Bihar News: MSP से काफी ऊंची कीमत पर गेहूं खरीद रहे साहूकार, किसानों को खेत में ही दे रहे बड़ा ऑफर
खेत में पककर तैयार गेहूं की कटनी शुरू हो गई है। इसके लिए गांव-गांव में हार्वेस्टर दौड़ रहे हैं। किसान पहली बार एमएसपी से अधिक दाम पर खलिहान से ही गेहूं बेच रहे हैं। साहूकार इसके लिए किसानों को पहले पैसा देकर गेहूं की बिक्री पक्की करा रहे हैं। स्थानीय प्रखंड के कई गांवों में युवक किसानों से मिलकर गेहूं की नकद खरीददारी की पेशकश कर रहे हैं।
सुरेन्द्र तिवारी, (करगहर) रोहतास। खेत में पककर तैयार गेहूं की फसल की कटनी शुरू हो गई है। गांव- गांव इसके लिए हार्वेस्टर दौड़ रहे हैं। किसान पहली बार न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक दाम पर खलिहान से गेहूं बेच रहे हैं। साहूकार इसके लिए किसानों को पहले पैसा देकर गेहूं की बिक्री सुनिश्चित करा रहे हैं।
स्थानीय प्रखंड के कई गांवों में युवक किसानों से मिलकर नगद गेहूं खरीदने की पेशकश कर रहे हैं। 24 सौ से 2350 रुपए तक गेहूं की खरीद की जा रही है। दो दिन पहले 24 सौ से 2425 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद हुई है। जबकि इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2275 रुपये है।
साहुकारों की मानें तो इस वर्ष प्रति बीघा लगभग 10 क्विंटल की दर से गेहूं की उपज हो रही है। साहुकार बच्चन साह ने बताया कि बंगाल के रानीगंज, हावड़ा के अलावे ओडिसा के भुवनेश्वर स्थित बड़े फ्लॉवर मिलों द्वारा गेहूं की खरीद के लिए यहां अपने प्रतिनिधियों को भेजा गया है।
वे नगद राशि देकर गेहूं की खरीद 2460 रुपये प्रति क्विंटल तक करवा रहे हैं। उसी में खर्च आदि काटकर उन्हें भी प्रति क्विंटल 50 से 50 रुपये बच जा रहे हैं।
बाजार और सड़क की स्थिति के अनुसार अलग-अलग गांवों में अलग-अलग मूल्य पर गेहूं की खरीद की जा रही है। इस वर्ष किसानों के खेत से ही गेहूं की खरीद हो रही है।
किसान रघुनाथ सिंह बताते हैं कि गांवों में अच्छी सड़कों के निर्माण होने तथा गोदामों की उपलब्धता के कारण आटा, ब्रेड, बिस्किट बनाने वाली बड़ी कंपनियां किसानों से गेहूं खरीद में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
इसके लिए वे कुछ लोगोंको प्रतिनिधि बना गांवों तक भेज रही हैं। ये प्रतिनिधि स्थानीय साहूकारों के सहयोग से खलिहान से ही गेहूं खरीद रहे हैं।
किसान दीपक रंजन कहते हैं कि पैक्स में गेहूं देने के लिए किसानों को आनलाइन आवेदन करना पड़ता है। इस वर्ष एमएसपी से बाजार भाव अधिक होने के कारण किसान खलिहान से खुले बाजार में गेहूं बेच रहे हैं। किसान पिंटू कुमार सिंह का कहना है कि बिना अन्य खर्च के इस वर्ष किसानों को गेहूं का बेहतर भाव मिल रहा है।
क्या कहते हैं बीसीओ?
खुले बाजार में गेहूं का दाम न्यूनतम समर्थन मूल्य अधिक होने के कारण अबतक पैक्सों द्वारा गेहू की खरीद नहीं हो पाई है। -दीपक कुमार, बीसीओ - करगहर
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