जांच: दुर्गा हाई स्कूल शिवसागर में मिली खामियां ही खामियां
चाहे प्राथमिक व मध्य विद्यालय हो या फिर उच्च व उच्च माध्यमिक स्कूल। ...और पढ़ें

रोहतास। चाहे प्राथमिक व मध्य विद्यालय हो या फिर उच्च व उच्च माध्यमिक स्कूल। जांच में सरकारी विद्यालयों में शिक्षा की हकीकत सामने आने लगी है। राज्यव्यापी अभियान के तहत चलाए जा रहे सघन निरीक्षण कार्यक्रम में अच्छाई कम खामियां सबसे अधिक मिल रही है। माध्यमिक शिक्षा निदेशालय द्वारा शनिवार को एक बार फिर उच्च व उच्च माध्यमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण कराया गया, लेकिन इसका तरीका इस बार कुछ अलग रहा।जांच के लिए अधिकारियों को एक-दूसरे जिले में भेजा गया था। रोहतास में कैमूर जिले में पदस्थापित डीईओ व डीपीओ को जांच का जिम्मा दिया गया था।
एक ही अधिकारी के कई विभागों के प्रभार में रहने के कारण चिह्नित सभी स्कूलों का निरीक्षण उनके द्वारा नहीं किया जा सका। लेकिन जिन विद्यालयों में निरीक्षण किया जाना था, वहां इसकी सूचना पहले से होने के कारण शिक्षक पूरी तरह मुस्तैद दिखे। डीईओ कामेश्वर कमती के जिम्मे उच्च विद्यालय बिक्रमगंज का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी थी। डीपीओ नीरज कुमार माध्यमिक व सर्व शिक्षा के अलावा लेखा व योजना का प्रभार में होने के कारण उनके द्वारा जिले के सिर्फ श्री दुर्गा उच्च विद्यालय का ही निरीक्षण किया जा सका। हालांकि उनके जिम्मे श्री दुर्गा उच्च विद्यालय शिवासागर के अलावा उच्च विद्यालय राजपुर व गौरीशंकर उच्च विद्यालय संझौली भी था, वे सिर्फ दुर्गा उच्च विद्यालय शिवसागर का ही निरीक्षण कर पाए। जहां वे शैक्षणिक कुव्यवस्था को देख दंग रह गए। जबकि डीपीओ स्थापना यदुवंश राम एमडीएम के प्रभार में थे। उनके पास उच्च विद्यालय जागोडीह व रामरूप उच्च विद्यालय गोरारी था। परंतु उन्होंने सिर्फ उच्च विद्यालय जागोडीह का ही निरीक्षण किया।
डीपीओ माध्यमिक शिक्षा के मुताबिक शिवसागर हाई स्कूल में खामियां ही खामियां मिली। प्रधानाध्यापक समेत दो शिक्षक अनुपस्थित मिले। छात्रों की उपस्थिति काफी असंतोषजनक रही। विद्यालय में गंदगी का अंबार मिला। प्रयोगशाला में भी गंदगी दिखी। उपकरण लावारिस हालत में पड़े पाए गए। जो शिक्षक पढ़ाते पाए गए, उनका पढ़ाने का तरीका सही नहीं रहा। छात्रों में भी जानकारी का अभाव पाया गया। शिक्षकों को सही ढंग से पढ़ाने व छात्रों से रिव्यू कराने का निर्देश दिया गया। विद्यालय में प्रधानाध्यापक के प्रभार को ले कई महीने से विवाद होने के कारण शैक्षणिक अव्यवस्था का माहौल देखा गया। छात्रों को साइकिल समेत अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिला है। वहीं डीपीओ स्थापना यदुवंश राम की माने तो जागोडीह स्कूल में भी कई शिक्षक अनुपस्थित मिले व वहां पर बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता की बात सामने आई है। स्टॉक पंजी समेत अन्य रजिस्टर में भी विसंगतियां मिली। अधिकारियों ने कहा कि बेस्ट एप के माध्यम से निदेशक को जांच प्रतिवेदन भेज दिया गया है। साथ ही अनुपस्थित शिक्षकों का वेतन स्थगित करते हुए उनसे स्पष्टीकरण व अन्य कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।

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