पटना में मातम में बदली छठ की खुशियां, सफाई के दौरान व्रती का बेटा तालाब में डूबा
पटना के बिहटा में छठ पूजा की खुशियां मातम में बदल गईं। अल्हनपुरा में तालाब की सफाई करते समय 13 वर्षीय अंकित कुमार की डूबने से मौत हो गई। उसकी मां छठ का व्रत कर रही थीं। पैर फिसलने से वह गहरे पानी में चला गया। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

सफाई के दौरान व्रती का बेटा तालाब में डूबा
रवि शंकर, बिहटा(पटना)। बिहटा नगर परिषद के वार्ड संख्या 26 स्थित अल्हनपुरा में छठ की खुशियां उस समय मातम में बदल गई, जब छठ तालाब की सफाई के दौरान एक 13 वर्षीय छात्र की डूबने से मौत हो गई। जिस छात्र की मौत हुई है उसकी मां भी छठ पर्व कर रही थी, लेकिन हादसे की वजह से परिवार की छठ की खुशियां मातम में बदल गई। मृतक छात्र की पहचान अल्हनपुरा निवासी पिंकू कुमार का 13 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार के रूप में की जा रही है।
पैर फिसलने से हुआ हादसा
हादसा उस वक्त हुआ जब घर में छठ की तैयारी जोरों पर थी और उसकी मां अर्घ्य के लिए ठेकुआ बना रही थी। सोमवार को अंकित अपने दोस्तों के साथ तालाब की सफाई के काम में लगा हुआ था। इसी दौरान पैर फिसलने की वजह से वह तालाब के उस हिस्से में जा गिरा जहां पानी काफी अधिक था। इससे पहले कि आसपास मौजूद लोग कुछ समझ पाते अंकित पानी में डूबता चला गया। कुछ लोगों ने अंकित को बचाने की पूरी कोशिश की लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो पाए। गांववालों की मदद से शव को तालाब से बाहर निकाला गया और आनन-फानन में बिहटा के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
मौत की खबर पर मचा कोहराम
अंकित की मौत की खबर मिलते ही स्वजनों में कोहराम मच गया एवं पूरे इलाके में मातम पसर गया और छठ की तैयारियां अधूरी रह गईं। मृतक की माँ माया देवी एवं पिता पिंकू कुमार दोनों ही छठ व्रती थे। वे अपने बच्चों की दीर्घायु की कामना के साथ भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उसी वक्त उनके लाल की मौत की खबर ने सबको झकझोर दिया।
जहां छठी मईया के गीत के साथ ठेकुआ तला जा रहा था, वहीं कारुणिक चितक्कार की आवाजें गूंजने लगी। अंकित की मां बार-बार यह कहते हुए बेहोश हो जा रही थी कि हमरा से का गलती भइल हे छठी मइया, हमरा लाल के काहे छीन लिहल।बताते चले कि मृतक अंकित कुमार कक्षा 8 का छात्र था परिवार में दो बेटे और एक बेटी हैं।
वह अपने भाई-बहनों में बीच का था। घटना की सूचना मिलते ही बिहटा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। स्थानीय लोगों ने इस दर्दनाक घटना के बाद प्रसासन के लापरवाही पर सवाल उठाए रहे थे। उनका कहना है कि अगर तालाब के चारों ओर बैरिकेडिंग होती या गोताखोरों की तैनाती की जाती, तो शायद यह हादसा टल सकता था। वहीं अंचलाधिकारी ने बताया कि प्रशासनिक प्रक्रिया के बाद मृतक के परिजनों को चार लाख रुपये का अनुग्रह अनुदान प्रदान किया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।