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    इसबार पटना को इंदौर से बनाएं बेहतर, स्वच्छता ऐप पर है शहर की कई परेशानियों का इलाज

    गूगल प्ले स्टोर में जाकर शहर की रैंकिंग बढ़ाने के लिए अप्लीकेशन डाउनलोड किया जा सकता है। Swachhata लिखते ही स्वच्छता महुआ आ जाएगा। ऐप डाउनलोड करके पटना नगर निगम से जुड़ी शिकायत की जा सकती है। -

    By Akshay PandeyEdited By: Updated: Sun, 02 Jan 2022 05:53 PM (IST)
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    स्वच्छता रैंकिंग में पटना बेहतर करने की कोशिश कर रहा है। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना: सफाई के लिहाज से अपने शहर की रैंकिंग बढ़ाने के लिए स्वच्छता ऐप का इस्तेमाल कीजिए। गूगल प्ले स्टोर पर जाकर इसके लिए अप्लीकेशन डाउनलोड किया जा सकता है। Swachhata लिखते ही स्वच्छता महुआ आ जाएगा। ऐप डाउनलोड करके पटना नगर निगम से जुड़ी शिकायत की जा सकती है। इससे शिकायत का त्वरित गति से निष्पादन होगा। साथ ही शहर की स्वच्छता रैंकिंग भी बढ़ेगी। महापौर सीता साहू ने कहा है कि अगर पटनावासी साथ दें तो स्वच्छता की रैंकिंग में शहर बेहतर कर सकता है। 

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    नागरिकों की स्वच्छता के प्रति गतिविधियों को देखते हुए भी ऐप पर अंक दिए जाते हैं। वहीं ऐप डाउनलोड करने और उसके इस्तेमाल पर 400 नंबर मिलते हैं। स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 के दौरान पटना शहर के 55 हजार निवासियों ने स्वच्छता ऐप डाउनलोड किया था। वहीं इंदौर के ढाई लाख नागरिकों ने स्वच्छता ऐप डाउनलोड करके शिकायत दर्ज कराई थी। सबसे अधिक सुझाव इंदौर ने ही दिए थे। इससे इंदौर देश का नंबर-1 स्वच्छ शहर बन गया था। 

    तस्वीर के साथ दर्ज कराई जा सकती है शिकायत

    स्वच्छता ऐप से तस्वीर के साथ शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। शहर को स्वच्छ बनाने की योजना बनाकर सुझाव भी भी दिए जा सकते हैं। यहां दर्ज शिकायतों पर पटना नगर निगम की काॅबेड सेल नजर रखती है। इसका त्वरित गति से निष्पादन कराती है। कॉबेड सेल में सीधे 9264447449 नंबर पर वाट्सऐप करके भी शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। इसके साथ ही टाल फ्री नंबर का 81003456644 का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। 

    जानें ऐप के क्या-क्या हैं फायदे

    ऐप पर शहर के शौचालय और यूरीनल की जानकारी भी ली जा सकती है। इसके साथ ही मलकुंड का अतिप्रवाह, सीवरेज या ओवर फ्लो पानी, मृत जानवर, कूड़दान गंदा रहने, कचरे का ढेर, कचरा वाहन नहीं आने, झाडू नहीं लगने की शिकायत की जा सकती है। इसी तरह शैचालय में बिजली नहीं रहने, पानी नहीं रहने, जाम रहने, गंदा रहने, खुले मैनहोल रहने, सड़क पर पानी का जमाव होने, मलीय अपशिष्ट रहने, मालवा या निर्माण सामग्री रहने, खुली जगह पर कचरा जलाना और खुले में मल त्याग करने से जुड़ी शिकायत की जा सकती है।