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    मैथिली परिषद ने मिथिला राज्य निर्माण को लेकर की बैठक

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 26 May 2022 08:31 PM (IST)

    अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की मिथिला राज्य निर्माण के संदर्भ में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। स्थानीय जनता विवाह भवन सिपाही टोला में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के पूर्व प्रति उपकुलपति प्रो. जेपीएन झा की अध्यक्षता में हुई।

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    मैथिली परिषद ने मिथिला राज्य निर्माण को लेकर की बैठक

    जागरण संवाददाता, पूर्णिया। अंतरराष्ट्रीय मैथिली परिषद की मिथिला राज्य निर्माण के संदर्भ में एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। स्थानीय जनता विवाह भवन सिपाही टोला में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के पूर्व प्रति उपकुलपति प्रो. जेपीएन झा की अध्यक्षता में हुई। मिथिला राज्य बहुत पुराना है जो बुद्ध के समय के 16 महाजनपद में भी एक था। सबों के विकास के लिए राज्य बनना चाहिए।

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    मुख्य अतिथि प्रोफेसर मेडिसिन बरेली ने डा. धनाकर ठाकुर ने कहा की भारत सरकार के पास हमारी मांग वाजपेयी के समय से ही लंबित है। मैथिली को आठवीं अनुसूची में लाया गया है। उसी प्रकार राज्य बनाने से बाढ़ की समस्या पर फोकस होगा और उसका निदान भी निकलेगा। इस कारण से होने वाला पलायन भी रुकेगा। इसके लिए एकजुटता आवश्यक है। आदर्श मिथिला पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सिमरी बख्तियारपुर के उमेशचंद्र भारती ने कहा कि आवाज उठी है राज्य बनाया जाएगा। इसके लिए शांतिपूर्ण आंदोलन होगा। रंजीत कुमार झा ने कहा बुद्धिजीवी को आगे आना होगा। पीसी राय पूर्व सदस्य जिला परिषद ने कहा कि सभी संगठन इसलिए एक होकर इस शांतिपूर्ण संघर्ष में शामिल है। जिला होम्योपैथिक चिकित्सा पदाधिकारी डा. मार्तण्ड कुमार मिश्र ने कहा राज्य बनने के बाद इस इलाके पर आबादी की परेशानी को अधिक फोकस किया जाएगा। सांस्कृतिक और भाषा की ²ष्टि से भी मांग उचित है। कार्यक्रम में लड्डू झा ने धन्यवाद ज्ञापन किया। अंत में धमदाहा के कवि स्मृतिशेष रविद्र नाथ ठाकुर को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।