विभाग ने उपलब्ध कराई राशि, रात्रि प्रहरी को जल्द मिलेगा मानदेय
सासाराम (रोहतास) पिछले दो साल से मानदेय की टकटकी लगाए बैठे लगभग पौने पिछले दो साल से मानदेय की टकटकी लगाए बैठे लगभग पौने दो सौ उत्क्रमित माध्यमिक वि ...और पढ़ें

सासाराम (रोहतास) : पिछले दो साल से मानदेय की टकटकी लगाए बैठे लगभग पौने दो सौ उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत रात्रि के प्रहरी के अच्छे दिन आने वाले हैं। शिक्षा विभाग ने उनके मानदेय की राशि जिले को उपलब्ध करा दिया है। जल्द ही कुल बकाया का थोड़ी ही सही, लेकिन उनके खाते में अगले कुछ दिनों में मानदेय का पैसा आने वाला है। राशि उपलब्ध होने की सूचना मिलते ही रात्रि प्रहरियों के चेहरे खिल उठे हैं। कारण कि होली के इस मौसम में अच्छा दिन आने के उम्मीद की किरण फिर से जग गई है। मानदेय नहीं मिलने की खबर दैनिक जागरण में आठ मार्च को प्रमुखता से छपी थी, जिसके बाद विभागीय अधिकारी सक्रिय हुए।
जानकारी के मुताबिक उच्च व उच्च माध्यमिक विद्यालयों में उपलब्ध उपकरण व उपकरण की सुरक्षा के लिए रात्रि प्रहरी की व्यवस्था की गई है। जहां पर नियमित रूप से बहाल रात्रि प्रहरी हैं, वहां तो उन्हें पैसा मिल जा रहा है। परंतु उत्क्रमित माध्यमिक सह उच्च माध्यमिक विद्यालयों में समग्र शिक्षा के तहत रात्रि प्रहरी को रखा हैं, जिन्हें सरकार द्वारा मानदेय देने का प्रविधान है। ऐसे विद्यालयों की संख्या लगभग पौने दो सौ है, जहां रात्रि प्रहरी को रखा तो गया है कितु अबतक उन्हें मानदेय प्राप्त नहीं हो सका था। इस खबर को दैनिक जागरण ने गत आठ मार्च को स्थानीय संस्करण के पेज नंबर चार पर दो साल मानदेय की आस में टकटकी लगाए बैठे हैं पौने दो रात्रि प्रहरी शीर्षक से खबर छापी थी। इस संबंध डीपीओ समग्र शिक्षा राघवेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पांच हजार रुपये मासिक मानदेय पर उत्क्रमित माध्यमिक विद्यालयों में रात्रि प्रहरी रखे गए हैं। जिनका मानेदय भुगतान के लिए राशि विभाग से उपलब्ध कराए जाने की सूचना प्राप्त हुई है। जल्द ही संबंधित रात्रि प्रहरियों को मानदेय की राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।

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