Tejashwi Yadav: तेजस्वी की यात्रा में 'टेंशन', जलाए गए RJD के झंडे; पूर्णिया में देर रात क्यों हुआ बवाल?
तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा को लेकर अब्दुल्ला नगर में सैकड़ों लोग उनका सुबह 11 बजे से ही इंतजार कर रहे थे। वे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलना चाहते थे। मगर काफी लेट हो जाने की वजह से वे बगैर मुलाकात के ही यात्रा के अगले पड़ाव के लिए निकलने लगे। इसी बात को लेकर सैकड़ों लोगों का गुस्सा फूट पड़ा।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा के दौरान सोमवार की रात खूब बवाल हुआ। पूर्णिया पहुंचे तेजस्वी को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। सदर थाना इलाके के अब्दुल्ला नगर में लोगों ने तेजस्वी का विरोध करते हुए न सिर्फ आगजनी की, बल्कि पार्टी के झंडे तक को आग में झोंक दिया। राजद के झंडे धू-धू कर जले।
प्रदर्शनकारी तेजस्वी के देरी से पहुंचने और उनकी फरियाद सुने बिना यात्रा के अगले पड़ाव की ओर चले जाने से नाराज थे। नाराज लोगों ने बवाल काटते हुए नारेबाजी की और तेजस्वी मुर्दाबाद के नारे लगाए। तेजस्वी यादव की जन विश्वास यात्रा को लेकर अब्दुल्ला नगर में सैकड़ों लोग उनका सुबह 11 बजे से ही इंतजार कर रहे थे।
जिंदाबाद से मुर्दाबाद में बदल गया नारा
वे पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से मिलना चाहते थे। मगर काफी लेट हो जाने की वजह से वे बगैर मुलाकात के ही यात्रा के अगले पड़ाव के लिए निकलने लगे। इसी बात को लेकर उनसे मुलाकात के लिए सुबह से बैठे सैकड़ों लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। तेजस्वी यादव जिंदाबाद का नारा अचानक से मुर्दाबाद में बदल गया और लोग मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
देखते ही देखते उनका गुस्सा और भड़क गया। जिसके बाद बवाल और हंगामा शुरू हो गया। वहां खड़े सैकड़ों लोगों का कहना था कि तेजस्वी से मिलकर वे अपनी बात रखना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने तेजस्वी को रोकना भी चाहा, मगर वे मुलाकात के बजाए अगले पड़ाव कटिहार के लिए बढ़ गए। इसी के बाद लोग भड़क गए। पार्टी के झंडे और तख्तियों में लोगों ने आग लगा दी। गुस्साए लोगों ने अब्दुल्ला नगर मुख्य मार्ग पर आगजनी करते हुए सड़क को जाम कर दिया और तेजस्वी के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
तेजस्वी से क्यों मिलना चाहते थे प्रदर्शनकारी?
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब्दुल्ला नगर की 26 एकड़ जमीन पर वे लोग पिछले कई सालों से रह रहे हैं। मगर अब इसे किसी ने धोखे से अपने नाम कर लिया है। कोर्ट ने सभी घरों को तोड़ने के आदेश दे दिए हैं। दो दफे पुलिस उनके आशियाने को उजाड़ने पहुंच चुकी है। वे आर्थिक रुप से गरीब होने की वजह से अपना पक्ष कोर्ट में नहीं रख पाए, जिस वजह से कोर्ट का ये फैसला आया। अब उनके सामने फुटपाथ पर रहने की नौबत आ गई है। इसी को लेकर वे तेजस्वी से मिलना चाहते थे।
सुबह 11 बजे से लेकर रात गए 11 बजे तक उनका भूखे-प्यासे इंतजार करते रहे। मगर जब मुलाकात कर बात रखने की बारी आई तो उन्होंने साफ इनकार कर दिया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि जब वे जनता की बात ही नहीं सुन रहे। सिर्फ हाथ खड़े कर अपनी बात कहकर निकल जा रहे हैं, तो फिर ये कैसी जन विश्वास यात्रा। इसी के बाद उनका गुस्सा भड़का और फिर आगजनी और प्रदर्शन शुरू हो गया।
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