Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    गजब के हैं ये बिहारी चूहे- शराब गटकी, बांध कुतरे, अब रेलवे को लगा रहे चूना, जानिए औरंगाबाद का यह मामला

    By Amit AlokEdited By:
    Updated: Mon, 18 Oct 2021 04:54 PM (IST)

    बिहार में चूहे भी गजब ढ़ाते हैं। कुछ साल पहले उन्‍होंने थानों में रखी शराब गटक ली थी। बिहार में चूहों ने बांध भी कुतर डाले थे। अब वे रेलवे को चूना लगा रहे हैं। औरंगाबाद के इस मामले से तो ऐसा हीं लगता है।

    Hero Image
    बिहार में शराब पीने से लेकर रेलवे को चूना लगाने तक कई करामात कर चुके चूहे। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर।

    पटना, जागरण संवाददाता। बिहार के चूहे भी गजब ढ़ाते हैं। कभी थाने में रखी शराब गटक जाते हैं तो कभी बांध हीं कुतर डालते हैं। ऐसे में भला रेलवे क्‍यों अछूता रहता? इन चूहों ने बिहार के औरंगाबाद जिला स्थित फेसर रेलवे स्टेशन पर टिकट बुकिंग से जुड़े कंप्यूटरों के तारों को कुतर दिया है। इस कारण इस स्‍टेशन से यात्रा करने वाले लोगों को रेलवे टिकट नहीं दे पा रहा है। यात्री बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रेलवे स्‍टेशन का बुकिंग काउंटर बंद

    जानकारी के अनुसार सोमवार की सुबह से फेसर रेलवे स्टेशन का टिकट बुकिंग काउंटर तकनीकी कारणों से बंद कर दिया गया है। बुकिंग काउंटर का सिस्टम ऑन नहीं हो रहा है। बताया जा रहा है कि वहां चूहों ने सिसटम के तार काट दिए हैं। इस कारण फेसर स्‍अेशन से यात्रा आरंभ करने वाले यात्री बुकिंग काउंटर से निराश लौट रहे हैं। वे बेटिकट यात्रा करने को मजबूर हो गए हैं।

    चूहों ने कुतर डाले सिस्‍टम के तार

    स्‍थानीय यात्रियों के अनुसार स्टेशन प्रबंधन की लापरवाही के कारण आज यह दिन आया है। सिस्टम का रख-रखाव सही तरीके से किया जाता तो ऐस स्थिति नहीं आती। इस मामले पर स्टेशन प्रबंधक ने बताया कि चूहों ने सिस्टम के तार काट दिए हैं। इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि तात्‍कालिक व्यवस्था के तहत निकटवर्ती एएन रोड स्टेशन तथा जाखिम स्टेशन पर टिकट लेने के लिये 10 मिनट तक ट्रेनों के ठहराव की व्‍यवस्‍था की गई है।

    पहले भी कर चुके कई करतूत

    विदित हो कि बिहार के सरकारी कार्यालयों में चूहों के उत्‍पात का यह पहला मामला नहीं है। इसके पहले कई पुलिस थानों में रखी शराब जब गायब मिली, तब बताया गया कि उसे चूहें गटक गए थे। इन चूहों ने शिक्षक नियोजन की कई फाइलें भी कुतर डाली। यहां तक कि बांध भी कुतर डाले। अब इनका अगला निशाना रेलवे बना है।