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    पटना में संक्रमण की जांच के लिए किट नहीं, कोरोना के लिए आरक्षित बेड बने आरामगाह

    Updated: Wed, 11 Jun 2025 01:13 PM (IST)

    पीएमसीएच एनएमसीएच एम्स आइजीआइएमएस से लेकर न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल तक की ओपीडी में सर्दी जुकाम खांसी बुखार व सांस फूलने के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बावजूद इसके जांच की व्यवस्थ नहीं है। करीब 15 दिन पहले कोरोना के लिए आरक्षित एनएमसीएच के सौ बेड आइजीआइएमएस एम्स पटना पीएमसीएच व श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल के 10-10 बेड चिकित्साकर्मियों की आरामगाह बने हुए हैं।

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    पटना में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना।  राजधानी पटना समेत देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। पटना में 68 तो देश में अबतक सात हजार से अधिक कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी माना कि प्रदेश में कोरोना रोगियों की संख्या बढ़ रही है।

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    पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स, आइजीआइएमएस से लेकर न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल तक की ओपीडी में सर्दी, जुकाम, खांसी, बुखार व सांस फूलने के मरीजों की संख्या बढ़ी है। बावजूद इसके जांच की व्यवस्थ नहीं है। कारण अबतक जांच के लिए जरूरी रियल टाइम पीसीआर किट व आटोमेटेड आरएनए एक्सट्रैक्शन किट नहीं मिली है।

    चिकित्साकर्मियों की आरामगाह बने हुए

    जांच नहीं होने के कारण करीब 15 दिन पहले कोरोना के लिए आरक्षित एनएमसीएच के सौ बेड, आइजीआइएमएस, एम्स पटना, पीएमसीएच व श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल के 10-10 बेड चिकित्साकर्मियों की आरामगाह बने हुए हैं। सरकारी अस्पतालों में सिर्फ एनएमसीएच है जहां नियमित रूप से कोरोना की जांच हो रही है।

    आइजीआइएमएस व पीएमसीएच भी जांच सुविधा होने की बात कही जाती है लेकिन यहां आशंकित मरीज नहीं मिल रहे हैं। दूसरी ओर अबतक जिले में जितने संक्रमित मिले हैं, उनमें से 60 प्रतिशत की पुष्टि निजी लैब में हुई है। 

    तैयारी पूरी किट का इंतजार 

    देश में कोरोनो संक्रमण बढ़ने के बाद विभिन्न अस्पतालों की माइक्रोबायोलाजी विभाग ने जांच किट की मांग शुरू कर दी है। कालेज प्रशासन ने विभाग को पत्र लिखा है। अगमकुआं स्थित राजेंद्र स्मारक चिकित्सा विज्ञान अनुसंधान संस्थान के निदेशक डा. कृष्णा पांडेय ने बताया कि कोरोना की आरटीपीसीआर जांच के लिए राज्य सरकार से एक हजार किट की मांग की गई है।

    किट मिलते ही जांच शुरू की जाएगी। इस बीच ओपीडी में आने वाले मरीजों व स्वजनों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया गया है। बताते चलें कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने देश में कोविड के बढ़ते ख़तरे को ध्यान में रखते हुए राज्य में इसकी रोकथाम, ससमय जांच एवं बेहतर उपचार की तैयारी रखने का निर्देश दिया था। कोविड से उत्पन्न स्थिति एवं आकस्मिकता को देखते हुए मेडिकल कालेजों व जिला अस्पतालों में कोविड जांच बढ़ाने को कहा था।

    38 जिला अस्पतालों एवं मेडिकल कालेजों में रियल टाइम पीसीआर किट की 60 हजार  यूनिट व आटोमेटेड  आरएनए एक्सट्रैक्शन किट की 40 हजार यूनिट उपलब्ध कराने की प्रक्रिया तेज करने को कहा था। इसी बीच बीएमएसआइसीएल के प्रबंध  निदेशक के स्थानांतरण से अबतक किट उपलब्ध नहीं हो सकी है। सिविल सर्जन डा. अविनाश कुमार सिंह ने कहा कि न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल, एलएनजेपी के अलावा जिले के सभी अनुमंडलीय व पीएचसी अस्पतालों में कोरोना जांच को लेकर तैयारी शुरू कर दी गई है। जल्द ही किट मिल जाएगी और कोरोना की जांच शुरू करा दी जाएगी। 

    कोरोना के आरक्षित वार्डों की होगी निगरानी 

    एनएमसीएच के उपाधीक्षक ने बताया कि कोरोना मरीजों के लिए नवनिर्मित फील्ड अस्पताल में एक सौ बेड तैयार तैयार हैं। कोरोना जांच नियमित रूप से जारी है। दवाएं उपलब्ध हैं। डाक्टरों व कर्मियों का रोस्टर बनाया गया है। श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में छह बेड के कोरोना वार्ड में बेड पर मंगलवार को चादर तक नहीं थी। यह वार्ड दूसरे विभाग के मरीजों एवं स्वजनों के लिए आरामगाह बना हुआ था। हर एक बेड पर स्वजन सोए थे। अधीक्षक डा. योगेंद्र प्रसाद मंडल ने कहा कि वार्ड की व्यवस्था देखने के बाद उसे ठीक किया जाएगा। नियमित रूप से उसकी निगरानी का  निर्देश दिया जाएगा। 

    राजधानी में कोरोना के सात नए मरीज मिले 

    पटना : राजधानी में दिनोदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को एनएमसीएच में चार व निजी लैब में तीन आशंकितों में कोरोना की पुष्टि हुई। इसके साथ ही जिले में 23 मई से अबतक 68 कोराना मरीज मिल चुके हैं। इनमें से 26 होम आइसालेशन में रहकर स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 42 उपचार करा रहे हैं। सिविल सर्जन कार्यालय के अनुसार मंगलवार को एक निजी लैब से तीन संक्रमितों की जानकारी मिली है। वहीं नालंदा मेडिकल कालेज अस्पताल के माइक्रो बायोलाजी विभाग में मंगलवार को 16 आशंकितों की जांच हुई। इनमें से चार लोगों की रिपोर्ट पाजिटिव आई है। यह जानकारी उपाधीक्षक डा. सरोज कुमार ने दी। यह सभी मरीज औषधि विभाग के ओपीडी में इलाज के लिए आए थे। लक्षण को देखते हुए इनकी जांच कराई गई थी। एनएमसीएच में जिन चार मरीजों की कोरोना जांच रिपोर्ट पाजिटिव मिली है उनमें एक इसी अस्पताल का 32 वर्षीय लैब टेक्नीशियन, नालंदा निवासी 25 वर्षीय युवक, पटना सिटी निवासी 23 वर्षीय महिला व 36 वर्ष का एक अन्य मरीज शामिल है।