पागल कुत्ते का खौफ... 24 घंटे में 14 लोगों और 100 से ज्यादा मवेशियों को बनाया शिकार; ग्रामीणों ने दी दर्दनाक मौत
अकबरपुर ओपी के लक्ष्मीपुर गिरधर पंचायत के विभिन्न गांवों में एक पागल कुत्ते को मार-मारकर किसानों ने मौत के घाट उतार दिया है। कुत्ते ने 24 घंटे के अंदर एक दर्जन इंसान एवं दर्जनों मवेशियों को अपना शिकार बनाया। इसके चलते पूरा पंचायत पिछले 24 घंटों तक आतंक के साये में जीता रहा। कुत्ते ने सोढन नकटापार लक्षमीपुर गिरधर आदि गांवों के लगभग 14 लोगों को काटकर घायल कर दिया
संसू, रूपौली (पूर्णिया)। अकबरपुर ओपी के लक्ष्मीपुर गिरधर पंचायत के विभिन्न गांवों में पागल कुत्ते का आतंक इस कदर रहा कि चौबीस घंटे के अंदर उसने लगभग एक दर्जन इंसान एवं लगभग सौ मवेशियों को अपना शिकार बनाया है।
यद्यपि सोमवार की सुबह लक्ष्मीपुर गिरधर गांव में किसानों पर हमला के दौरान घायल किसानों ने उसे मार गिराया है। सभी घायल रेफरल अस्पताल सहित सीमावर्ती मधेपुरा जिला के चौसा अस्पताल में अपना-अपना इलाज करवा रहे हैं तथा रेविज के टीके लगवा रहे हैं।
आतंक के साये में जीता रहा पूरा पंचायत
जबकि सरकारी मवेशी अस्पताल में रेबिज के टीके नहीं रहने से किसान परेशान दिखे तथा निजी दवा की दुकानों से टीका खरीदकर अपने-अपने मवेशियों को टीका लगवाते दिखे। इस घटना से पूरा पंचायत पिछले 24 घंटों तक आतंक के साये में जीता रहा, पता नहीं कब किसे तथा किसके मवेशी को पागल कुत्ता अपना शिकार बना ले।
इस संबंध में सोढ़न गांव के प्रभात कुमार ने बताया कि अचानक एक पागल कुत्ता उनके गांव आ धमका एवं यहां के तीन लोगों 8 वर्षीय टोनी कुमार पिता विकास मंडल, ब्रजेश कुमार उम्र 16 वर्ष पिता विपीन कुमार मंडल एवं 40 वर्षीय विमल मंडल पिता रामोतार मंडल समेत नौ मवेशियों को काट खाया तथा वहां से भाग खड़ा हुआ।
14 लोगों को काटकर बुरी तरह किया घायल
इसके बाद उसने नकटापार गांव में भी कई व्यक्तियों एवं मवेशियों को काटकर घायल कर दिया। इसके बाद वह सुबह लक्ष्मीपुर गिरधर गांव में सोमवार की सुबह धावा बोला तथा वहां के भी कई मवेशियों एवं व्यक्तियों को घायल कर दिया, परंतु यहां के किसान कुत्ते के काटने के बाद भी हार नहीं मानी तथा उसे घेरकर मार डाला।
इस तरह से कुत्ते ने सोढन, नकटापार, लक्षमीपुर गिरधर आदि गांवों के लगभग 14 लोगों को काटकर बुरी तरह घायल कर दिया है। सभी व्यक्यिों का इलाज रेफरल अस्पताल रूपौली एवं मधेपुरा जिला के चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है तथा सभी पीडितों को रेविज के टीके दिये गए हैं । ठीक इसी तरह से इन गांवों में मवेशी पालकों के लगभग एक सौ मवेशियों को भी कुत्ते ने काटकर घायल कर दिया है।
मवेशी पालकों में भारी आक्रोश
सरकारी अस्पतालों में सरकार द्वारा रेविज के टीके उपलब्ध नहीं होने के कारण, वे निजी मेडिकल के दुकानों से टीके खरीदकर अपने-अपने मवेशियों को दिलवा रहे हैं तथा इलाज करवा रहे हैं।
किसी पागल जानवर के काटे जाने के दौरान उसके उपचार के लिए सरकार द्वारा मवेशियों के लिए रेविज के टीके उपलब्ध नहीं कराए जाने से यहां के मवेशी पालकों में काफी आक्रोश है। मौके पर सोढ़न गांव के मवेशी पालक प्रभात कुमार ने बताया कि पिछले दो दिनों में यहां पागल कुत्ते द्वारा लगभग एक सौ मवेशियों को काटकर घायल कर दिया गया।
मवेशी पालक सरकारी अस्पताल का चक्कर लगाते रहे, परंतु वहां बताया गया कि इस तरह के टीके सरकार मवेशी अस्पतालों में उपलब्ध नहीं करा रही है। इसे निजी मेडिकल दुकानों से ही खरीदना पड़ता है। सभी किसानों ने सरकार से सभी मवेशी अस्पतालों में रेबिज के टीके उपलब्ध कराने की मांग की है ।
सरकार किसी भी सरकारी मवेशी अस्पताल में रेबिज के टीके उपलब्ध नहीं कराती है, किसानों को निजी मेडिकल की दुकानों से ही दवा लेकर टीका लगवाना पड़ता है- डा. रंजीत कुमार, चिकित्सा प्रभारी, मवेशी अस्पताल, रूपौली।
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