Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Bihar News: नशे के खिलाफ दुर्गा बनकर खड़ी हुई रोहतास की बेटी, घबराए ड्रग तस्करों की काली करतूत आई सामने

    बिहार के रोतरास में धर्मागतपुर गांव स्थित प्राथमिक स्कूल की पांचवीं की छात्रा काजल के नेतृत्व में जारी नशा मुक्ति अभियान से घबराए तस्कर कायरता पर उतर आए हैं। वे महज नौ साल काजल को तरह-तरह की धमकी दे रहे हैं। हालांकि काजल कहती है कि मां दुर्गा ने भी आततायियों से लड़कर ऋषि मुनियों की रक्षा की थी। उनका नाम भर लेने से अलग साहस आ जाता है।

    By Jagran NewsEdited By: Mohit TripathiUpdated: Mon, 23 Oct 2023 01:29 AM (IST)
    Hero Image
    मां दुर्गे के संबल व महिलाओं के समर्थन से नशे के विरुद्ध डटी बेटी। (जागरण फोटो)

    शिवेश कुमार, सूर्यपुरा (रोहतास)। बिहार के रोतरास में सूर्यपुरा थाना क्षेत्र के धर्मागतपुर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय की पांचवीं की छात्रा काजल के नेतृत्व में जारी नशा मुक्ति अभियान से घबराए तस्कर कायरता पर उतर आए हैं। वे नौ वर्षीया काजल को तरह-तरह की धमकी दे रहे हैं, परंतु नवरात्र में प्रतिदिन मां दुर्गे की कथा का श्रवण उसका संबल बना है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    काजल कहती है, मां दुर्गा ने भी आततायियों से लड़कर ऋषि मुनियों की रक्षा की थी। उनका नाम भर लेने से अलग साहस आ जाता है। गांव की कई महिलाएं भी हौसला बढ़ा रही हैं कि तुम कोई गलत काम नहीं कर रही हो, तो डरना क्या है।

    जागरण में छपे लेख के बाद सक्रिय हुई पुलिस

    दैनिक जागरण में रविवार को ‘काजल डरी है, कहीं छुट्टी में आ रहा भाई नशेड़ी न बन जाए’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार के बाद पुलिस सक्रिय हो गई।

    एसपी के निर्देश पर अपर थानाध्यक्ष विजेंद्र कुमार राम के नेतृत्व में रविवार को ही धर्मागतपुर गांव में छापेमारी कर चिह्नित गांजा तस्कर भुवर पासवान को गिरफ्तार कर लिया गया।

    तस्करों को चिन्हित कर दी जाएगी दबिश

    भुवन पासवान के घर से बीते दिनों 15 पुड़िया में 50 ग्राम गांजा बरामद किया गया था, उस वक्त वह भाग निकला था। थानाध्यक्ष प्रिया कुमारी ने कहा कि अब प्रतिदिन इस गांव के चिह्नित घरों में दबिश दी जाएगी। नशे का सामान बेचने व सेवन करने वाले सभी लोग पकड़े जाएंगे।

    गांव के बाहर टांगा नशा मुक्ति का पोस्टर

    काजल ने दैनिक जागरण को बताया कि तस्कर कौन हैं, सब जानते हैं, लेकिन अबतक पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही थी। जब तक गांव पूरी तरह नशा मुक्त नहीं होगा, तब तक गांव के बाहर नशा मुक्त अभियान का बैनर टंगा रहेगा।

    काजल ने नशा मुक्ति अभियान का जो पोस्टर गांव के बाहर लगाया है, उसमें लिखा है

    "नशा मुक्त अभियान: धर्मागतपुर गांव में आपका स्वागत है! आइए शराब, हेरोइन सब पाइए। बिहार में शराबबंदी है, लेकिन धर्मागतपुर गांव में खुला है। सौजन्य से उत्पाद विभाग, सूर्यपुरा थाना एवं जिला प्रशासन रोहतास। 

    निवेदक: लाचार बेबस समस्त ग्रामीण जनता"

    बेटी के समझाने पर पिता ने छोड़ दी शराब

    काजल ने कहा कि उसके दादा ललन पासवान प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक थे, वह भी नशे के खिलाफ थे, लेकिन उनके दोनों बेटे ही नशे के शिकार हो गए।

    काजल ने बताया कि अभियान चलाने के पहले पापा और चाचा को समझाकर सही रास्ते पर लाने का प्रयास किया।

    काजल के पिता अनिल पासवान बताते हैं कि वे भी शराब के नशे में पड़े रहते थे। अब बेटी के समझाने से ठीक हुए हैं, शराब छोड़ दी है।

    डीएम साहब, एक कमरे में होती पांच कक्षा की पढ़ाई

    काजल ने गांव के प्राथमिक विद्यालय की व्यवस्था ठीक कराने की मांग जिलाधिकारी से की है। काजल ने कहा कि विद्यालय में एक ही कमरा है, जिसमें एक से पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई में काफी परेशानी होती है। विद्यालय में अगर कमरे बढ़ जाएंगे, तो बच्चे मनोयोग से पढ़ाई करेंगे और नशे से दूर रहेंगे।

    यह भी पढे़ं: Bihar: पूर्णिया में रहकर साइबर ठगी करने वाले दक्षिण भारत के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, 2 महिला समेत 7 शातिर गिरफ्तार

    Bihar: पूर्णिया में रहकर साइबर ठगी करने वाले दक्षिण भारत के बड़े गिरोह का पर्दाफाश, 2 महिला समेत 7 शातिर गिरफ्तार