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    जिस्मफरोशी का गढ़ बनते जा रहे पूर्णिया के होटल व रेस्टोरेंट, दलालों के निशाने पर होती हैं कम उम्र की लड़कियां

    By Narendra Kumar AnandEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Sat, 29 Jul 2023 11:46 PM (IST)

    पूर्णिया के कुछ होटल गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट बेखौफ जिस्मफरोशी का कारोबार चल रहा है। होटल और रेस्टोरेंट इस अवैध कारोबार के सूत्रधार हैं। इस धंधे में ग ...और पढ़ें

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    जिस्मफिरोशी का गढ़ बन रहे पूर्णिया के होटल और रेस्टोरेंट। (प्रतीकात्मक फोटो)

    संवाद सूत्र, पूर्णिया: पूर्णिया के बनमनखी बाजार के कुछ होटल गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट बेखौफ जिस्मफरोशी का कारोबार चल रहा है। होटल और रेस्टोरेंट इस अवैध कारोबार के सूत्रधार हैं। इस धंधे में ग्राहक की डिमांड पर धंधेबाजों द्वारा आसपास जिलों के अलावा इलाके की लड़कियों को बुलाया जाता है।

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    खास  बात यह है कि गंदा है पर धंधा है कि तर्ज पर चलने वाला यह अवैध कारोबार पुलिस की जानकारी में संचालित हो रहा है। होटल, रेस्टोरेंट मालिकों का हौसला बुलंद है। इन धंधेबाजों को न तो पुलिसिया कार्रवाई का खौफ है और न सामाजिक हनन की चिंता है। तभी तो इस धंधे में लिप्त धंधेबाज बडी ही निर्लजता से कहते हैं, साहब गंदा है पर धंधा है।

    छोटे-बड़े कई होटलों में चल रहा जिस्मफिरोशी का कारोबार

    बनमनखी बाजार में कई छोटे-बड़े होटल और रेस्टोरेंट संचालित है। जहां बेखौफ जिस्मफरोशी का धंधा तो चलता ही है। साथ ही नाबालिग बच्चियों की बोली भी लगती है। यह सब कुछ यहां के होटल संचालकों और रेस्टोरेंट्स यह अवैध धंधा कराया जा रहा है। इस कारोबार को पुलिस प्रशासन द्वारा भी कभी भी छापेमारी नहीं किया जाता है।

    बताया जाता है कि बुधवार को बाजार के एक गेस्ट हाउस में राजस्थान के आधा दर्जन पुरुष स्थानीय युवतियों के साथ शादी करने के उद्देश्य से ठहरे हुए थे। इस बात की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गई थी। जब तक पुलिस पहुंचती तबतक लड़की रेस्टोरेंट से निकल गयी थी। इसके बाद आधे दर्जन से अधिक पुरूषों को पुलिस द्वारा हिरासत में लेकर थाना में पूछताछ किया जा रहा है।

    मल्टीपर्पज तरीके से जिस्मफरोशी का चल रहा है कारोबार

    रात के अंधेरे की बात कौन करे यहां दिन के उजाले में ही लडकियों के जिस्म की बोली लगती है। इसके अलावा देर रात में पेशेवर महिलाओं और युवतियों के आने का सिलसिला शुरू होता है। पूरी रात यह धंधा चलता रहता है और सुबह होते ही पेशेवर महिलाए व युवतियां अपने घरों को वापस चली जाती हैं।

    जिस्मफिरोशी के इस धंधे के ग्राहकों में रात में घूमने वाले खाते पीते घरों के युवा व अधेड़ भी शामिल हैं। इसमें काफी मोटी रकम ली औ दी जाती है। इसमें शामिल लोगों को उनका हिस्सा पूरी ईमानदारी से मिल जाता है।

    इस काम में होटलों, गेस्ट हाउस एवं रेस्टोरेंट्स के मालिक, दलाल, पेशेवर महिलाएं हैं, जो पैसों और शान-शौकत के लिए गरीब घर की लड़कियों को इस धंधे में धकेलती हैं।

