पूर्णिया में KCC लोन घोटाला, बैंक एजेंट किसानों को ठग कर फरार
धमदाहा प्रखंड के राजघाट गरैल पंचायत में किसानों से केसीसी ऋण की समझौता राशि वसूल कर बैंक एजेंट फरार हो गया। सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया से जुड़े रिकवरी एजें ...और पढ़ें

ठगी की शिकायत करते किसान। फोटो जागरण
संवाद सहयोगी, धमदाहा (पूर्णिया)। धमदाहा प्रखंड के राजघाट गरैल पंचायत में किसानों के साथ ठगी का एक गंभीर मामला सामने आया है। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया से जुड़े एक रिकवरी एजेंट पर केसीसी ऋण की समझौता राशि वसूल कर बैंक में जमा नहीं कराने और फरार हो जाने का आरोप लगा है। इस घटना से आधा दर्जन से अधिक किसान आर्थिक और मानसिक संकट में आ गए हैं।
राजघाट गरैल पंचायत वार्ड संख्या-1 निवासी अरविंद चौधरी ने अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी धमदाहा को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित किसानों ने बताया कि कुछ माह पूर्व सेंट्रल बैंक के मैनेजर के साथ रिकवरी एजेंट चंद्रभानु गांव आया था। इस दौरान केसीसी ऋण समझौता के नाम पर किसानों से नगद राशि की वसूली की गई।
किसानों के अनुसार, अरविंद चौधरी से 26,000 रूपये, सर्विन चौधरी से 25,000 रूपये और शंभू चौधरी से 25,000 रूपये की राशि ली गई। वहीं, केशव चौधरी से ₹14,000 लेकर कहा गया कि उस दिन पर्ची उपलब्ध नहीं है, जो बाद में दी जाएगी।
किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि रिकवरी एजेंट ने कुछ लोगों से सीएसपी संचालक के खाते में ऑनलाइन राशि मंगवाई, जिसे बैंक में जमा कराने का वादा किया गया। लेकिन वह राशि भी जमा नहीं की गई। जब किसान सेंट्रल बैंक पहुंचे, तो पता चला कि जिन ऋणों की राशि वे चुका चुके थे, वे अब भी बकाया दिख रहे थे।
किसानों ने मीरगंज थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए आवेदन दिया, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। 13 दिसंबर 2025 को किसानों ने मंत्री लेशी सिंह के समक्ष अपनी पीड़ा रखी।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप गोल्डी ने बताया कि मामला गंभीर है और जांच के आदेश दिए गए हैं। पीड़ित किसान न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।

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