Purnia Airport को लेकर आई अच्छी खबर, नीतीश कुमार ने पहले अफसरों के साथ की बैठक; फिर दे दिया नया निर्देश
Bihar News मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शनिवार को सीमांचल क्षेत्र का दौरा किया। उनके इस दौरे से सीमांचल की दो बड़ी योजनाओं को अब गति भी मिल गई है। इसी तरह पूर्णिया में एयरपोर्ट (Purnia Airport) बनने का रास्ता अब साफ हो गया है। सीएम नीतीश ने इस संबंध में अपने अधिकारियों को नया आदेश भी दिया है।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शनिवार को पूर्णिया पहुंचे। मुख्यमंत्री ने चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा परिसर स्थित सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें सैन्य व नागरिक उड्डयन विभाग के पदाधिकारी भी शामिल हुए।
इस दौरान उन्होंने हवाई सेवा शुरू करने में आ रहीं अड़चनों को शीघ्र दूर करने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने केनगर प्रखंड स्थित काझा कोठी पहुंचकर जीर्णोद्धार कार्य का भी जायजा लिया।
मुख्यमंत्री के आगमन से पूर्णिया से जल्द ही हवाई सेवा शुरू होने और काझा कोठी को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने की उम्मीद अब बढ़ गई है। इस दौरे में मुख्यमंत्री पूर्णिया के साथ-साथ सीमांचल की दो बड़ी योजनाओं को गति दे गए।
सीएम ने निर्माणाधीन सिविल एयरपोर्ट परिसर का हवाई सर्वे भी किया
चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा पर उतरने से पहले मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन सिविल एयरपोर्ट परिसर का हवाई सर्वे भी किया। इसके बाद वे हवाई अड्डा परिसर स्थित सभागार पहुंचे और समीक्षा बैठक की।
इस दौरान डीएम कुंदन कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से मुख्यमंत्री को चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा में प्रस्तावित सिविल एन्क्लेव के निर्माण के लिए अधिग्रहित की गई भूमि, रन-वे की लंबाई, सड़क संपर्क सहित अन्य विकास कार्यों से अवगत कराया।
बैठक में मौजूद एयर वाइस मार्शल एसके माथुर एवं नागरिक उड्डयन के जीएम और आर्किटेक्चर ने भी अपने-अपने सुझाव मुख्यमंत्री के समक्ष रखे। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा के विकास कार्यों में और अधिक तेजी लाकर इसे यथाशीघ्र पूरा कराने का निर्देश दिया।
हवाई अड्डा के लिए लिंक रोड बनाने का निर्देश
उन्होंने कहा कि इस एयरपोर्ट के चालू हो जाने से आसपास के दो-तीन प्रमंडल के लोगों को काफी सुविधा होगी। हवाई सफर के लिए उन्हें बागडोगरा नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने हवाई अड्डा के लिए लिंक रोड व यात्रियों के लिए हर आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिया।
इसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काझा कोठी परिसर पहुंचे। यहां उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। ऐतिहासिक काझा कोठी के जीर्णोद्धार कार्य के साथ तालाब परिसर का मुआयना किया। 1790 में बने काझा कोठी से ही अंग्रेज नील की खेती को नियंत्रित करते थे।
मुख्यमंत्री ने यहां तालाब परिसर को दिल्ली हाट की तर्ज पर विकसित करने की कार्ययोजना का माडल भी देखा। परिसर से ही 19.20 करोड़ की लागत से तैयार रूपौली व चंपानगर थाना भवन के साथ-साथ क्षेत्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला का रिमोट से उद्घाटन किया।
इसके अलावा 23.93 करोड़ की लागत से बनने वाले चार थाना भवनों की आधारशिला भी रखी। इस परिसर में उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टाल का भी निरीक्षण किया।
इस दौरान उनके साथ बिहार सरकार की खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग की मंत्री लेशी सिंह, सदर विधायक विजय खेमका, पूर्व सांसद संतोष कुशवाहा, दुलाल चंद गोस्वामी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, डा. एस सिद्धार्थ, आदि मौजूद थे।
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