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    नए हेडमास्टरों को अब तक नहीं मिला स्कूल का प्रभार, शिक्षा विभाग ने जारी किया शोकॉज नोटिस

    Updated: Wed, 17 Dec 2025 02:12 PM (IST)

    बिहार के उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में नवपदस्थापित प्रधानाध्यापकों को प्रभार नहीं सौंपने पर शिक्षा विभाग ने सख्ती दिखाई है। विभाग ने पूर्व प्रभारियों ...और पढ़ें

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    संवाद सहयोगी, धमदाहा (पूर्णिया)। उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में नवपदस्थापित प्रधानाध्यापकों को अब तक विद्यालय का संपूर्ण प्रभार (वित्तीय सहित) नहीं सौंपे जाने का मामला सामने आने के बाद शिक्षा विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। विभाग ने निर्देशों की अनदेखी करने वाले पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कारण-पृच्छा (शोकॉज नोटिस) जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब तलब किया गया है।

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    माध्यमिक शिक्षा, शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के पत्रांक-3346 दिनांक 21 नवंबर 2025 के आलोक में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा अनुशंसित एवं काउंसलिंग में सफल प्रधानाध्यापक उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में योगदान कर चुके हैं और उन्हें अविलंब विद्यालय का संपूर्ण प्रभार सौंपा जाना अनिवार्य है।

    इसके अनुपालन को लेकर जिला स्तर से भी पत्रांक-380 दिनांक 26 नवंबर 2025 के माध्यम से सभी संबंधित विद्यालयों से प्रतिवेदन मांगा गया था।

    निदेशालय को प्राप्त प्रतिवेदनों की समीक्षा के दौरान यह तथ्य सामने आया कि उत्क्रमित उच्च विद्यालय, गंगाराम, दमगड़ा के पूर्व प्रधानाध्यापक आशीष कुमार, प्लस टू उत्क्रमित उच्च विद्यालय बघवा कन्या के पूर्व प्रधानाध्यापक विकाश चंद्र गुप्ता तथा प्लस टू उत्क्रमित उच्च विद्यालय धरहर जमुनिया के पूर्व प्रधानाध्यापक लल्लन कुमार यादव एवं उत्क्रमित उच्च विद्यालय महेंद्र नगर दियारा के ब्रज किशोर सिंह द्वारा अब तक नवपदस्थापित प्रधानाध्यापकों को विद्यालय का संपूर्ण प्रभार हस्तगत नहीं कराया गया है।

    इस संबंध में संबंधित विद्यालयों के वर्तमान प्रधानाध्यापकों ने पत्रांक-09 दिनांक 1 दिसंबर 2025 को स्पष्ट रूप से प्रतिवेदित किया है कि पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापकों द्वारा अब तक प्रभार सुपुर्द नहीं किया गया है। विभागीय अधिकारियों के अनुसार यह स्थिति न केवल खेदजनक है, बल्कि विभागीय आदेशों की खुली अवहेलना भी है।

    अधिकारियों का कहना है कि प्रभार हस्तांतरण में देरी के कारण विद्यालयों का प्रशासनिक संचालन, शैक्षणिक व्यवस्था तथा वित्तीय कार्य प्रभावित हो रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापकों को कार्यालय ज्ञापन सह कारण-पृच्छा जारी की गई है। नोटिस में 24 घंटे के भीतर स्पष्ट और तथ्यपरक स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया गया है।

    साथ ही यह चेतावनी भी दी गई है कि निर्धारित समय सीमा में जवाब नहीं मिलने की स्थिति में उनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारी को प्रतिवेदन भेज दिया जाएगा।

    शिक्षा विभाग की इस कार्रवाई के बाद जिले के अन्य उत्क्रमित उच्च विद्यालयों में भी प्रभार हस्तांतरण को लेकर हलचल तेज हो गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार, यदि अन्य विद्यालयों में भी इसी तरह की लापरवाही सामने आती है, तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कदम उठाए जाएंगे।