ठेकेदार नवल यादव का साला निकला मुंशी का कातिल
पूर्णिया। पूर्णिया-अररिया सीमा क्षेत्र स्थित काला बलुआ के पास ठोंगा घाट के पास पुल निर्माण का

पूर्णिया। पूर्णिया-अररिया सीमा क्षेत्र स्थित काला बलुआ के पास ठोंगा घाट के पास पुल निर्माण कार्य करा रहे जानकीनगर के लादूगढ़ निवासी सज्जो यादव की हत्या ठेकेदार नवल कुमार यादव के साला ने ही किया है। पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले ठेकेदार के साला रोहित कुमार उर्फ दिलीप यादव को काला बलुआ स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। मामले में पुलिस हत्यारा ठेकेदार के साला को हथियार देने वाले पुल निर्माण कार्य में मिट्टी सप्लाई करने वाले स्थानीय मिट्ठू सिंह की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हत्या की घटना को कार्यस्थल पर शराब पीने के दौरान अंजाम दिया गया। घटना कर हत्यारा सहित वहां काम करने वाले सभी लोग फरार हो गए थे। तकनीकी अनुसंधान में प्राप्त साक्ष्य के आधार पर पुलिस टीम ने हत्याकांड का खुलासा किया।
घटना के संबंध में अररिया एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि ठेकेदार नवल कुमार के साइट पर पहले मृतक सज्जो यादव अकेले मुंशी के रूप में देखरेख का काम करता था। एक माह पूर्व ठेकेदार ने वहां अपने हत्यारा साला रोहित कुमार उर्फ दिलीप यादव को देखरेख के लिए वहां रखा था। इसके अलावा वहां दूसरे मुंशी के रूप में ट्रैक्टर चालक अमित कुमार उर्फ गुड्डू भी था। घटना के दिन पुल निर्माण कार्य में जुटे मजदूर के अलावा अखिलेश कुमार, दूसरा मुंशी एवं ट्रैक्टर चालक अमित कुमार उर्फ गुड्डू, रज्जो यादव, मिट्ठू सिंह और रोहित उर्फ दिलीप यादव मौजूद था। घटना की रात वहां शराब पीने के लिए मुंशी सज्जो यादव, ठेकेदार का साला रोहित यादव और स्थानीय मिट्ठू सिंह शराब पीने के लिए बैठा एवं आसपास सभी लोग मौजूद थे। बताया जाता है कि शराब पीने के दौरान मिट्ठू ने अपने पास रहे पिस्टल से हवाई फायरिग किया। इसी दौरान उससे ठेकेदार का साला पिस्टल लिया और गोली चलाने लगा। इसी दौरान गोली लगने से मुंशी सज्जो यादव की मौत हो गई। घटनास्थल का मुआयना करने पर कार्यस्थल पर बने एक कमरा से शराब की बोतल, मछली एवं अंडा आदि मिला था। बताया जाता है कि कार्यस्थल पर अक्सर वहां रहने वाले मुंशी एवं स्थानीय लोग शराब पीते थे। घटना बाद पुलिस ने अनुसंधान में कार्यस्थल पर दूसरे मुंशी के रूप में कार्य कर रहे अमित कुमार उर्फ गुड्डू को दाह संस्कार वाले स्थल से हिरासत में लेकर पूछताछ किया तो घटना का राज खुला। एसडीपीओ ने बताया कि मामले में ठेकेदार ने घटना को नया मोड़ देने कि कोशिश में जुटा हुआ था। घटना बाद सभी मजदूर को वहां से हटा दिया था ताकि पुलिस को कुछ पता नहीं चल सके। अज्ञात अपराधियों के विरुद्ध ठेकेदार ने प्राथमिकी दर्ज कराकर खुद के लिए सुरक्षा की मांग कर रहा था। उन्होंने बताया कि मामले में फरार आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
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