महिला दिवस पर कांग्रेस विधायक शकील अहमद ने सुनाई रामचरित मानस की चौपाई, सदन में हंगामा
बिहार विधानसभा में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने महिला दिवस के अवसर पर प्राचीन ग्रंथों की चर्चा करते हुए मनुस्मृति का हवाला दिया। इसपर कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान भड़क गए। उन्होंने कहा कि आपने ढोल गंवार... वाली बात तो छोड़ ही दी।

पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के सातवें दिन मंगलवार को महिला विधायकों का स्वागत फूलों से हुआ। उन्हें बधाई दी गई। वहीं कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान की एक टिप्पणी पर बवाल हो गया। उन्होंने मनुस्मृति की चर्चा किए जाने पर आपत्ति जताते हुए तुलसीदास रचित रामचरित मानस की पंक्तियां दोहराई। इसकी वे व्याख्या करने लगे। इसपर पहले डिप्टी सीएम रेणु देवी ने आपत्ति जताई। इसके बाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि आप किसी चौपाई की गलत व्याख्या कर धार्मिक भावना को आहत नहीं करें। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इनकी बातें कार्यवाही से निकाल दी गई है। इसके बाद उन्होंने मर्यादा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने एक शेर पढ़ा-
आज हम हैं कल हमारी यादें होंगी
जब हम न होंगे तब हमारी बातें होंगी
कभी पलटेंगे जिंदगी के ये पन्ने
तब शायद आपकी आंखों में भी बरसातें होंगी।
मंत्री ने कहा-हमारी संस्कृति में महिलाओं का सम्मान
दरअसल शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश की महिलाओं को शुभकामनाएं देते हैं। विधानसभा अध्यक्ष महोदय, आपने देवियों की चर्चा की। भारतीय संस्कृति में दो हजार साल पहले कहा गया है कि जहां नारियों की पूजा होती है, वहीं देवता निवास करते हैं। हमारे ऋषि-मुनियाें ने मुनस्मृति में इसकी व्याख्या की है। इसके बाद राजद विधायक आलोक मेहता ने कहा कि किवदंती और इतिहास का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए एक दिन के लिए महिला को सीएम बनाया जाए। इसपर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इसकी शुरुआत तो पहले आप ही करते न।
मनुस्मृति की चर्चा पर भड़के कांग्रेस विधायक
शिक्षा मंत्री के मनुस्मृति की चर्चा करने पर कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान भड़क गए। उन्होंने कहा कि वजीर ए तालीम ने एक जिक्र छोड़ दिया। इसके बाद उन्होंने तुलसीदास रचित रामचरित मानस की चौपाई, ढोल, गंवार... दोहराते हुए कहा, यह नहीं हो सकता। मनुस्मृति का जिक्र संविधान के खिलाफ है। उनके इस बयान के बाद उपमुख्यमंत्री रेणु देवी खड़ी हो गईं। उन्होंने कहा कि भारतीय महिलाएं कभी तारण की शिकार नहीं हुई हैं। गलत मत बोलिए। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने हस्तक्षेप किया, कहा कि आपकी ये बातें प्रोसिडिंग में नहीं जाएंगी। फिर भी विधायक बोलते रहे तो विस अध्यक्ष ने कहा कि सुंदर सकारात्मक वातावरण में नींबू क्यों डाल देते हैं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा-गलत व्याख्या मत करिए
कांग्रेस विधायक के बयान के बाद उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद सदन में खड़े हो गए। उन्होंने कहा कि तुलसीदास जी ने रामचरित मानस की रचना की। इस महाग्रंथ के प्रति विश्व के सभी समुदाय के लोगों की आस्था है। लेकिन उसके एक चौपाइ की गलत व्याख्या करना धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस चौपाई की व्याख्या विस्तारपूर्वक की गई है। इस तरह की चौपाई का गलत उल्लेख कर नकारात्मक बातें सदन में रखना गलत है।
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