Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रेलवे के दावे हवा-हवाई, सुखसेना हाल्ट पर नहीं है बुनियादी सुविधाएं, बिजली-शौचालय और शेड की कमी

    Updated: Sat, 20 Sep 2025 03:03 PM (IST)

    पूर्णिया के बनमनखी में सुखसेना हॉल्ट पर यात्री सुविधाओं का अभाव है। यात्रियों को पेयजल शौचालय और बैठने की उचित व्यवस्था नहीं है। रात में अंधेरा होने से असुरक्षा का माहौल रहता है। रेलवे के दावों के बावजूद यात्रियों को मूलभूत सुविधाओं के लिए तरसना पड़ रहा है जिससे उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

    Hero Image
    सुखसेना हाल्ट पररात में छाया रहता है अंधेरा। फोटो जागरण

    सोहन कुमार, बनमनखी (पूर्णिया)। समस्तीपुर रेल प्रमंडल अंतर्गत बनमनखी-बिहारीगंज रेलखंड के सुखसेना हॉल्ट से रोजाना सैकड़ों यात्री बनमनखी, बिहारीगंज, पूर्णिया, सहरसा, पटना आदि जगहों पर जाने-आने के लिए यात्रा करते हैं, क्योंकि सुखसेना हाल्ट के एक छोर पर बनमनखी जंक्शन है और दूसरी छोर बिहारीगंज स्टेशन है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दोनों ही बड़े शहर हैं, जिसके कारण यहां रोजाना यात्रियों की भीड़ रहती है। यात्रियों ने बताया कि इस हाल्ट स्टेशन पर पेयजल, शौचालय और बैठने के लिए बेंच, धूप व बरसात से बचने के लिए जरूरी शेड आदि की समुचित व्यवस्था न होने से यह कमियां रेल महकमे की यात्री सुविधाओं की उपलब्धता की पोल खोल रहा है।

    यहां ट्रेन रुकने पर प्लेटफार्म के नीचे होने से ट्रेन में चढ़ने-उतरने में यात्रियों को खासकर महिलाओं, बुजुर्गों को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है। यहां कई बार तो यात्री गिरकर चोटिल हो गये हैं।

    इस हाल्ट स्टेशन पर यात्रियों को बैठने के लिए सुरक्षित जगह तक नहीं है। चलने वाली मेमू दिन में तीन बार आती है और इतने ही बार वापस जाती है, जिससे प्रतिदिन सैकडों यात्री आवागमन करते हैं। स्टेशन भवन भी पूराना हो गया है। मिट्टी भी कट गया है। भवन के चारों तरफ मिट्टी नहीं दिया गया तो कभी भी स्टेशन भवन जमींदोज हो सकता है।

    रोशनी के अभाव में अराजक तत्वों का लगता है जमावड़ा

    यहां लोगों ने बताया कि इस हाल्ट स्टेशन पर रोशनी की कोई व्यवस्था न होने से रात के पहर पूरी तरह से अंधेरा पसर जाता है। हाल्ट पर प्रकाश की भी समुचित व्यवस्था नहीं रहने की वजह से यहां रात के समय में अराजक तत्वों का जमावड़ा लगता है, जिसके कारण यहां यात्री खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं, जबकि भारी संख्या में यात्री उक्त स्टेशन पर रात के अंधेरे में भी ट्रेन पकड़ने आते हैं।

    बुनियादी सुविधाओं का अभाव

    हाल्ट पर पेयजल, शौचालय और बैठने के लिए बेंच, धूप व बरसात से बचने के लिए जरूरी शेड आदि की समुचित व्यवस्था नहीं होने से यह कमियां रेल महकमे की यात्री सुविधाओं के दावे को खोखली कर रही हैं। यात्रियों ने बताया कि इस हाल्ट स्टेशन पर शौचालय, रोशनी, सेड और समुचित पेयजल की व्यवस्था का न होना विभागीय लापरवाही का नतीजा है।

    यात्रियों ने बताया कि रेलवे के द्वारा खुले में शौच मुक्त को लेकर अभियान व जागरूकता तो चलाया जाता है, मगर मूलभूत सुविधाओं में से एक शौचालय तक की व्यवस्था इस हाल्ट स्टेशन पर नहीं होने से महिला, पुरुष, युवक, युवतियों, मरीज आदि को अपरिहार्य परिस्थितियों में खुले में शौच को विवश है।

    स्टेशनों पर यात्री सुविधा उपलब्धता के बड़े-बड़े दावे हवा हवाई

    यात्रियों का कहना है कि सरकार व मंत्रालय स्टेशनों व हाल्ट पर यात्री सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को लेकर बड़े-बड़े दावे करते हैं। मगर यहां की वर्तमान स्थिति से इसका वास्तविक अंदाजा लगाया जा सकता है।

    आसमान से उगल रहे आग, बारिश, ओले, कोहरा के बीच यात्रियों को पिछले कई दशक से यात्री सुविधाओं की उपलब्धता की आस है। मगर आशा हर बार निराशा में बदल जाती है।

    यात्रियों ने कहा कि कई बार रेल प्रशासन, जनप्रतिनिधियों से जरूरी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग किया है, ताकि यात्रियों को सहूलियत मिल सके। यात्रियों की मांग को हर बार रेलवे नजरअंदाज करते रही है।

    यात्रियों ने कहा 2005 के दशक में इस हाल्ट स्टेशन का निर्माण कराया गया था। निर्माण काल से ही उक्त हाल्ट पर सुविधा का घोर अभाव है। इसके चलते महिला, पुरुष, बच्चों सहित अन्य यात्रियों को तमाम तरह की परेशानियों से दो चार होना पड़ रहा है।