पूर्णिया में स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुली, मोबाइल टॉर्च की रोशनी में हुआ प्रसव
बिहार के पूर्णिया जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली सामने आई है। बिजली गुल होने के कारण एक महिला का प्रसव मोबाइल टॉर्च की रोशनी में कराया गया। इस घटना ने अस्पताल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही की पोल खोल दी है। यह मामला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी को उजागर करता है।

मोबाइल की रोशनी में प्रसव की आई नौबत। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, जानकीनगर (पूर्णिया)। जानकीनगर स्थित अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार की रात बिजली बाधित होने के बाद मोबाइल की टार्च जलाकर प्रसव कार्य कराने का मामला सामने आया है।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। गनीमत यह रही कि समय रहती बिजली आ गई।
उसके बाद बिजली की रोशनी में प्रसव में प्रसव हुआ। जानकीनगर थाना क्षेत्र के रामपुर तिलक पंचायत के वार्ड नंबर 12 निवासी राहुल कुमार महतो ने बताया कि बुधवार को उनकी पत्नी अनुराधा को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद वे दिन में ही जानकीनगर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे थे। रात साढ़े आठ बजे बिजली कट गई, तो अस्पताल परिसर में रोशनी की कोई व्यवस्था नहीं थी।
उन्होंने बताया कि मेरी पत्नी दर्द से कराह रही थी, मजबूरी में मैंने मोबाइल की टार्च जलाकर रोशनी की व्यवस्था की। स्वजन राहुल ने बताया कि अस्पताल की महिला कर्मी ने उनसे कहा है कि जनरेटर और इनवर्टर दोनों खराब है। गनीमत यह रही कि समय रहते बिजली आ गई जिसके बाद प्रसव बिजली की रोशनी में हुआ। जच्चा - बच्चा दोनों स्वस्थ है।
स्वास्थ्य केंद्र में तैनात एएनएम मंजू कुमारी ने बताया कि जनरेटर स्टार्ट करने की जिम्मेदारी जिस व्यक्ति को दी गई है, उसने चाबी कुछ दिन पहले ही वापस दे दी थी।
उन्होंने यह भी कहा कि इनवर्टर भी लंबे समय से खराब है। इस कारण से बराबर परेशानी होती है। स्थानीय लोगों ने व्यवस्था में सुधार की मांग की है। अनुमंडलीय चिकित्सा पदाधिकारी बनमनखी प्रिंस कुमार सुमन ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनैस सेंटर जानकी नगर में बिजली बाधित होने पर मोबाइल टार्च से रोशनी के सहारे कार्य करने की बात है तो इस मामले की जांच की जाएगी। उचित कार्रवाई भी होगी।

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