Government Scheme: मैरिज हॉल में अब गरीब भी कर सकेगा शादी, बिहार सरकार हर गांव में करेगी ये काम
बिहार सरकार अब गाँवों में भी विवाह मंडप बनवाएगी, जिससे गरीब परिवार आसानी से शादी कर सकें। शहरों की तर्ज पर बनने वाले इन मंडपों से गरीबों को शादी के लिए जगह की तलाश में परेशानी नहीं होगी और वे कम खर्च में विवाह कर सकेंगे। यह योजना गरीब परिवारों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगी।

बिहार में अब सबकी शादी मैरिज हॉल में। फाइल फोटो
मनोज कुमार, पूर्णिया। अब गांवों में भी बाबुल को अपनी बिटिया की शादी में परेशानी नहीं होगी। गांव में भी शहर की तरह बेटियों की शादी आधुनिक विवाह भवन से संपन्न हो सकेगी। तंग जगह के चलते बारात को ठहराने व विवाह में होने वाली परेशानी अब जल्द दूर होने वाली है।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना के तहत अब हर पंचायत में एक-एक विवाह मंडप बनाया जाएगा। सरकार ने यह योजना गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बेटियों की शादी के लिए एक सम्मानजनक और सुविधाजनक स्थान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से शुरू की है।
यह योजना बेटियों के सपनों को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम साबित होगा। पंचायती राज विभाग के स्तर से इसकी कवायद भी शुरु हो गई है। जिले में प्रथम चरण में 26 विवाह मंडप का निर्माण किया जाना है।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि संबंधित 26 पंचायतों के मुखिया एवं सचिवों के साथ बैठक कर उनसे योजना पर विस्तृत चर्चा की गई है।
50-50 लाख से बनाये जाएंगे प्रत्येक विवाह मंडप
गरीब परिवारों को विवाह जैसे शुभ कार्यों के लिए एक सुविधाजनक और गरिमापूर्ण स्थान उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सरकार ने राज्य के सभी पंचायतों में विवाह मंडप तैयार करने का निर्णय लिया है। साथ ही इसके लिए शुरुआती राशि का भी आवंटन कर दिया है।
सूबे के 8053 ग्राम पंचायतों में विवाह मंपल निर्माण पर सरकार 40.26 अरब रुपये खर्च कर रही है। उसी के तहत जिले में भी सभी 246 पंचायतों में इसका निर्माण कराया जाएगा। प्रथम चरण में 26 पंचायतों में इसका निर्माण शुरू होगा।
जिला पंचायती राज पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि प्रत्येक विवाह मंडप के निर्माण पर 50-50 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। सरकार ने शुरुआती रकम प्रत्येक 26 पंचायत के लिए पांच-पांच लाख रुपये आवंटित भी कर दिया है।
सीओ करेंगे चयनित भूमि का निरीक्षण
जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने संबंधित 26 पंचायत के मुखिया व पंचायत सचिव के साथ योजना के क्रियान्वयन से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं पर विस्तारपूर्वक चर्चा की है। डीपीआरओ ने सभी मुखिया को विवाह मंडप के लिए जगह चयन का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा है कि भूमि विवादित नहीं होनी चाहिए। डीपीआरओ ने मुखिया एवं पंचायत सचिवों को जल्द से जल्द भूमि का स्थलीय निरीक्षण करवाते हुए संबंधित अभिलेख अंचलाधिकारी के माध्यम से भेजवाने काे कहा है।
ताकि इस महत्वाकांक्षी योजना को जल्द से जल्द मूर्त रूप दिया जा सके एवं निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध ससमय शत-प्रतिशत उपलब्धि प्राप्त किया जा सके। विवाह मंडप योजना के लिए चयनित प्रखंड एवं पंचायत इस प्रकार हैं।
| क्र. | प्रखंड | पंचायतें |
|---|---|---|
| 1 | कसबा | मलहरिया, बनैली, कुल्लाखास |
| 2 | बायसी | गांगर |
| 3 | केनगर | गोआसी, पोठिया रामपुर, झुन्नी इस्तम्बरार |
| 4 | पूर्णिया पूर्व | भोगा करियात, गौरा |
| 5 | श्रीनगर | खोखा दक्षिण, खुट्टी धुनैली, खुट्ठी हसेली, झुन्नीकला, चनका |
| 6 | बीकोठी | लतराहा, सुखसेना पश्चिम, ठाढी |
| 7 | अमौर | बकेनिया बरैली, आमगाछी, बरबट्टा, विष्णुपुर |
| 8 | धमदाहा | मुगलिया पुरंदाहा पूर्व, चिकनी डुमरिया |
| 9 | भवानीपुर | लाठी बसंतपुर, चिन्तामणी उस्कावरी |
| 10 | जलालगढ | दनसार |
| कुल पंचायतें | 31 | |

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