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    रोहिणी के आरोपों से हिला लालू परिवार, कौन हैं तेजस्वी के क्रिकेट के साथी रमीज खान? मर्डर के लगे हैं आरोप

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 03:34 PM (IST)

    राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने राजनीति छोड़ने का एलान किया है। उन्होंने राजद सांसद संजय यादव पर आरोप लगाया है। रोहिणी के आरोपों के बाद तेजस्वी यादव के दोस्त रमीज नेमत खान सुर्खियों में आए हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि रमीज नेमत खान कौन हैं जिनका रोहिणी ने अपनी पोस्ट में जिक्र किया।

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    रोहिणी ने रमीज खान का किया जिक्र। (फोटो जागरण)

    डिजिटल डेस्क, पटना। राजद प्रमुख लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने शनिवार को राजनीति छोड़ने और अपने परिवार से नाता तोड़ने की घोषणा की।

    एक दिन पहले ही, राजद को बिहार विधानसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था और उसके बाद ही रोहिणी के पोस्ट से बिहार की सियासत में हड़कंप मच गया।

    रोहिणी ने पोस्ट कर बताया कि उन्होंने यह फैसला राजद सांसद संजय यादव के कहने पर लिया। सांसद, आचार्य के भाई तेजस्वी यादव के भी करीबी सहयोगी हैं। रोहिणी आचार्य ने कहा कि संजय यादव ने मुझसे यही करने को कहा था। उन्होंने अपने पोस्ट में एक और नाम का भी उल्लेख किया - रमीज नेमत खान।

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    रोहिणी आचार्य के आरोपों के बाद सुर्खियों में आया यह शख्स कौन है? यह नाम पहले मीडिया या बिहार की राजनीति में नहीं देखा गया था।

    तेजस्वी के हैं दोस्त

    हम आपको बताते हैं, रमीज नेमत खान तेजस्वी यादव के पुराने दोस्त हैं और उनकी कोर टीम का हिस्सा हैं। उनकी दोस्ती क्रिकेट के मैदान से लेकर राजनीति तक फैली हुई है।

    मिली जानकारी के अनुसार वह 2016 में राजद में शामिल हुए और महागठबंधन सरकार के दौरान उपमुख्यमंत्री कार्यालय में आंतरिक कार्यों में सहायता से शुरुआत की। समय के साथ, वह तेजस्वी की राजनीतिक टीम का एक अभिन्न अंग बन गए और उनके दैनिक कार्यक्रम, प्रमुख बैठकों, बैक-एंड समन्वय और अभियान प्रबंधन को संभालने लगे।

    उत्तर प्रदेश के हैं रमीज नेमत खान

    उत्तर प्रदेश के निवासी रमीज नेमत खान, उत्तर प्रदेश की बलरामपुर लोकसभा सीट (जिसे अब श्रावस्ती के नाम से जाना जाता है) से पूर्व सांसद रिजवान जहीर के दामाद हैं।

    रमीज नेमत खान के ससुर समाजवादी पार्टी और मायावती की बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर दो बार सांसद रह चुके हैं। उन्होंने एक बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भी चुनाव लड़ा था। रिजवान जहीर एक समय उत्तर प्रदेश के सबसे युवा विधायक भी थे।

    पत्नी लड़ चुकी हैं चुनाव

    रमीज नेमत खान की पत्नी जेबा रिजवान तुलसीपुर सीट से दो बार चुनाव लड़ीं। एक बार वह कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ीं थी और एक बार निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में थी, लेकिन वह दोनों बार ही चुनाव नहीं जीत पाई।

    रमीज नेमत खान पर 2021 में तुलसीपुर में जिला पंचायत चुनाव के दौरान हिंसा से जुड़ा मामला दर्ज किया गया था। उनके खिलाफ आरोप है कि उन्होंने कांग्रेस नेता दीपांकर सिंह और उनके लोगों पर हमला किया था।

    इसके बाद, 2022 में, तुलसीपुर नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष फिरोज पप्पू की हत्या के मामले से जुड़ी कथित साजिश के लिए रमीज नेमत खान, उनकी पत्नी, ससुर रिजवान जहीर और तीन अन्य को गिरफ्तार किया गया था।

    रमीज नेमत खान को कई मामलों में जमानत मिल चुकी है, जबकि कुछ मामले अभी भी लंबित हैं। उनके खिलाफ बलरामपुर में नौ और कौशाम्बी में दो मामले दर्ज हैं।

    हत्या का मामला है दर्ज

    रमीज नेमत खान पर लगे अन्य गंभीर आरोपों में 2023 में प्रतापगढ़ के ठेकेदार शकील खान की हत्या का एक और मामला शामिल है। उनका शव कुशीनगर में रेलवे ट्रैक के पास मिला था।

    ठेकेदार की पत्नी की शिकायत पर रमीज नेमत खान इस मामले में आरोपी बने। उन्हें जुलाई 2024 में गैंगस्टर अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया था और इस वर्ष अप्रैल में जमानत दे दी गई थी।

    इसके बाद रमीज नेमत खान और उनकी पत्नी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की, जिसने अधिकारियों को निर्देश दिया कि उन्हें गिरफ्तार करने या नया मुकदमा शुरू करने से पहले स्थानीय अदालत की अनुमति ली जाए।

    सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद से दम्पति को कई अन्य मामलों में राहत मिल रही है - तथा उनके खिलाफ कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया है।

    प्रोफेसर हैं पिता

    रमीज नेमत खान का जन्म नवंबर 1986 में हुआ था। उनके पिता, नेमतुल्लाह खान, जामिया मिलिया इस्लामिया में प्रोफेसर हैं। रमीज नेमत खान ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, मथुरा रोड से शिक्षा प्राप्त की और जामिया से बीए और एमबीए की डिग्री हासिल की। वह बचपन से ही क्रिकेटर रहे हैं और दिल्ली और झारखंड की विभिन्न आयु वर्ग की टीमों के लिए खेलते रहे हैं।

    उन्होंने 2008-09 में झारखंड अंडर-22 टीम की कप्तानी भी की थी। इसी दौरान उनकी तेजस्वी यादव से दोस्ती हुई। 2016 में, वह राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए और तब से तेजस्वी यादव की टीम के प्रमुख सदस्य बने हुए हैं।