सीमांचल में सुरक्षा होगी मजबूत, पूर्णिया में खुलेगा ATS सेंटर; 40 जवान रहेंगे तैनात
पूर्णिया में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) का सेंटर खुलेगा, जिसे राज्य पुलिस मुख्यालय ने मंजूरी दे दी है। सीमांचल की संवेदनशीलता को देखते हुए यह कदम उठ ...और पढ़ें
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आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस)। (जागरण)
राजीव कुमार, पूर्णिया। नेपाल की खुली सीमा एवं बांग्लादेश तथा बंगाल की सीमा से सटे होने के कारण पूर्णिया में एटीएस (आतंकवाद निरोधी दस्ता) का सेंटर खुलेगा।
एटीएस सेंटर पूर्णिया में खोले जाने को लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय ने हरी झंडी दे दी है। राज्य पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर एटीएस सेंटर के लिए भवन एवं जमीन की खोज का काम शुरू कर दिया गया है। बताया जाता है कि पहले किसी भवन में एटीएस सेंटर खोलकर फिर उसके लिए जमीन खोज एटीएस सेंटर के लिए नया भवन बनाया जाएगा।
एटीएस सेंटर को राज्य पुलिस मुख्यालय ने हर हाल में वर्ष 2026 के तीन महीनों में शुरू करने का निर्देश दिया है। बताया जाता है कि सीमांचल के जिले नेपाल एवं बांग्लादेश की सीमा से सटे होने के कारण काफी संवेदनशील हैं।
इसके अलावा बंगाल की सीमा भी सीमांचल के जिलों से सटी हुई है। ऐसे में कभी भी किसी तरह की आतंक विरोधी गतिविधियों की समस्या खड़ी हो सकती है।
पूर्णिया में एटीएस सेंटर खुल जाने के बाद इस तरह की घटना पर तत्काल कदम उठाया जा सकेगा। हाल के महीनों में पूर्णिया में एअरपोर्ट एवं गैंस रिफिलिंग प्लांट खुल जाने के कारण एटीएस सेंटर की आवश्यकता जताई जा रही थी।
आतंकवादी गतिविधियों से निपटने के लिए विशेष प्रशिक्षित होते हैं एटीएस के जवान
पूर्णिया के एटीएस सेंटर में 40 विशेष प्रशिक्षित एटीएस के जवानों को तैनात किया जाएगा। एटीएस के सभी जवान राज्य पुलिस बल के विशेष प्रशिक्षित जवान होते हैं जिन्हें आतंक के खिलाफ लड़ने का विशेष प्रशिक्षण प्राप्त होते हैं। एटीएस के जवान किसी भी तरह के आंतकवादी हमले से निपटने में सक्षम होते हैं।
ये राष्ट्रीय स्तर की खुफिया एजेंसी रा एवं आईबी के साथ मिलकर काम करते हैं। 40 जवानों के अलावा एक एटीएस डीएसपी दो इंस्पेक्टर एवं इसके तकनीकी टीम की भी पूर्णिया में तैनाती की जाएगी।
एटीएस की तैनाती के बाद एक घंटे में सीमांचल के किसी जिले में पहुंच सकेगी एटीएस
पूर्णिया में एटीएस सेंटर खुलने के बाद सीमांचल के किसी भी जिले में आंतक निरोधी दस्ता की टीम एक घंटे के अंदर किसी भी आंतकवादी घटनाओं की सूचना पर पहुंच सकती है।
कटिहार, किशनगंज, अररिया जिले में पूर्णिया से एक घंटे के अंदर एटीएस पहुंच सकती है जबकि पटना से इन जिलों तक आने में पूर्व में एटीएस की टीम को छह से आठ घंटे तक का समय लगता था।
पूर्णिया में 15 सितम्बर 2025 से हवाई सेवा शुरू किए जाने के बाद यहां एटीएस सेंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी ताकि किसी विशेष परिस्थिति में उसका तत्काल उपयोग किया जा सके।
एटीएस के पहले एसटीएफ का पूर्णिया में खुल चुका है कमांड सेंटर
वर्ष 2025 में पूर्णिया में एसटीएफ का कमांड सेंटर भी काम करने लगा है। यहां एसटीएफ के 80 जवानों के अलावा दो डीएसपी इंस्पेक्टर एवं तकनीकी टीम की तैनाती की जा चुकी है।
एसटीएफ की यह टीम सीमांचल सहित आसपास के जिलों में सक्रिय शातिर अपराधियों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान में शामिल होती है। एसटीएफ के कमांड सेंटर के बाद अब एटीएस का सेंटर खुलना बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
राज्य पुलिस मुख्यालय ने पूर्णिया में एटीएस सेंटर खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है। इसके लिए भवन एवं स्थान चयन का काम किया जा रहा है। जल्द ही पूर्णिया में एटीएस सेंटर काम करने लगेगा।
प्रमोद कुमार मंडल, डीआईजी, पूर्णिया।

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