आरसेटी प्रशिक्षण प्राप्त लोगों को स्वरोजगार में मिलती मदद
पूर्णिया। प्रखंड परिसर में संचालित एसबीआइ के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को गाय पालन एवं वर्मी कंपोस्ट कार्यक्रम के समापन पर एसबीआइ आरसेटी के निदेशक सुभाष चंद्र पाठक ने प्रशिक्षुओं के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का वितरण किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 दिनों से चल रहा था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 35 प्रशिक्षु शामिल हुए। प्रमाण पत्र वितरित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वरोजगार शुरू करने के लिए आरसेटी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में कौशल विकास करती है जिससे प्रशिक्षु में आत्मविश्वास पैदा होता है और वह स्वरोजगार के लिए सक्ष्म हो पाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्राप्त प्रशिक्षुओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए आवश्यकता के अनुसार जिले के सभी बैंक ऋण देने में वरीयता देते हैं।
पूर्णिया। प्रखंड परिसर में संचालित एसबीआइ के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) के प्रशिक्षण केंद्र में शनिवार को गाय पालन एवं वर्मी कंपोस्ट कार्यक्रम के समापन पर एसबीआइ आरसेटी के निदेशक सुभाष चंद्र पाठक ने प्रशिक्षुओं के बीच प्रशिक्षण प्रमाण पत्र का वितरण किया। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 10 दिनों से चल रहा था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 35 प्रशिक्षु शामिल हुए। प्रमाण पत्र वितरित करते हुए उन्होंने कहा कि स्वरोजगार शुरू करने के लिए आरसेटी ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों में कौशल विकास करती है जिससे प्रशिक्षु में आत्मविश्वास पैदा होता है और वह स्वरोजगार के लिए सक्ष्म हो पाते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्राप्त प्रशिक्षुओं को स्वरोजगार शुरू करने के लिए आवश्यकता के अनुसार जिले के सभी बैंक ऋण देने में वरीयता देते हैं। जरूरतमंद प्रशिक्षु को मुद्रा योजना के तहत बैंकों से ऋण दिया जा सकता है और बिहार व भारत सरकार के तत्वावधान में चलाई जा रही विभिन्न लाभकारी योजनाओं में वरीयता दी जाती है। बताया कि सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र देने के बाद विभिन्न लाभकारी सरकारी योजना के तहत एसबीआइ आरसेटी अगले दो साल तक स्वरोजगार शुरू करने में उनका मार्गदर्शन और मदद करेगी। निदेशक ने बताया कि आरसेटी निश्शुल्क प्रशिक्षण देती है। साथ ही प्रशिक्षु को खाने और रहने की भी मुफ्त व्यवस्था रहती है। प्रशिक्षण 18 से 45 वर्ष के लोगों को दिया जाता है। पूर्णिया जिले के जो लोग स्वरोजगार करना चाह रहे हैं वह वे यहां आकर प्रशिक्षण के पश्चात स्वरोजगार के पथ पर चल सकते हैं। मौके पर माधव चंद, संतोष कुमार, सहायक नीलाभ रंजन आदि मौजूद थे।
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