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    बदलते मौसम में लापरवाही पड़ सकती है भारी, हार्ट अटैक और हैमरेज का खतरा बढ़ा

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 09:38 PM (IST)

    पटना में मौसम तेजी से बदल रहा है, जिससे हृदय और न्यूरो संबंधी रोगियों के लिए खतरा बढ़ गया है। डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में बदलाव के कारण हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ जाता है। मरीजों को सुबह की सैर करते समय और रात में गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही, दवाइयों का नियमित सेवन करने और किसी भी असामान्य लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी जाती है।

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    बदलते मौसम में लापरवाही पड़ सकती है भारी, हार्ट अटैक और हैमरेज का खतरा बढ़ा

    जागरण संवाददाता, पटना। पटना में मौसम का मिजाज इन दिनों तेजी से बदल रहा है। दिन में हल्की गर्मी तो शाम ढलते ही ठंड का असर महसूस होने लगा है। न्यूनतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच गया है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यह तापमान परिवर्तन दिल, बीपी और शुगर के मरीजों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

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    इंदिरा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी (आईजीआईसी) के सहायक निदेशक व डीएम कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. रोहित कुमार ने बताया कि छठ के बाद मौसम में अचानक बदलाव आ जाता है। इससे हृदय रोगियों में अटैक का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे मरीजों को सुबह की सैर पूरे बाजू के कपड़े पहनकर करनी चाहिए और रात में जरूरत के अनुसार गर्म कपड़े अवश्य पहनने चाहिए।

    उन्होंने कहा कि मरीज अपनी दवा और दिनचर्या के बारे में डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। उन्होंने बताया कि मौसम का उतार-चढ़ाव दिल और दिमाग दोनों पर असर डाल सकता है। सुबह की ठंड और रात की नमी से बचें, खुद को गर्म रखें और दवाओं का नियमित सेवन जारी रखें।

    जीएस न्यूरो रिसर्च सेंटर के निदेशक व इंटरवेंशनल न्यूरोलाजिस्ट डॉ. राहुल कुमार ने बताया कि ठंड के मौसम में रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं। इससे हृदय में रक्त का प्रवाह बाधित होता है और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। मस्तिष्क की नसों पर बढ़े दबाव के कारण ब्रेन हैमरेज का खतरा भी कई गुना अधिक हो जाता है।

    पीएमसीएच के न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. गुंजन ने बताया कि आंशिक हैमरेज के शुरुआती लक्षण कभी-कभी नजर नहीं आते, लेकिन तेज अटैक जानलेवा साबित हो सकता है। वहीं, आईजीआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने बताया कि बदलते मौसम में ओपीडी और इमरजेंसी में हृदय व न्यूरोलॉजिकल मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। इमरजेंसी में आईसीयू में सबसे अधिक ब्रेन हैमरेज के मरीज भर्ती हुए है।

    इन बातों का रखें विशेष ध्यान-

    • पहले से दवा ले रहे हैं तो डॉक्टर से मिलकर दवा की मात्रा एडजस्ट कराएं।
    • रात में एसी और पंखे के उपयोग से परहेज करें।
    • सुबह टहलने से पूर्व रखें तापमान का ख्याल।
    • तला-भुना और मसालेदार भोजन न करें।
    • बीपी और शुगर को नियमित जांचते रहें।
    • घर में व्यायाम करते समय कमरे में पर्याप्त ऑक्सीजन रहे, यह सुनिश्चित करें।
    • ताजे फल और सब्जियां नियमित रूप से खाएं।
    • किसी भी असामान्य शारीरिक बदलाव पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।