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    अफ्रीका के जंगल से संजय गांधी जैविक उद्यान आएंगे दो नए विदेशी मेहमान

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 08:31 PM (IST)

    अफ्रीका का जंगल से आने वाले दो नए मेहमान जल्द ही राजधानी पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान की शोभा बढ़ाने वाले हैं। अफ्रीका से चिम्पांजी का एक जोड़ा जल्द ही पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान की शोभा बढ़ाने वाला है। राज्य के पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने संजय गांधी जैविक उद्यान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी।

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    पटना के चिड़ियाघर में पहले से मौजूद है चिम्पांजियों का एक जोड़ा

    डिजिटल टीम, पटना। अफ्रीका का जंगल से आने वाले दो नए मेहमान जल्द ही राजधानी पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान की शोभा बढ़ाने वाले हैं। अफ्रीका से चिम्पांजी का एक जोड़ा जल्द ही पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान की शोभा बढ़ाने वाला है। राज्य के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने सोमवार को विश्व चिम्पांजी दिवस के मौके पर संजय गांधी जैविक उद्यान में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जल्द ही अफ्रीका के कांगो के जंगल से चिम्पांजियों के एक जोड़े को पटना के चिड़ियाघर में लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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    इस अवसर पर वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री ने कहा कि अफ्रीका से चिम्पांजी का एक जोड़ा जल्द ही संजय गांधी जैविक उद्यान में घूमते दिखेंगे। उन्हे अफ्रीका से पटना लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि चिम्पांजी मूलरूप से अफ्रीका के निवासी हैं। कांगो के जंगलो में ये बड़ी संख्या में पाए जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि चिम्पांजी मानव के पूर्वजों में शामिल हैं। यह वैसे जानवरों में शामिल हैं, जो अपनी दिनचर्या में औजारों का भी उपयोग करते हैं। इतना ही नहीं, इनमें इंसानों की तरह भावनाएं भी होती हैं। इनमें भी इंसानों की तरह हंसने, रोने और एक-दूसरे की भावनाओं को समझने की शक्ति होती है।

    वन मंत्री ने बताया कि पटना के चिड़ियाघर में जाड़े के दिनों में चिम्पांजी को कम्बल दिए जाते हैं, जिसे वे रात में खुद ओढ़ लेते हैं। इस मौके पर मंत्री डॉ. सुनील कुमार ने चिम्पांजी इन्क्लोजर में मौजूद कार्तिक और सुभद्रा का भी अवलोकन किया और इनकी देखभाल करने वाले कर्मियों से इनके बारे में जानकारी ली। पटना जू में पहली बार वर्ष 2012 में ओडिसा के नंदन कानन जूलॉजिकल पार्क से एक जोड़ा चिम्पांजी लाया गया था। जिन्हें कार्तिक और सुभद्रा के नाम से बुलाया जाता है। डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि मानसून में वृक्षारोपण को लेकर मुख्यमंत्री वन महोत्सव के अंतर्गत 4 करोड़, 90 लाख नए पेड़ लगाने का लक्ष्य निर्धारित है। वन महोत्सव में जन भागीदारी के जरिए बड़ी संख्या में पौधरोपण कराने की योजना है। उन्होंने कहा कि लोग सिर्फ पौधे नहीं लगाएं, बल्कि उनका संरक्षण भी खुद करें और अपने इस प्रयास से आसपास के हरित आवरण को बढ़ाने में सहयोग करें।

    विश्व चिम्पांजी दिवस के मौके पर संजय गांधी जैविक उद्यान में आयोजित कार्यक्रम में वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा, पीसीसीएफ प्रभात कुमार गुप्ता, पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान के निदेशक हेमंत पाटिल समेत कई अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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