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    मानव तस्कर गिरोह के लिए किशोरियों को ट्रैप करने वाली महिला पटना से गिरफ्तार, पूछताछ में अन्य की पहचान

    Updated: Sat, 05 Jul 2025 03:02 PM (IST)

    बेबस व मजबूर लड़कियों को शादी और करियर के नाम पर जाल में फंसाकर उन्हें बेचने मानव तस्कर गिरोह को सौंपने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दानापुर से लापता किशोरी को भी इसी महिला ने जाल में फंसाया था और मानव तस्कर गिरोह के जरिए राजस्थान के एक युवक से शादी के नाम पर बेच दिया गया था।

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    मानव तस्कर गिरोह के लिए किशोरियों को ट्रैप करने वाली महिला गिरफ्तार। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना। रेलवे स्टेशन और उसके आसपास के इलाकों में बेबस व मजबूर लड़कियों को शादी और करियर के नाम पर जाल में फंसाकर उन्हें बेचने मानव तस्कर गिरोह को सौंपने वाली महिला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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    एसआइटी उससे पूछताछ कर रही है। दानापुर से लापता किशोरी को भी इसी महिला ने जाल में फंसाया था और मानव तस्कर गिरोह के जरिए राजस्थान के एक युवक से शादी के नाम पर बेच दिया गया था। दानापुर पुलिस अपहृत किशोरी काे पहले ही मुक्त करा चुकी है।

    साथ ही पीड़िता को घर में रखने वाली महिला, जबरन शादी कराने और बेचने वाले चार आरोपितों को दानापुर पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। पूछताछ में यह बातें सामने आई थी कि यह गिरोह बीते छह माह में चार किशोरी सहित दस महिलाओं को जाल में फंसाकर अपहरण कर चुका है। अब तक सिर्फ एक किशाेरी को पुलिस मुक्त करा सकी है। अब एसआइटी गिरोह के सरगना संजय और उसके एक अन्य की तलाश में दो राज्यों में छापेमारी कर रही है।

    किशोरियों को जाल में फंसाने के बदले गिरफ्तार महिला को भी कमीशन मिलता था। इस काम में उसके साथ कुछ और लोगों की संलिप्तता भी सामने आई है। पुलिस उसे दानापुर लेकर आई है, जहां पूछताछ कर यह पता किया जा रहा है कि वह मुक्त कराई गई किशोरी के साथ तीन अन्य किशोरियों को कहां से ट्रैप किया था और इसके बाद उन्हें तस्करों तक पहुंचाने के पूर्व किसकी देखरेख में रखा गया था।

    वह कब से इस गिरोह के लिए काम कर रही है और किन किन जिलों में इसने घटना को अंजाम दिया है, इसके बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही उसके बैंक खातों में पैसे कहां से भेजे गए थे और कितने का ट्रांजेक्शन किस मद में कब कब हुआ था इसकी भी जांच चल रही है।

    पुलिस का दावा है कि इस किशोरियों को जाल में फंसाने वाली इस महिला की गिरफ्तारी के लिए बड़ी उपलब्धि हैं, जिसके जरिए अन्य लापता युवतियों और किशोरियों के बारे में अहम सुराग मिलने के साथ गिराेह में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी भी तय है।

    तीन लेयर के बाद तस्करों तक पहुंचती है लड़कियां

    मानव तस्करों पांच लेयर में काम कर रहे। पहले लेयर में गिरोह किसी किशोरी को झांझा देकर नौकरी, शादी या सपने दिखाता है, जब वह उनके जाल में फंस जाती है तो उसे दूसरे लेयर में काम करने वाले गिरोह को सौंप देते।

    जो उन किशारी या लड़की को सुरक्षित कमरे में रखकर उन्हें डराते धमकाते हैं। इसके बाद तीसरा लेयर में पीड़िता मानव तस्करी गिरोह तक पहुंचती है। जो दूसरे राज्य में किसी से शादी के नाम पर बेच देते या फिर उन्हें चाैथे लेयर यानी की अनैतिक धंधे में संलिप्त गिरोह के हाथों सौंप देते थे। में धकेल देते थे। , जो उन लड़कियों की तस्करी के लिए दूसरे राज्य के युवक के शादी करानेे के नाम बेच देता था।

    17 दिनों में बरामद की गई 35 युवतियां

    सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह ने बताया कि गुमशुदगी और अपहरण के सभी मामलों की गंभीरता से जांच की जाती है। बीते 17 जून से 4 जुलाई तक लापता 48 लोगों को सकुशल लाया गया। सभी का बयान दर्ज कराया गया। इसमें 35 युवतियां है। जो शादी करके बाहर रह रही थी।

    कैसे मानव तस्करों तक पहुंची पुलिस

    दानापुर से लापता एक किशोरी के मामले में चौंकाने वाला पर्दाफाश हुआ था। वह मानव तस्कर गिरोह का शिकार हुई थी। गिरोह ने मदद के नाम पर उसे भरोसे में लिया और डरा धमकाकर राजस्थान के एक व्यक्ति से जबरन शादी करा 1.50 लाख में बेच दिया था।

    दानापुर पुलिस किशोरी को राजस्थान से सकुशल मुक्त कराने के साथ ही मानव तस्करी में संलिप्त महिला समेत पांचों आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस तब दंग गई रह गई जब पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह दस लड़कियों का इसी तरह अपहरण का चुका है।

    इधर, एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि आरोपितों से पूछताछ में पता चला कि यह गिरोह छह माह में दस महिलाओं का अपहरण कर चुका है। एक विशेष टीम का गठन किया गया है।

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