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    मंदिर में मवेशी का कटा पैर मिलने से पूर्णिया में तनाव, मना करने के बावजूद आरोपी ने शादी में दी थी मांस की दावत

    पूर्णिया के धनगांवा में एक धर्मस्थल पर बुधवार को मांस के टुकड़े फेंके जाने के बाद दो समुदायों के बीच तनाव पैदा हो गया। मामले की जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने काफी मशक्कत के बाद मामले को शांत कराया। गांव में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

    By Narendra Kumar AnandEdited By: Mohit TripathiUpdated: Wed, 06 Sep 2023 10:11 PM (IST)
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    जलालगढ़ के धनगांवा गांव स्थित काली मंदिर में जमा ग्रामीणों की भीड़ व मौजूद पुलिस। जागरण

    संस, जलालगढ़ (पूर्णिया): पूर्णिया में जलालगढ़ के धनगांवा में कुछ असामाजिक तत्वों ने बुधवार को सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की। हालांकि पुलिस प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए असामाजिक तत्वों की साजिश पर पानी फेर दिया।

    प्रशासन को जैसे ही पता चला की धनगांव में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने जैसी स्थिति पैदा हो गई है। पुलिस पदाधिकारी दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों समुदाय के लोगों से बातचीत कर मामले को शांत कराया। 

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    मना करने बावजूद मवेशी काटने का आरोप

    लोगों ने बताया कि सोमवार को धनगांवा गांव के वार्ड सदस्य मोहम्मद मुंतजिर आलम अपनी बहन की शादी करा रहा था। इस शादी में आने वाले मेहमानों की खातिरदारी के लिए मवेशी को काटा गया था।

    यह जानकारी आसपास रह रहे गांव के दूसरे समुदाय के लोगों को हुई, तो कुछ लोगों ने धार्मिक भावना का ख्याल रखते हुए ऐसा करने के लिए मना किया। हालांकि वे लोग नहीं माने।

    इसलिए भड़का लोगों का आक्रोश

    कुछ देर के बाद गांव स्थित मंदिर के गर्भ गृह में एवं बरामदे पर मवेशी का कटा हुआ पैर का अवशेष एवं मांस के कुछ टुकड़ों को लाकर रख दिया। यह बात ग्रामीणों के बीच धीरे-धीरे फैल गई।

    इस बात का वहां रह रहे एक समुदाय के लोगों ने विरोध और प्रशासन से शिकायत करने की बात करने पर उन लोगों ने तत्काल अवशेष को हटा लिया।

    मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि उन लोगों द्वारा मंदिर में ऐसी घटना को अंजाम देने की धमकी दी जाने लगी लगा। इससे वहां के लोगों का आक्रोश भड़क गया और यह बात फिर से लोगों के बीच फैलने लगी।

    पुलिस ने शांत कराया मामला

    मामले की भनक पुलिस प्रशासन को लगते ही जिले से सदर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पुष्कर कुमार, सदर अनुमंडल पदाधिकारीगण मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत किया और भरोसा दिया कि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी।

    वार्ड सदस्य पर धार्मिक उन्माद भड़काने का आरोप

    इस संबंध में गांव के अवधेश कुमार ने ग्रामीणों की तरफ से हस्ताक्षर युक्त आवेदन प्रशासन को समर्पित करते हुए वहां के वार्ड सदस्य मुंतिजार आलम एवं उनके परिवारों पर धार्मिक उन्माद भड़काने एवं एक समुदाय विशेष के लोगों को डराने धमकाने का आरोप लगाते हुए आवेदन समर्पित करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है।

    जांच में जुटी पुलिस

    सदर पुलिस उपाधीक्षक पुष्कर कुमार ने बताया की वहां पर पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है, जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।