पटना में इन सात तरीके से हो रहा साइबर क्राइम, एप डाउनलोड करा ठगी करने के सर्वाधिक मामले दर्ज
पटना में साइबर अपराध के मामले बेतहाशा बढ़े हैं। चिंताजनक यह है कि अपराधियों को पकडऩे में पटना पुलिस पूरी तरह विफल साबित हो रही है। जानें शातिर कैसे बना रहे लोगों को शिकार-
प्रशांत कुमार, पटना। हाल के महीनों में पटना में साइबर अपराध के मामले बेतहाशा बढ़े हैं। चिंताजनक यह है कि अपराधियों को पकडऩे में पटना पुलिस पूरी तरह विफल साबित हो रही है। यह स्थिति तब है जब जिले में साइबर सेल का गठन भी हो गया है। जून में साइबर अपराध का आंकड़ा सौ के पार हो गया। ऐसे 121 मामले सामने आए हैं। पीडि़त भी कुछ दिनों तक थाना पुलिस के चक्कर काटने के बाद निराश होकर शांत बैठ जाते हैं। साइबर अपराध के अब तक सात तरीके सामने आए हैं। इनमें सबसे अधिक मामला कस्टमर केयर द्वारा एप डाउनलोड करा ठगी करने का है।
महीने के हिसाब से दर्ज मामले
माह : प्राप्त शिकायत
नवंबर 2019 : 36
दिसंबर 2019 : 22
जनवरी 2020 : 30
फरवरी : 45
मार्च : 65
अप्रैल : 103
मई : 101
जून : 121
ये हैं सात तरीके
पहला : साइबर अपराधी बैंक अधिकारी बनकर डेबिट या क्रेडिट कार्ड का पिन पूछते हैं, फिर खाते से रुपये गायब कर देते हैं। लोगों में जागरूकता आई है, इसलिए यह हथकंडा अब ज्यादा काम नहीं आ रहा।
दूसरा : ईमेल या कॉल कर लॉटरी जीतने का प्रलोभन देकर ठगी की जा रही है। लोग रातों-रात अमीर बनने की ख्वाहिश में जमा पूंजी गंवा रहे हैं।
तीसरा : ओएलएक्स अथवा अन्य सोशल साइट पर कम कीमत में सामान या वाहन बेचने का विज्ञापन देकर ठगी के मामले आ रहे हैं। लोग लालच में फंसकर ठगी के शिकार हो रहे हैं।
चौथा : कस्टमर केयर एक्जीक्यूटिव बनकर जालसाज एप डाउनलोड करवाते हैं। फिर, एक से पांच रुपये तक भेजने के लिए कहते हैं और बैंक अकाउंट से पूरी रकम गायब कर देते हैं।
पांचवां : नौकरी के लिए इच्छुक अभ्यर्थियों के बायोडाटा से उनका नंबर लेकर जालसाज कॉल करते हैं। उन्हें नौकरी अथवा प्रशिक्षण दिलाने के नाम पर ठगी करते हैं।
छठा : फेसबुक अकाउंट को हैक कर दोस्तों को मैसेंजर पर संदेश भेजकर यूपीआइ के माध्यम से रुपये मंगवाते हैं। एक बार ट्रांजैक्शन करते ही खाते से पूरी रकम गायब कर लेते हैं।
सातवां : साइबर अपराधियों ने ऑनलाइन शादी का रिश्ता कराने वाली साइट में भी सेंध लगा दी है। रजिस्ट्रेशन शुल्क और लड़के अथवा लड़की के परिजनों से बात कराने के नाम पर ठगी की जा रही है।
नए नए हथकंडे अपना रहे शातिर
एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि साइबर अपराधी नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। इनसे निपटने के लिए साइबर सेल लगातार प्रयास कर रही है। प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी जाती है। पुलिस को सफलता भी मिली है।