Updated: Sat, 13 Sep 2025 11:25 PM (IST)
आर्थिक अपराध इकाई द्वारा इंजीनियर विनोद राय के खिलाफ जांच पूर्णिया तक पहुंची। उनके पटना आवास से बरामद चेक का पूर्णिया से संबंध है। पूर्णिया में तैनाती के दौरान उन पर निविदाओं में हेराफेरी और वसूली का आरोप है। छापेमारी में उनके घर से अधजले नोट बरामद हुए जो उन्होंने जलाने की कोशिश की थी। शौचालय और पानी की टंकियों से भी बड़ी मात्रा में नगदी मिली।
राजीव कुमार, पूर्णिया। आर्थिक अपराध इकाई द्वारा पकड़े गए धनकुबेर इंजीनियर विनोद राय के मामले की जांच की आंच पूर्णिया में पहुंच सकती है।
आर्थिक अपराध द्वारा उनके खिलाफ शिकंजा कसने के बाद उनके पटना स्थित आवास से जो कई चेक बरामद किए हैं उसका सीधा कनेक्शन पूर्णिया से है।
ग्रामीण कार्य विभाग में अधीक्षण अभियंता के पद पर पदस्थापित विनोद राय आर्थिक अपराध इकाई की गिरफ्त में आने के कुछ माह पूर्व तक पूर्णिया में ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता के पद पर पदस्थापित रहे थे।
यहां उनका कार्यकाल भले ही 372 दिनों का रहा। मगर एक साल सात दिनों के अपने कार्यकाल में उनके द्वारा बड़ी संख्या में योजनाओं की निविदा मैनेज का खेल खेला गया। इसके नाम पर यहां टेंडर मैनेज करने के नाम पर जमकर संवेदकों से वसूली की गयी।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
विनोद कुमार राय ने पूर्णिया में अधीक्षण अभियंता का पद पर पांच जुलाई 2023 से लेकर 12 जुलाई 2024 तक संभाला था।
बताया जाता है कि आर्थिक अपराध इकाई के थाना अध्यक्ष सह पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार को 22 अगस्त की संध्या 18:15 बजे सूचना मिली कि विनोद कुमार राय पु. स्व रामचन्द्र राय, निवासी प्रोग्रेसिव कॉलोनी, जयप्रकाश नगर, भूतनाथ रोड, थाना अगमकुआं जो वर्तमान में ग्रामीण कार्य विभाग के अधीक्षण अभियंता के रूप में मधुबनी में पदस्थापित है।
इसके अलावा वे सीतामढ़ी जिला के अतिरिक्त प्रभार में है, वे अपनी इनोवा गाड़ी नंबर-बीआर 01एचजी-1234 से काफी ज्यादा राशि अवैध तरीके से अर्जित कर रात्रि 09:00 बजे अपने घर पर आये है।
यदि तत्काल उसका जांच/सत्यापन कर छापामारी नहीं किया गया तो उक्त बड़ी धनराशि को सुबह तक वहां से उनके द्वारा हटाया जा सकता है। उक्त सूचना के आलोक में टीम चार मंजिला मकान के मुख्य दरवाजे के पास पहुंची।
विनोद कुमार राय के घर का मुख्य दरवाजा पर पुलिस होने का परिचय देते हुए उन्हें बुलाया गया। करीब 15 मिनट के बाद एक महिला मकान के नीचे मुख्य दरवाजा के पास आई तथा बताया कि यह विनोद कुमार राय की पत्नी है।
पुलिस ने उन्हें पुलिस होने का परिचय देते हुए दरवाजा खोलने का अनुरोध किया लेकिन वह बहस करते हुए अनाप-शनाप बोलने लगी। इसके बाद विनोद कुमार की पत्नी पुनः अन्दर घर में जाकर अन्दर से लोहे का ग्रील में ताला लगा लिया।
पुलिस टीम करीब 01:30 बजे से 06:00 तक उनके घर के बाहर खड़ी रही, किन्तु विनोद कुमार राय या उनकी पत्नी के द्वारा दरवाजा नहीं खोला गया। विनोद कुमार राय की पत्नी के वापस घर में जाने के बाद उनके घर से कागज जलने की गंध हवा में आने लगी।
आर्थिक अपराध इकाई की टीम जब विनोद राय के घर के दक्षिण स्थित फ्लैट के मकान मालिक से अनुरोध कर उनके फ्लैट पर जाकर विनोद कुमार राय एवं उनकी पत्नी की गतिविधि को जानने का प्रयास किया तो पाया की काला धुआं एवं आग की चिंगारी उनके घर के तरफ से निकल रही है तथा कागज जलने का गंध भी काफी आ रही है।
इंजीनियर की पत्नी ने चार बर्नर के चूल्हे पर जलाए रुपये
आर्थिक अपराध की टीम जब तीसरे मंजिल पर पहुंची तो देखा कि रसोईघर में गैस चूल्हा के पास जलने से होने वाले दुर्गंध फैला हुआ था। किन्तु घर के फर्श को साफ कर पोछा लगा दिया गया था।
गैस चूल्हा जो चार बर्नर का था, उसके पीछे 500 रुपये नोट का कुछ जला टुकड़ा पड़ा हुआ था। रसोईघर में ही स्थित डस्टबिन में भी कुछ कागजात को अधजले अवस्था में पाया गया। गवाहों के समक्ष जांच के क्रम में घर के हॉल से पश्चिम अवस्थित शौचालय को जाम अवस्था में पाया गया।
जांच में खुलासा हुआ कि शौचालय शीट में कुछ डाल दिया गया है, जिस कारण शीट के अन्दर पानी पास नहीं कर रहा था। तत्पश्चात स्थानीय मेहतर को बुलाया गया और शौचालय में जाम को देखने के लिए कहा गया।
उसके द्वारा जब शौचालय शीट को साफ किया गया तो 500-500 रुपये का काफी ज्यादा अधजले नोट उसमें से पाया गया।
पानी की तीन टंकी में भी मिले अधजले नोट
विनोद राय के सबसे ऊपरी मंजिल जिसपर एक कमरे के छत के ऊपर पानी का तीन टंकी रखा हुआ था। उसमें जांच करने पर 500-500 रुपये के नोटों की कई गड्डी एवं 200 तथा 100 रुपये की कुछ नोट पाये गये।
बड़ी संख्या में अधजले नोट एवं पानी टंकी से बड़ी संख्या में रुपये बरामद होने पर विनोद राय की पत्नी सिर चकराने की बात कहकर अस्पताल में दाखिल हो गयी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।