    दूसरे जगह से भी बुलाई जाती है कम उम्र की लड़कियां

    बनमनखी में होटल, रेस्टोरेंट्स व्यवसाय से जुड़े जानकर बताते है कि ग्राहकों के डिमांड के अनुरूप लड़कियां मंगाई जाती है। ग्राहकों का सबसे ज्यादा डिमांड कम उम्र की पढ़ने वाली लड़कियों का रहता है। बनमनखी सहित आसपास से कम उम्र की लड़कियां बुलाई जाती है, जो पूरे दिन इन होटलों, गेस्ट हाउस एवं स्टोरेंट में रहती है।

    इस धंधे में हर लड़की का एक रेट फिक्स है। इस रेट से अधिक यदि कोई ग्राहक देता है, तो वह उन्हीं के साथ चली जाती हैं। कई होटलों में एक ही समय कई ग्राहक मौके पर पहुंच जाते है और जिस्म की बोली लगनी शुरू हो जाती है।

    इस धंधे का ट्रेंड भी बदल गया है। मोबाइल मैसेज और कोड वर्ड का इस्तेमाल धंधे से जुड़े व ग्राहक भी करते हैं, जैसे छोटी मछली, बड़ी मछली, चलहवा, माल आदि नाम लिए जाते है ताकि किसी को शक न हो। फिर इन लड़कियों का फोटो वाट्सएप के जरिए भेजकर ग्राहकों को पसंद कराया जाता है।

    धंधे में स्थानीय दलाल की सक्रियता अधिक

    होटलों, गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट्स में जिस्म की खरीद-फरोख्त के धंधे में स्थानीय दलाल का हाथ रहता है। इसी के वजह यह भी है कि ग्राहक के डिमांड पर कम समय के अंदर यह महिलाए व लड़कियां होटल में उपलब्ध हो जाती है। जिसका ज्यादा मुनाफा होटल मालिक को मिलता है।

    इसके साथ ही तहजीब का एक कारण यह भी है कि इनके भेजने का कोई इंतजाम होटल प्रबधन द्वारा नहीं किया जाता है क्योंकि इन्हें शहर के सड़को, आने-जाने वाले वाहन, पुलिस स्टेशन सहित सभी जानकारियां होती है। जिससे यह अपनी सुरक्षा का इंतजाम स्वयं करती है।

    इतना ही नहीं, इनके द्वारा होटल में आर्थिक तकगी से जूझ रही ग्रामीण अंचल की लड़कियों और महिलाओं को उमीद की किरण दिखाकर सप्लाई किया जाता है।

    दलाल ग्राहक तलाशते हैं, फिर कमीशन पर ले जाते हैं रेस्टोरेंट

    कुछ स्थानीय लोगों ने बताया कि बनमनखी के कुछ होटल, गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट में धंधा लंबे वक्त से चल रहा और कभी भी बंद नहीं होता है, क्योंकि इस खेल में कई बड़े दिग्गज शामिल हैं। वे दिग्गज कौन हैं।

    एक युवक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वेश्याएं अगर किसी ग्राहक को एक हजार रुपये रेट पर लेकर आती हैं तब 500 रुपये होटल को, 200 रुपये दलाल को चले जाते हैं। 500 रुपये उनके अपने होते हैं। हालांकि, कई बार वह ज्यादा पैसा पा जाती हैं। तब उनका अपना हिस्सा बढ़ जाता है।

    जानकारों ने बताया कि वेश्याएं ग्राहकों को तलाशते वक्त अकेले नजर आती हैं। हालांकि, उनके आस-पास ही दलाल मौजूद होते हैं। इनकी ग्राहक खोजने में कोई भूमिका नहीं होती। इनका मुख्य काम सुरक्षा देना होता है।

    लड़की और ग्राहक के बीच किसी तरह के विवाद की स्थिति उत्पन्न होने पर, ये दलाल मारपीट तक उतर आते हैं। इनका अपना एक समूह है। स्थानीय दुकानदार बताते है कि इन लोगों ने कई बार सभ्य लोगों के साथ भी बदतमीजी की जाती है।

    राजस्थान से शादी करने के उद्देश्य से कुछ लोग आए हुए थे, जिससे हिरासत में लेकर पूछताछ किया जा रहा है। आखिर इन लोगों को कौन लाता है। इसके अलावा बनमनखी के होटलों, गेस्ट हाउस एवं रेस्टोरेंट्स की भी जांच की जाएगी।

    हुलास कुमार, एसडीपीओ, बनमनखी