Bihar Politics: राहुल गांधी की बॉलिंग पर गिरिराज सिंह का छक्का, मगर क्लीन बोल्ड हो गया मखाना
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कटिहार में मखाना खेत का दौरा चर्चा में रहा। गिरिराज सिंह ने इस पर कटाक्ष किया। इस राजनीतिक बहस के बीच मखाना किसानों को बिहार में मखाना अनुसंधान केंद्र खुलने की उम्मीद है खासकर प्रधानमंत्री मोदी के संभावित पूर्णिया दौरे के बाद।
प्रकाश वत्स, पूर्णिया। लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा जारी है। अभी सीमांचल व कोसी से उनकी यात्रा गुजर ही रही है। इस दौरान 23 अगस्त को कटिहार से गुजरते हुए वे मखाना के खेत भी गए। कांग्रेस सहित महागठबंधन इसे राजनीति को जमीन से जोड़ने की कवायद मान रहे हैं।
एनडीए इसे फूहड़ राजनीतिक स्टंट करार दे रहा है। राजनीति की इस तकरार में कौन जीता, यह समय बताएगा, लेकिन राजनीति के इस क्रिकेट का लोग भरपूर मजा ले रहे हैं।
राहुल गांधी ने मखाना खेत में उतर राजनीति की अच्छी गेंद फेंकी और फिर भाजपा के कद्दावर नेता सह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह अलग छक्का लगा गए। राजनीति के इस रोमांच से अलग मखाना पूरी चर्चा में क्लीन बोल्ड की स्थिति में रहा। मखाना अनुसंधान केंद्र की बात न इधर से उठी और न उधर से...।
23 अगस्त को राहुल गांधी वोटर अधिकार यात्रा के क्रम में कटिहार में थे। वहां कोढ़ा में वे मखाना फोड़ी सेंटर भी गए और कुछ देर व्यवहार रूप में उतार उसे समझने का प्रयास किया। बाद में वे एक मखाना खेत भी गए और किसान से उत्पादन व विपणन पर बात भी की।
इधर, केंद्रीय मंत्री सह भाजपा नेता गिरिराज सिंह सोमवार को एनडीए की बैठक में भाग लेने बनमनखी पहुंचे थे। वहां उन्होंने सभा को भी संबोधित किया था। इस दौरान राहुल गांधी के मखाना खेत जाने पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने जिस अंदाज में कटाक्ष किया कि लोगों की हंसी छूट गई।
उन्होंने यह बताने का प्रयास किया कि राहुल गांधी को यह मालूम नहीं था कि मखाना खेत में जूता मौजा पहनकर लोग नहीं जाते हैं। गिरिराज सिंह के बयान के बाद राहुल गांधी के मखाना खेत जाने की चर्चा स्वभाविक रूप से हर जुबान पर आ गई है।
इसी चर्चा के बीच मखाना किसानों की एक उम्मीद भी झांकने लगी है। केंद्र सरकार द्वारा मखाना अनुसंधान केंद्र बिहार में बनाने का निर्णय लिया है। इस घाेषणा के बाद से ही पूर्णिया में मखाना अनुसंधान केंद्र बनाने की मांग जोर पकड़ ली थी। यह मांग अभी भी जीवित है।
यद्यपि राहुल गांधी या फिर गिरिराज सिंह के बयान में मखाना अनुसंधान केंद्र की कोई चर्चा नहीं रही है, लेकिन आगामी 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभावित पूर्णिया दौरे ने इस उम्मीद को नया पंख लगा दिया है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।