।

    उन्होंने आगे कहा कि बिहार में आधा से अधिक बच्चों के शरीर पर ठीक से कपड़ा नहीं है और पैर में हवाई चप्पल तक नहीं है, खाने के लिए भरपेट भोजन नहीं है। आपके बच्चे को पढ़ने के लिए विद्यालय नहीं है। यहां 30 वर्ष लालू जी और नीतीश जी ने शासन किया और 40 वर्ष कांग्रेस ने।

    लालू जी ने किया अपने बच्चों की चिंता

    प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू जी ने अपने बच्चों की चिंता किया। लालू जी का लड़का 9 वीं पास नहीं किया, लेकिन उनको चिंता है कि हमारा बेटा बिहार का राजा बने। कहा कि हम लालू जी की शिकायत नहीं, तारीफ कर रहे हैं। लेकिन आपलोग अपने बेटे के लिए नहीं जाति और धर्म के आधार पर वोट करते हैं।

    मोदी पर भी साधा निशाना

    प्रशांत किशोर ने कहा कि मोदी जी गुजरात का विकास कर रहे हैं। वहां कारखाना लगा रहे हैं और आपके बच्चे वहां जाकर काम कर रहे हैं। यहां के लोगों को पता है कि मोदी का सीना 56 इंच का है लेकिन आपके बेटे का सीना गरीबी भूख और बेरोजगारी के कारण 15 इंच का हो गया है यह आपको पता नहीं है।

    10 प्रशांत किशोर भी आ जाएंगे तो बिहार नहीं सुधरेगा

    प्रशांत किशोर ने कहा कि 10 प्रशांत किशोर आ जाएंगे तब भी बिहार नहीं सुधरेगा। जब तक से आप नहीं सुधरिएगा, यही बात बताने के लिए आए हैं। कहा कि इस बार जिसको मन है उसको वोट दीजिए, लेकिन इतना ख्याल रखिए जिन नेताओं ने बिहार को लूटा है, आपके बच्चों को रोजगार नहीं दिया है, पढ़ाई छीना है, उसको वोट नहीं देना है। संकल्प लीजिए कि जिन नेताओं ने बिहार को लूटा है उसको वोट देना है कि नहीं देना है, हिंदू मुसलमान जो करेगा उसको वोट देना है कि नहीं देना, 2 हजार रुपये देगा तो वोट वोट देना है कि नहीं देना है।

    भ्रष्टाचार पर भी उठाए सवाल

    प्रशांत किशोर ने बिहार में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी हमला बोला। उन्होंने पूछा कि राशन कार्ड बनाने में घूस लिया है कि नहीं लिया है, जाति प्रमाण पत्र, दाखिल खारिज करने में पैसा लगता है कि नहीं, बिजली का बिल गलत आ रहा है कि नहीं आ रहा है, 100 के शराब 300 रुपये में बिक रहा है कि नहीं।

    वोट के लिए पैसा दे तो ले लीजिए

    प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई वोट के लिए पैसा दे तो पैसा ले लेना है। वोट देने जाइए तो एक संकल्प लेकर के जाइए नेता के लिए वोट नहीं करिए, जाति के लिए नहीं, हिन्दू मुसलमान के लिए नहीं, अनाज के लिए नहीं, नाली गली के लिए नहीं, मंदिर मस्जिद के लिए नहीं, प्रशांत किशोर के लिए नहीं, जीवन में एक बार वोट अपने-अपने बच्चों के लिए देना है। अपने-अपने बच्चों के रोजगार के लिए देना है।

    पीके ने कहा कि जब जनता का राज होगा तो 1 साल के अंदर जितना आपके बच्चे बेरोजगार हैं, सभी के लिए 10 से 12 हजार के रोजगार का व्यवस्था यही बिहार में करेंगे। जिसका उम्र 60 वर्ष से अधिक हो गया 2 हजार सम्मान राशि के तौर पर मिलेगा। उन्होंने नारा दिया कि सिंहासन खाली करो कि जनता आती है। इससे पूर्व उन्हें तेंदुनी चौक पर कार्यकर्ताओं ने भव्य स्वागत किया।