आकाशदीप ने England से चुकता किया अपना 150 साल से ज्यादा पुराना हिसाब, खौफनाक था 1858 का वो मंजर
सासाराम के आकाशदीप ने इंग्लैंड को हराकर 167 साल पुराना हिसाब चुकता किया। उनके परदादा बाबू निशान सिंह 1858 में शहीद हुए थे। आकाशदीप ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट में डेब्यू किया और 10 विकेट लेकर हीरो बने। उनके प्रदर्शन से पूरे जिले में खुशी की लहर है और लोग उनकी प्रशंसा कर रहे हैं।
प्रवीण दूबे, सासाराम (रोहतास)। भारतीय क्रिकेट टीम का चमकता सितारा और इंग्लैंड के बर्मिंघम एजबेस्टन मैदान पर अंग्रेजों की 336 रनों से करारी शिकस्त के नायक आकाशदीप (Akash Deep) ने अपना 167 वर्ष पुराना हिसाब चुकता कर लिया है।
आकाशदीप के शानदार प्रदर्शन से जहां सासाराम व उनके गांव बड्डी सहित जिले भर में खुशी की लहर है। वहीं, लोग आकाशदीप के प्रदर्शन की अंग्रेजों के साथ 167 वर्ष पुराने कनेक्शन की भी चर्चा कर रहे हैं।
तब अंग्रेज सरकार ने आकाशदीप के स्वतंत्रता सेनानी परदादा को तोप से उड़ा दिया था। बात है 1858 में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में बलिदान होने वाले वीर कुंवर सिंह के अनन्य सहयोगी बड्डी गांव निवासी बाबू निशान सिंह की। उनकी देशभक्ति आज भी अनुकरणीय है।
एसपी जैन कालेज के पूर्व प्राचार्य डॉ. गुरुचरण सिंह के अनुसार, आकाशदीप बाबू निशान सिंह की छठवीं पीढ़ी हैं। इनके परदादा निशान सिंह 1857 की लड़ाई के प्रमुख क्रांतिवीरों में से एक थे, जिन्हें सात जून 1858 को अंग्रेजी हुकूमत ने सासाराम के गौरक्षणी में तोप के मुंह पर बांधकर उड़ा दिया था। अब उनके परपोते आकाशदीप ने अंग्रेजों के घर में घुस उनका किला ढहा पुराने हिसाब को चुकता किया है।
इंग्लैंड के खिलाफ ही टेस्ट टीम में किया डेब्यू:
फरवरी 2024 में इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी तीन टेस्ट मैच के लिए जब भारतीय टीम की घोषणा हुई, तो उसमें आकाशदीप का भी नाम था। 17 सदस्यीय टीम इंडिया में 27 साल के आकाशदीप पहली बार भारतीय टेस्ट टीम के लिए चुने गए थे। इंग्लैंड के खिलाफ 23 फरवरी 2024 को रांची में खेले गए चौथे टेस्ट की पहली पारी के पहले ही सेशन में उन्होंने टाप आर्डर अंग्रेज बल्लेबाजों को आउट कर सनसनी मचा दी थी।
इस बार जसप्रीत बुमराह की जगह टीम में शामिल किए गए आकाशदीप ने दोनों पारियों में मिलाकर 10 विकेट झटके और मैच के हीरो बन गए। पहली पारी में जहां उन्होंने चार विकेट लिए, वहीं दूसरी पारी में शानदार गेंदबाजी का कहर बरपाते हुए छह विकेट लेकर इंग्लैंड की कमर तोड़ दी।
क्या कहते हैं लोग?
आकाशदीप के स्वजन श्यामलाल सिंह कहते हैं कि उनकी इस ऐतिहासिक सफलता पर पूरे जिले में खुशी का माहौल है। आज आकाश पूरे देश के गौरव बन चुके हैं। उनके रिश्तेदार बैरियां गांव निवासी बीएस कॉलेज के व्याख्याता प्रो. उमेश कुमार सिंह कहते हैं कि आकाश ने आपने नाम को सार्थक किया है। उनके इस प्रदर्शन की चारों ओर सराहना हो रही है।
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