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    पूर्णिया में 16 KG का मूर्ति बरामद, लोगों ने कहा-यह तो विष्णु भगवान हैं, अद्भुत मूर्ति देख सभी हैं दंग

    By Jagran NewsEdited By: Dilip Kumar shukla
    Updated: Fri, 18 Nov 2022 05:29 PM (IST)

    बिहार के पूर्णिया में 16 किलो वजन का एक मूर्ति को बरामद किया है। मूर्ति भगवान विष्‍णु की है। यह मूर्ति अष्‍टधातु की है या अन्‍य किसी पदार्थ की इसकी जांच की जा रही है। अभी मूर्ति पुलिस के पास मौजूद है। विशेषज्ञ इसकी जांच कर रहे हैं।

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    बिहार के पूर्णिया में भगवान विष्‍णु की प्रतिमा को देखते लोग।

    संवाद सूत्र, श्रीनगर, पूर्णिया। केनगर थाना क्षेत्र के गढ़िया बलुआ पंचायत स्थित वार्ड पांच में अवस्थित एक तालाब के किनारे से पुलिस ने मंगलवार को 16 किलो वजन का एक मूर्ति बरामद किया है। मूर्ति अष्टधातु की है या नहीं, इसकी जांच फिलहाल चल रही है। माना जा रहा है कि छठ को लेकर तालाब की हुई साफ-सफाई के दौरान यह मूर्ति गाद के साथ बाहर निकली है और बाद में लोगों की नजर इस पर पड़ी है। वार्ड पांच के वार्ड सदस्य पति हरि पासवान की नजर सर्वप्रथम इस मूर्ति पर पड़ी और उसने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना मिलते ही केनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया। फिलहाल पुलिस इस बाबत विभिन्न बिदुंओं पर जांच कर रही है।

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    थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस इस बात की जानकारी भी जुटा रही है की आसपास किसी मंदिर में हाल में प्रतिमा चोरी तो नहीं हुई है। अब तक इस मूर्ति के संबंध में कोई जानकारी नहीं मिली है। पुलिस ने मूर्ति की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम को बुलाया है ताकि मूर्ति अष्यधातु या किसी अन्य की है इस बात की जानकारी मिल सके। नेपाल का सीमावर्ती जिला पूर्णिया होने के कारण अक्सर यहां राज्य के कई हिस्सों से चोरी गयी कीमती मूर्तियां बरामद होते रही है। पूर्णिया से कई बार मूर्ति चोरी करने वाले अन्तराष्ट्रीय गिरोह के सदस्यों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इसी कारण मूर्ति बरामद होने के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं।

    ग्रामीणों की सूचना पर थाना क्षेत्र के गढ़िया बलुआ वार्ड पांच में तालाब किनारे से यह मूर्ति बरामद की गई है। लगभग डेढ़ फीट उंचाई की यह मूर्ति भगवान विष्णु की है। मूर्ति के पीछे खरोंचा हुआ है। संभावना है कि मूर्ति चोरों द्वारा इसकी जांच कराने के बाद इसे बेशकीमती न मानते हुए तालाब में फेंक दिया गया है वैसे जांच के बाद ही खुलासा हो पाएगा। - मुकेश मिश्रा, थानाध्यक्ष, केनगर।