Bihar Politics: बीमा ने बदला पाला, तो शंकर को मिली जीत; 5 साल में दो-दो हाथों में रही रूपौली की कमान
रूपौली विधानसभा क्षेत्र विकास की राह पर है लेकिन लोगों की उम्मीदें अभी भी अधूरी हैं। वर्तमान विधायक शंकर सिंह ने कई विकास कार्य किए हैं जैसे पुलों और सड़कों का निर्माण लेकिन बाढ़ और कटाव जैसी समस्याएं अभी भी बनी हुई हैं। क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की भी जरूरत है।

विधायक की उपलब्धियां
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डुमरी, बघवा एवं शेखपुरा में पुल निर्माण की निविंदा -
टोपरा स्थित बोचाही धार पर दो जगहों पर पुल की स्वीकृति -
धोबगिद्धा एवं घोसयघाट पर पुल निर्माण की निविंदा प्रकिया शुरू -
भवानीपुर एवं बीकोठी को जोडनेवाली कलमबाग घाट एवं भिखना घाट पर आरसीसी पुल की मंजूरी -
विधानसभा क्षेत्र के सभी प्रखंडों में डिग्री कालेज की मंजूरी -
रेफरल अस्पताल में नये भवन का निर्माण, पावरग्रिड की मंजूरी -
31 कलामंच का निर्माण, अनुरक्षण अवधि समापन के बाद हुए सभी 120 सडकों का उन्नयन एवं चौडीकरण -
रूपौली एवं भवानीपुर में 14 कडोड की लागत से नाला निर्माण की निविंदा -
कोशकीपुर से विजयघाट तक रिंगबांध का प्रस्ताव
विधानसभा चुनाव में इन मुद्दों पर रहेगा फोकस
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टीकापटी एवं मोहनपुर को प्रखंड का दर्जा की मांग -
प्रस्तावित कुरसेला से बिहारीगंज रेल पथ के निर्माण की मांग -
बहदूरा, बैरिया एवं शेखपुरा में पुलिस ओपी के गठन की मांग -
मोहनपुर में क्रांतिकारी चमरू मंडल खेल मैदान की घेराबंदी -
मक्का व केला आधारित उद्योग की मांग -
बाढ़ व कटाव की समस्या का स्थायी निदान -
टीकापटी के गांधी सदन को गांधी सर्किट से जोड़ने की मांग
क्या कहते हैं विधायक शंकर सिंह?
क्या कहते हैं निकट प्रतिद्वंदी कलाधर मंडल?
क्या कहते हैं लोग- पक्ष
विधायक शंकर सिंह का कार्यकाल भले ही 14 माह का रहा हो, परंतु उनके प्रयास से जो विकास को गति मिली, शायद अपने आप में अकल्पनीय है। पुल-पुलिया, सडक से लेकर, सामाजिक कार्य तक में उनका भरपूर सहयोग रहा है। विधानसभा स्तर पर देखा जाए तो, उन्होंने यह साबित कर दिखाया है कि अगर विधायक चाहें तो, अपने क्षेत्र को पांच वर्षों में विकसित जरूर कर सकते हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि शंकर सिंह एक ऐसे विधायक निकले, जिन्होंने अपने काम को ही अपना कर्म बनाने में सफल हुए हैं। - चंद्रकांत कुमार, समाजसेवी
विधायक शंकर सिंह अपने हर वादा को निभाने का भरसक प्रयास किया है। इसका उदाहरण स्वयं उनका गांव है। उनका गांव बड़ा चौराहा है। जैसे ही बरसात होती है, गांव के तीन जगहों पर भारी जलजमाव से सिर्फ गांव ही नहीं, बल्कि इस गांव से गुजरनेवाले दर्जनों गांव के लोग परेशान हो जाते थे। विधायक गांव आए तथा लोगों ने कहा और महज दस दिनों में जलजमाव से मुक्ति दिलाने का कार्य आरंभ हो गया। दशकों बाद ऐसा विधायक मिला है, जो विकास ही नहीं, बल्कि सभी तरह के सामाजिक भेदभाव को भी मिटाने में कामयाब रहे हैं। विकास की लकीरें जो इनके द्वारा खींची गई हैं, वह अमिट होगी। - सनोज चौबे, तेलडीहा
क्या कहते हैं लोग- विपक्ष
सिर्फ सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड करने से विकास नहीं हो जाता है। विकास को धरातल पर उतारना चाहिए। विधायक शंकर सिंह का कार्यकाल पूरी तरह से असफल रहा है। यूं कहा जाए तो उन्होंने सिर्फ हवा में विकास किया हैं, आम जनता के पास विकास की रोशनी नहीं पहुंची है। इसका उदाहरण है कि जहां भी वे विकास की बातें कर रहे हैं, वहां पहले से ही विकास पहुंच चूका था। विकास वाली जगह पर ही वे अपना बोर्ड लगाकर अपने नाम कर रहे हैं। उन्होंने सिर्फ जीत के लिए झूठा वादा किया जो निभा नहीं पाए हैं। - बबलू मंडल, बलिया
विधायक का हर वादा हवा-हवाई साबित हुआ है। लोकलुभावन वादे के जरिए केवल जनता को छला गया है। उन्होंने गढियाघाट, भतसारा घाट पर जीतने के साथ ही पुल का निर्माण कराने की बात कही थी, जो सही साबित नहीं हुआ।हर तरफ समस्याएं मुंह बाए खड़ी है। बिजली 24 घंटे देने की बात कही थी, आज सिर्फ बिजली का अभाव ही नहीं, बल्कि लो वोल्टेज की समस्या अलग है। पूर्व में हुए कार्य की आड़ में वे केवल श्रेय लूट रहे हैं। जनता की अपेक्षा पर वे कतई खरा नहीं उतर पाए हैं। - कृष्ण कुमार मंडल, भवानीपुर
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