Bihar Politics: हवाई सेवा के बीच बदलेगी सीमांचल की राजनीतिक धारा, PM Modi के दौरे पर टिकी सबकी नजरें
पूर्णिया में सीमांचल क्षेत्र जो अल्पसंख्यक बहुल है में विकास की एक नई लहर दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी के आगमन और हवाई सेवा की शुरुआत से लोगों में उत्साह है। मुस्लिम बहुल बायसी क्षेत्र के लोग बेरोजगारी और बाढ़ जैसी समस्याओं से परेशान हैं और विकास चाहते हैं। अब राजनीति में बदलाव आ रहा है और जाति-संप्रदाय की धारा कमजोर हो रही है।

प्रकाश वत्स, पूर्णिया। यहां सरहद की तपिश भी है। अल्पसंख्यक समाज की बहुलता सीमांचल के इलाके को खास बना देती है। नेपाल व बांग्लादेश की सरहद से सटे इस इलाके की राजनीतिक धारा बड़ी गहरी है। राजनीतिक तूफान ने इसे दो भागों में बांट रखा है। 15 सितंबर को सीमांचल के प्रमुख केंद्र पूर्णिया में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन हो रहा है। आगमन के दिन यहां से हवाई सेवा की शुरुआत होने से और खास हो गया है।
वंदे भारत एक्सप्रेस पर सवार होकर कुछ लोग उसी दिन पटना के लिए रवाना होंगे। सहरसा प्रमंडल से गुजर रही कोसी व किशनगंज की पहचान मेची नदी के मिलन की उत्सुकता अलग है। यह शोर व विकास का उत्सव से दो हिस्सों में बंटी यहां की राजनीतिक धारा के समीप आने की आहट भी आने लगी है।
मुस्लिम बाहुल्य वोटर वाले जिले के बायसी विधानसभा क्षेत्र के कई लोग अब उल-जुलूल मुद्दों से उब चुके हैं। नगर पंचायत बायसी के बरेली मोहल्ले के काजी नूर आलम, चोपड़ा, बांसबाड़ी निवासी जुनेद आलम, बांधर के नुर्शिद आलम व मलहरिया के शाह आलम मानते हैं कि विकास से वंचित धारा में अब तक बहने का दंश उनके इलाके के लोग झेल रहे हैं।
वे मानते हैं कि बेरोजगारी के चलते पलायन के साथ-साथ बाढ़ व कटाव का दर्द तक लोग भूल वोटिंग करते रहे हैं। अगर विकास को लेकर लोगों की प्रतिक्रिया आयी भी है, तो वह सफल नहीं हो पा रही है। स्थिति में कई पक्षों में सुधार जरूर आया है।
वे मानते हैं कि सीमांचल में गत पांच विधानसभा क्षेत्र से एआईएमआईएम की जीत कहीं न कहीं एक रोष भी था और विकास के साथ चलने की तड़प भी। उनका मानना है कि विकास की अनिवार्यता हर तरफ महसूस की जा रही है। पीढ़ियां बदल रही है और भावनात्मक बातें युवाओं को नापसंद हो रही है।
बायसी विधानसभा क्षेत्र के ही तेघरा निवासी सह अधिवक्ता पवन ठाकुर मानते हैं कि पूर्णिया से हवाई सेवा की शुरुआत नाव पर बैठे लोगों के कानों तक भी पहुंच रही है। विकास की लालसा हर तरफ जग रही है।
धमदाहा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व मुखिया अंजीत कुमार झा कहते हैं कि विकास की धारा लोगों को अब भाने लगी है। यह भी सत्य है कि वोटिंग का आधार अब भी कुछ और मुद्दे बनते हैं, लेकिन लोगों के अंदर विकास की खुशी भी रहती है। अब शनै: शनै: राजनीति का रंग बदल रहा है। विकास की धूम में जाति व सम्प्रदाय की धारा दरक रही है।
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