IPS Sweety Sahrawat: 'लेडी सिंघम' के नाम से मशहूर हैं पूर्णिया की नई एसपी, पिता के लिए पहनी वर्दी
लेडी सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस स्वीटी सहरावत ने पूर्णिया के नए एसपी के रूप में पदभार संभाला। उन्होंने अपराध नियंत्रण को अपनी प्राथमिकता बताते हुए स्मैक के नेटवर्क को तोड़ने पर जोर दिया। गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उनका स्वागत किया गया। स्वीटी सहरावत ने पूर्णिया को ऐतिहासिक जिला बताते हुए जिम्मेदारी का निर्वहन करने की बात कही।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। लेडी सिंघम के नाम से मशहूर आईपीएस स्वीटी सहरावत (IPS Sweety Sahrawat) ने बुधवार को पूर्णिया के नए एसपी (Purnia New SP) के रूप में पदभार संभाल लिया। पूर्व एसपी कार्तिकेय के शर्मा ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उन्हें प्रभार सौंपा।
बतौर पुलिस कप्तान के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद 'लेडी सिंघम' ने कहा कि क्राइम कंट्रोल उनकी पहली प्राथमिकता होगी। अपराध एवं अपराधी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किए जाऐंगे। स्मैक के नेक्सस को तोड़ना अपराध और अपराधियों पर लगाम कसने पर उनका पूरा जोर होगा।
इससे पहले, आईपीएस स्वीटी सहरावत के पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचते ही विशेष टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। आईपीएस कार्तिकेय शर्मा ने बुके देकर लेडी सिंघम का स्वागत किया। इस दौरान नए एसपी के स्वागत के लिए विभाग के कई बड़े पुलिस ऑफिसर और जवान मौजूद रहे। सभी ने बुके देकर उनका स्वागत किया। साथ ही नया दायित्व मिलने पर शुभकामनाएं दी।
एसपी स्वीटी सहरावत ने कहा कि पूर्णिया बिहार का सबसे प्राचीनतम जिला होने के साथ ही ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्यों से भरा है। इस नाते पूर्णिया जिले के एसपी की कमान संभालने के बाद उनकी जिम्मेदारी बढ़ गई है। जिले में अपराध को नियंत्रित करना उनकी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कहा कि पहले के एसपी ने यहां काफी काम किए हैं, उसे आगे बढ़ाया जाएगा। स्मैक और अन्य अपराधों पर कड़ाई से कार्रवाई की जाएगी। महिला सुरक्षा, अपराध और अपराधियों पर नकेल कसने पर जोर होगा।
बता दें कि बीते 14 जून को बिहार में 18 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था। जिसमें पूर्णिया के तेज तर्रार एसपी कार्तिकेय के शर्मा को पटना का नया एसएसपी बनाया गया। एसपी कार्तिकेय शर्मा 2014 बैच के आइपीएस अधिकारी हैं। वहीं पटना सेंट्रल की सिटी एसपी स्वीटी सहरावत को पूर्णिया का नया एसपी बनाया गया।
2019 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं स्वीटी सहरावत?
आईपीएस स्वीटी सहरावत 2019 बैच की बिहार कैडर की अधिकारी हैं। उन्होंने 2019 यूपीएससी परीक्षा में 187 वीं रैंक हासिल की थी। आईपीएस बनने से पहले उन्होंने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी से इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की। फिर डिजाइन इंजीनियर के रूप में भी काम किया है।
बाद में इंजीनियरिंग की करियर छोड़ आईपीएस ऑफिसर बन गई। नव पदस्थापित एसपी को जिले में नशे के बढ़ रहे अपराध को रोकने व नशे पर रोकथाम लगाने की बड़ी चुनौती होगी।
पिता की इच्छा पूरी करने के लिए पहनी वर्दी
स्वीटी सहरावत ने दिल्ली से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। उनके पिता दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल थे जिनकी साल 2013 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई। स्वीटी के पिता उन्हें आईपीएस की वर्दी में देखना चाहते थे। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्वीटी एक कंपनी में डिजाइन इंजीनियर के तौर पर काम करने लगीं, लेकिन पिता का सपना पूरा करने का ख्याल हर समय उनके दिमाग में था। एक दिन उन्होंने नौकरी छोड़ यूपीएससी की तैयारी को पूरा समय देने की ठानीं। स्वीटी के भाई हरीश सहरावत सीआइएसफ में सब-इंस्पेक्टर हैं।
कौन हैं एसपी स्वीटी सहरावत?
आईपीएस स्वीटी सहरावत के बारे में कहा जाता है कि अपराध के खिलाफ वे काफी सख्त हैं। स्वीटी सहरावत ने सबसे पहले अपनी ड्यूटी औरंगाबाद में सिटी एसपी के पद पर तैनाती से शुरू की थी। पहली बार ही सिटी एसपी के पद पर रहते हुए स्वीटी सहरावत बिहार के पूर्व डीजीपी निखिल कुमार के साथ नोकझोंक को लेकर सुर्खियों में भी रही थी।
दोनों के बीच लगभग 2 वर्ष पूर्व औरंगाबाद में नोक-झोंक हुई थी। उस समय यह खबर खूब चर्चा में थी। इसके अलावा बीपीएससी कैंडिडेट्स से समझौता करने को लेकर भी स्वीटी सेहरावत की खूब चर्चा हुई थी। दरअसल, 70वीं बीपीएससी के बाद बिहार अभ्यर्थियों की ओर से जोरदार प्रदर्शन हुआ था।
पटना के गांधी मैदान और जेपी गोलंबर पर छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया था। पुलिस को स्थिति नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज और वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। वहीं, इस पूरे घटनाक्रम में स्वीटी सहरावत चर्चा के केंद्र में थी। इस दौरान उनकी प्रशांत किशोर से भी बहस हुई थी। हालांकि, पूरे स्थिति को उन्होंने संभाल लिया था। जिसके बाद उनकी खूब चर्चा हो रही थी।
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