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    लाइन बाजार में शारीरिक दूरी बनी मजाक, हकीकत में लगी भीड़

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 23 Apr 2020 06:11 PM (IST)

    पूर्णिया। लाइन बाजार इलाके को मेडिकल हब जाना जाता है। यहां पर लॉकडाउन के बाद से सभी तरह की

    लाइन बाजार में शारीरिक दूरी बनी मजाक, हकीकत में लगी भीड़

    पूर्णिया। लाइन बाजार इलाके को मेडिकल हब जाना जाता है। यहां पर लॉकडाउन के बाद से सभी तरह की निजी और सरकारी ओपीडी सेवा बंद थी। इस कारण से सड़कें वीरान थी और बाजार में पहुंच भी नहीं रहे थे। लेकिन अब निजी चिकित्सक और अस्पताल को अपना सेवा बहाल करने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद अब क्लीनिक में मरीजों को भीड़ भी हो रही है। अबतक एक भी कोरोना पॉजिटिव मामला उजागर नहीं होने के कारण ग्रीन जोन में जिला को रखा गया है। इसके कारण से कुछ रियायत भी मिली है। सेवा बहाल होने से लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। और उनको थोड़ी राहत भी मिली है, लेकिन इस सब के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं हो रहा है। गुरुवार को लाइन बाजार का नजारा शारीरिक दूरी की धज्जियां उड़ाने वाला था। वहां भीड़ किसी आम दिनों की तरह होने लगी है। सुबह से शाम तक यह भीड़ ़भाड़ किसी खतरे की आहट हो सकती है।

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    लाइन बाजार इलाके में है आठ सौ से अधिक दवा दुकानें तीन सौ के करीब लैब और एक्सरे सेंटर

    इस इलाके में 800 से अधिक दवा दुकानें और 300 के करीब लैब, एक्सरे सेटर आदि हैं। इसके साथ ही करीब 300 से अधिक चिकित्सक केवल इस इलाके में ही अपनी प्रैक्टिस करते हैं। इसके साथ ही सदर अस्पताल भी इसी इलाके में स्थित है। लाइन बाजार में कई नर्सिग होम भी संचालित किया जाता है। सभी अस्पताल और चिकित्सक को सेवा बहाल करने की अनुमति मिल गई है तो भीड़-भाड़ को रोकना और नियम पालन करवाना एक चुनौती है।

    मुश्किल हो रहा शारीरिक दूरी का पालन कराना

    अब इस इलाके में शारीरिक दूरी का पालन करवाना मुश्किल हो रहा है। यह पुलिस के लिए भी चुनौती है यहां आने वाले लोगों पर किसी तरह की पाबंदी लगाएं। जिला प्रशासन ने एक साथ सभी चिकित्सक, लैब को अपना संचालन करने की अनुमति दे दी। इसके साथ ही मेडिकल दुकान तो खुल ही रहे थे। एक दुकानदार का कहना है कि अगर सभी क्लिनिक, अस्पताल और दुकानदार और उसके स्टाफ ही पहुंच गए तो वह संख्या हजारों में पहुंच जाएगी। इसके बाद अगर कम संख्या में ही मरीज भी पहुंच रहे हैं तो यह इलाके में भीड़भाड़ होना आम बात है। यह हालत तब है जब पब्लिक परिवहन संचालन अभी नहीं हो रहा है। सड़क पर कई तरह की पाबंदियां भी लगी है। इसके साथ ही अब रमजान का महीना भी प्रारंभ होने जा रहा है। इस कारण से इस इलाके में अब शारीरिक दूरी का पालन कराना पुलिस के लिए एक चुनौती बनने जा रही है। अभी तो बस शुरूआत हुई है तो बाजार में गाड़ियों की भीड़ लग गई है और यहां तक जाम भी लगने लगा है।

    आम दिनों जैसा दिखने लगा चहल-पहल

    आम दिनों में इलाके से गुजरने में आधा घंटा से अधिक का समय लगता था। अब वापस उसी पटरी पर लौटता नजर आ रहा है। कोरोना संक्रमण के लिए शारीरिक दूरी बहुत जरूरी है। इसके साथ ही लोग मास्क भी नहीं पहन रहे हैं। यह केवल मेडिकल से संबंधित दुकान और अस्पताल होने के कारण यहां पर सबकुछ साथ खुलने के मतलब है कोरोना के संक्रमण को आमंत्रित करना। आम लोगों को दवा और अन्य मेडिकल सुविधा के लिए यह आवश्यक है कि यह सेवा बहाल रहे लेकिन उसके साथ कोरोना संक्रमण से बचाना भी उतना ही जरूरी है। लाइन बाजार इलाके में जबतक रोटोशन विधि नहीं अपनाई जाएगी तब तक इस इलाके में भीड़ रोकना मुश्किल है। यहां भीड़ ऐसी हो रही है कि अगर एक भी व्यक्ति संक्रमित हुआ तो इसके फैलाव को रोकना मुश्किल है। जल्द ही प्रशासन को इस दिशा में सोचना होगा कैसे यहां की भीड़-भाड़ को कम किया जाए और लोगों को पहुंचे भी तो शारीरिक दूरी का पालन अवश्य कराएं।