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    बिहार में लालू की पार्टी के विधायक की बढ़ी मुश्किलें, रीतलाल यादव के 12 ठिकानों पर पटना पुलिस के छापे

    By Prashant KumarEdited By: Akshay Pandey
    Updated: Mon, 23 Jun 2025 12:36 PM (IST)

    रीतलाल यादव के साले शैलेंद्र उर्फ चिक्कू की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव भेजे जाने के दो दिनों बाद एक और मामले में विधायक का नाम सामने आया, जिसके उपरांत पटना पुलिस की टीम ने रविवार की देर रात रीतलाल के 12 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी।

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    जागरण संवाददाता, पटना। दानापुर से राजद विधायक रीतलाल यादव की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। उनके साले शैलेंद्र उर्फ चिक्कू की संपत्ति जब्त करने का प्रस्ताव भेजे जाने के दो दिनों बाद एक और मामले में विधायक का नाम सामने आया, जिसके उपरांत पटना पुलिस की टीम ने रविवार की देर रात रीतलाल के 12 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी।

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    हालांकि, किसी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हुई। सिटी एसपी (पश्चिमी) भानु प्रताप सिंह ने बताया कि खगौल थाने में एक व्यक्ति ने प्राथमिकी कराई है। वे कोथवां में एक भूखंड पर निर्माण कार्य कर रहे थे। उनका आरोप है कि रीतलाल के कहने पर उनके गुर्गों ने चारदीवारी तोड़ दी गई। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने छापेमारी की थी।

     

    थानों की पुलिस ने एक साथ बोला धावा

     

    सिटी एसपी के नेतृत्व में दानापुर, शाहपुर, खगौल, रूपसपुर, मनेर समेत 12 थानों की पुलिस एक साथ अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। इस दौरान दानापुर और फुलवारीशरीफ एसडीपीओ भी साथ थे। अचानक देर रात हुई इस छापेमारी से विधायक समर्थकों में हड़कंप मच गया। सूत्रों के मुताबिक, कुछ भूमाफिया के हथियार के साथ होने की भी जानकारी मिली थी।

     

    पुलिस लोहा लेने की तैयारी के साथ गई थी। भारी संख्या में पुलिस बल को देख कर रीतलाल के समर्थक खिसक गए। गौर हो कि विधायक और उनके भाई, साला समेत छह करीबी वर्तमान में जेल में बंद हैं।रंगदारी मांगने में विधायक गए थे जेलबिल्डर कुमार गौरव की ओर से 50 लाख रुपये रंगदारी मांगे जाने की शिकायत पर दर्ज मामले में विधायक रीतलाल यादव ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया था।

     

    वहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। बिल्डर का आरोप था कि कोथवां स्थित एक भूखंड पर अपार्टमेंट बनाने के लिए विधायक ने घर बुला कर 50 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। रकम नहीं देने पर हत्या करने की धमकी दी थी। इस दौरान पुलिस ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की थी, जहां से कई एग्रीमेंट और जमीन के दस्तावेज मिले थे। लगभग 77 लाख रुपयों के ब्लैंक चेक, वाकी-टाकी आदि भी बरामद किया गया था।