Bihar News: दक्षिण बिहार के लोगों के लिए खुशखबरी, जल्द खुलेगा एक और होम्योपैथिक कॉलेज-अस्पताल
विश्व होमियोपैथिक दिवस पर बिहार में एक और होम्योपैथिक कॉलेज और अस्पताल खोला जाएगा। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इसकी घोषणा की है। राज्य सरकार आयुष चिकित्सा पद्धति को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है। इसी कड़ी में हर साल आयुर्वेदिक यूनानी और होम्योपैथी दिवस मनाए जाएंगे। वहीं मुजफ्फरपुर में 121 करोड़ की लागत से बने 200 बेड के होम्योपैथिक अस्पताल का जल्द उद्घाटन किया जाएगा।
जागरण संवाददाता, पटना। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने गुरुवार को कहा कि उत्तर की तरह दक्षिण बिहार में भी एक होम्योपैथिक कॉलेज सह अस्पताल इसी वित्तीय वर्ष में खोला जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी से इसकी स्वीकृति मिल चुकी है।
सरकार की ऐतिहासिक पहल
आयुष चिकित्सा पद्धति , होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक व यूनानी को बढावा देने के लिए राज्य सरकार 64 वर्षों के बाद ऐतिहासिक पहल करने जा रही है। मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य स्वास्थ्य क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने के लिए एलोपैथी, होम्योपैथिक, यूनानी व आयुर्वेदिक जैसी चिकित्सा पद्धतियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
सभी पद्धतियों के समन्वय से जनता को बेहतर एवं सस्ती स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। आमजन को जागरूक करने के लिए हर वर्ष आयुर्वेदिक, यूनानी व होम्योपैथिक दिवस मनाए जाएंगे।
कार्यक्रम का हुआ आयोजन
स्वास्थ्य मंत्री गुरुवार को विश्व होमियोपैथी दिवस पर ऊर्जा ऑडिटोरियम में राज्य आयुष समिति द्वारा आयोजित डॉ. सैमुअल हैनीमैन जयंती समारोह सह वैज्ञानिक सेमिनार के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मौके पर विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, स्वास्थ्य सचिव मनोज कुमार सिंह, अपर सचिव सह आयुष समिति के कार्यपालक निदेशक डॉ. आदित्य प्रकाश, राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक सुहर्ष भगत, बिहार स्वास्थ्य सुरक्षा समिति के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी शशांक शेखर सिन्हा।
स्वास्थ्य विभाग की ओएसडी गुंजन सिंह, स्वास्थ्य मंत्री के आप्त सचिव अमिताभ सिंह, आयुष समिति के महानिदेशक सुरेंद्र राय, नोडल पदाधिकारी वैद्य धनंजय शर्मा, होम्योपैथिक के निदेशक श्याम सुंदर सिंह समेत स्वास्थ्य विभाग के तमाम पदाधिकारी व कालेजों के प्राचार्य, शिक्षक व छात्र मौजूद थे।
200 बेड के होम्योपैथी कॉलेज का उद्घाटन जल्द
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि होम्योपैथी किफायती व सुलभ चिकित्सा पद्धति है। इसके प्रभावी परिणाम लोगों के जीवन को बेहतर बना रहे हैं। उन्होंने होम्योपैथी चिकित्सकों से कहा कि वे इसे लोकप्रिय बनाने के लिए हर वर्ष ऐसे आयोजन करें।
मुजफ्फरपुर में जल्द होगा उद्घाटन
उन्होंने कहा कि मुजफ्फरपुर में 121 करोड़ की लागत से बने 200 बेड के होम्योपैथिक अस्पताल का जल्द उद्घाटन किया जाएगा। कॉलेज का भी निर्माण अतिशीघ्र पूरा होगा।
अभी राज्य में 28 राजकीय होम्योपैथिक औषधालय व 38 जिलों में जिला संयुक्त औषधालय में एक-एक होम्योपैथिक इकाई तथा पटना के कदमकुआं में 10 बेड का होम्योपैथिक अस्पताल है। इनमें मुफ्त इलाज किया जाता है।
गत वर्ष 2,901 आयुष चिकित्सकों की नियुक्ति की गई। इनमें से 951 होम्योपैथिक चिकित्सक थे। 294 आयुष्मान आरोग्य मंदिर में से 86 होम्योपैथिक प्रक्षेत्र में संचालित हैं। मौके पर होम्योपैथी के जनक डॉ. सैमुअल हैनीमैन को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
स्वास्थ्य मंत्री ने भारत में इसके जनक डॉ. बाबू राजेंद्र लाल दत्त एवं बिहार के डॉ. बी. भट्टाचार्य को भी याद किया। अपर मुख्य सचिव सह विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत ने कहा कि हमारा ये प्रयास रहेगा कि इस सेक्टर को उतना ही महत्व दें जितना अन्य को देते हैं।
इस पद्धति से जुड़े छात्र व शिक्षकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी व भविष्य में बेहतर इलाज देने के लिए प्रतिबद्ध रहना होगा। मौके पर आयुष प्रक्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले 12 होम्योपैथिक चिकित्सा पदाधिकारियों को सम्मानित किया गया।
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