बिहार के थानों में ट्रांसजेंडरों के लिए हेल्पडेस्क, तुरंत मिलेगी सुविधा
बिहार के थानों में अब ट्रांसवुमेन (मंगलमुखी) के लिए हेल्पडेस्क होगा। राज्य के 855 थानों में महिला हेल्पडेस्क को यह अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। सीआईडी कमजोर वर्ग ने आदेश जारी किया है। यह हेल्पडेस्क भेदभाव निवारण कल्याण और अपराध के त्वरित निपटारे के लिए काम करेगा। पारिवारिक विवादों के निपटारे पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

राज्य ब्यूरो, पटना। अब राज्य के थानों में मंगलमुखी (ट्रांसवुमेन) के लिए हेल्पडेस्क होगा। वर्तमान में राज्य के 855 थानों में स्थापित महिला हेल्पडेस्क को ट्रांसवुमेन हेल्पडेस्क की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है। बिहार पुलिस के अपराध अनुसंधान विभाग (सीआईडी) के कमजोर वर्ग ने इस संबंध में आदेश जारी किया है।
यह हेल्पडेस्क मंगलमुखियों के साथ होने वाले भेदभाव के निवारण, कल्याण और उनके खिलाफ अपराध के मामलों के त्वरित निपटारे के लिए काम करेगा। किसी भी तरह की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुंचने वाली मंगलमुखी हेल्पडेस्क की मदद से अपना काम करा सकेंगी।
इससे पहले ऐसे मामलों को लेकर पुलिस मुख्यालय के स्तर से मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) भी जारी की जा चुकी है। वर्तमान में थानों में महिलाओं के लिए अलग व्यवस्था है। इस हेल्पडेस्क के लिए अलग से महिला पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है।
इसके अलावा सीआईडी कमजोर वर्ग ने परामर्श सेल के तहत पारिवारिक विवाद से जुड़े मामलों के त्वरित निपटारे का निर्देश दिया है। वर्ष 2021 में अपनी स्थापना के बाद से, प्रकोष्ठ को पारिवारिक विवादों से संबंधित 157 आवेदन प्राप्त हुए हैं। इनमें से 142 मामलों का निपटारा किया जा चुका है। इनमें से 56 मामलों का निपटारा आपसी समझौते से किया गया है। शेष 15 मामले अभी प्रक्रियाधीन हैं।

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