पहले पत्नी की गला दबाकर की हत्या, फिर चाकू से रेता अपना गला, अवैध संबंध के शक में हुई हत्या से दहला पूर्णिया
Bihar Crime News बिहार के पूर्णिया में अवैध संबंध के शक में शनिवार सुबह एक युवक ने पहले अपनी पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी और उसके बाद चाकू से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली। परिजनों ने दोनों को आननफानन में जीएमसीएच में भर्ती कराया लेकिन डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच करने में जुटी हुई है।
जागरण टीम, पूर्णिया। बिहार के पूर्णिया में के. हाट थानाक्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी में अवैध संबंध के शक में शनिवार सुबह पेंटर पति नशारुद्दीन खान (26 वर्ष) ने पहले अपनी पत्नी चांदनी की गला दबाकर हत्या कर दी। उसके बाद खुद चाकू से अपना गला काट लिया, जिससे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई। स्वजनों ने आननफानन दोनों को जीएमसीएच लाया, जहां डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने दोनों के शव का पोस्टमार्टम कराया है। मामले की तफ्तीश की जा रही है। घटना शुक्रवार देर रात तीन बजे की है। दो हत्याओं की ऐसी खबर सुनकर पूरा इलाका दहल उठा। घटना की सूचना मिलते ही के. हाट थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों से पुछताछ की।
मृतक की पहचान के.हाट थाना क्षेत्र के हाउसिंग कॉलोनी निवासी नशारुद्दीन खान (26) के रूप में हुई है। जबकि मृतका पत्नी की पहचान चांदनी खातून (24) के रूप में हुई है, जो जमालपुर की रहने वाली है।
अवैध संबंध को लेकर अक्सर होती थी कहासुनी
घटना की जानकारी देते हुए मृतक नशारुद्दीन खान के बड़े भाई मो कमरुद्दीन खान ने बताया कि डेढ़ साल पहले ही दो दोनों की शादी हुई थी। पति को पत्नी के ऊपर अवैध संबंध का शक था। इसे लेकर दोनों में अक्सर कहासुनी होती रहती थी।
शुक्रवार रात दोनों के बीच आपसी कहासुनी हो रही थी। पति-पत्नी का आपसी मैटर जानकर उनलोगों ने मामले में हस्तक्षेप नहीं किया।
देर रात अचानक आई चीखने की आवाज
रात गए 3 के करीब अचानक से उनके कमरे से तेज चीखने की आवाज आई। जिसके बाद उनलोगों की नींद खुल गई। जिसके बाद वे दौड़े भाड़े कमरे में पहुंचे।पहले उनकी नजर नशारुद्दीन खान पर पड़ी। वो खून से लथपथ कमरे में मृत पड़ा था और खून से सना चाकू हथेली के बगल में था।
कुछ ही कदम आगे बढ़ने पर चांदनी खातून खून से लथपथ मिली। नब्ज बंद थे और उसकी भी मौत हो चुकी थी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।