PHC में ऑपरेशन के बाद ठंड में जमीन पर लेटने को मजबूर महिलाएं, बेड-गद्दे तक की व्यवस्था नहीं
पूर्णिया के श्रीनगर पीएचसी में बंध्याकरण के बाद महिलाओं को जमीन पर लेटने के लिए मजबूर होना पड़ा। एक एनजीओ द्वारा आयोजित शिविर में 29 महिलाओं का बंध्या ...और पढ़ें

ठंड में जमीन पर लेटने को मजबूर महिलाएं
संवाद सहयोगी,श्रीनगर(पूर्णिया)। बंध्याकरण के बाद श्रीनगर पीएचसी में महिलाओं को जमीन लेटने के मजबूर होना पड़ा, मानो व्यवस्था कोमा में हो। गुरुवार को उस समय व्यवस्था की पोल खुल गई जब वहां एक एनजीओ द्वारा एक साथ कई बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया। उनको बेड तक की सुविधा नहीं दी गई।
इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति का नियम स्पष्ट है कि जितने बंध्याकरण ऑपरेशन होंगे सभी के लिए पहले से बेड उपलब्ध होनी चाहिए या फिर गद्दा और कंबल उपलब्ध कराया जाएगा।
शिविर में 29 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन
अस्पताल की उदासीनता और एनजीओ की मनमानी ने बंध्याकरण ऑपरेशन कराने वाली महिलाओं को सर्दी के मौसम में यों ही जमीन पर छोड़ दिया गया है। इस स्थिति में किसी को स्लाइन की आवश्यकता या फिर अन्य तरह की निगरानी की अगर दरकार है उसको कैसा किया जाएगा।
पोस्ट ऑपरेशन मैनेजमेंट नहीं होने से अगर कोई दुर्घटना हो जाती है तो फिर उसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। गुरुवार दोपहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र श्रीनगर में बंध्याकरण शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में 29 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया।
ऑपरेशन से पूर्व सिर्फ प्रेग्नेंसी जांच
बंध्याकरण ऑपरेशन के उपरांत सभी मरीजों को अस्पताल के गैलरी और पोर्टिको में जमीन पर ही लिटा दिया गया है। बंध्याकरण करा चुकी महिलाओं का इस कड़ाके की ठंड में कैसे रात कटेगी। कड़ाके की ठंड में जब लोगों को गर्म कपड़े और अलाव की जरूरत होती है। ऐसे वक्त में बंध्याकरण करा चुकी महिलाओं के ऊपर क्या बीतेगी।
ऑपरेशन करा चुकी कई महिलाओं के परिजनों ने बताया कि ऑपरेशन से पूर्व सिर्फ प्रेग्नेंसी जांच के अलावे हीमोग्लोबिन आदि कोई जांच नहीं किया गया। बिना जांच के डॉक्टर के द्वारा ऑपरेशन कर दिया गया है।
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. दिवाकर राजपाल ने बताया कि हम प्रशिक्षण में है। एनजीओ के द्वारा शिविर में 29 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन करने की जानकारी मिली है।
ऑपरेशन के बाद मरीज को जमीन पर नहीं रखना है। बेड की व्यवस्था करनी चाहिए।बंध्याकरण ऑपरेशन का नियम स्पष्ट है। नियम का पालन नहीं हुआ है तो जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।- डॉ. प्रमोद कनौजिया, सिविल सर्जन

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