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    13 दिसंबर को शुरू होगा बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र, पांच दिनों तक चलेगी सदन की कार्रवाही

    By Sunil RajEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Thu, 17 Nov 2022 11:58 AM (IST)

    Bihar Legislature Winter Session बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। 13 दिसंबर से चलने वाले सत्र का समापन 19 दिसंबर को होगा। इस दौरान सदन के हंगामेदार रहने के आसार जताए जा रहे हैं।

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    13 दिसंबर को शुरू होगा बिहार विधानमंडल का सत्र। सांकेतिक तस्‍वीर

    पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics:  बिहार विधान मंडल का शीतकालीन सत्र (Bihar Legislature Winter Session) 13 दिसंबर से आहूत है। सात दिनों तक चलने वाले सत्र के दौरान कुल पांच बैठकें होगी। सदन के पहले ही दिन सरकार वित्तीय वर्ष 2022-23 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी। विधानमंडल सत्र आहूत करने की मंत्रिमंडल की स्वीकृति के बाद संसदीय कार्य विभाग ने शीतकालीन सत्र का विस्तृत कार्यक्रम जारी कर दिया है।

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    नए सदस्‍यों का कराया जाएगा शपथ ग्रहण 

    सदन के पहले दिन 13 दिसंबर को तय कार्यक्रम के अनुसार पहली पाली में सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने के बाद नवनिर्वाचित दो विधायकों का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। मोकामा से नीलम देवी और गोपालगंज से कुसुम देवी चुनाव जीती हैं। इसके बाद राज्यपाल द्वारा स्वीकृत अध्यादेश की प्रतियां सदन पटल पर रखी जाएंगी। इसके बाद पहले ही दिन सरकार सदन में वित्तीय वर्ष 2022-23 का द्वितीय अनुपूरक बजट पेश करेगी।

    बीच में दो दिन तक नहीं चलेगा सत्र 

    बुधवार 14 दिसंबर को सदन के दूसरे दिन गैर सरकारी सदस्यों के कार्य और गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे। जबकि 15 और 16 दिसंबर को राजकीय विधेयक एवं अन्य राजकीय कार्य सदन में लिए जाएंगे। 17 और 18 दिसंबर को बैठक नहीं होगी। शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन 19 दिसंबर को सदन में पेश हो चुके द्वितीय अनुपूरक बजट पर सामान्य वाद विवाद होगा और सरकार का जवाब भी। इसके बाद विनियोग विधेयक लिया जाएगा। इसके बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित कर दी जाएगी। बता दें कि महागठबंधन की सरकार बनने के बाद सरकार का यह पहला शीतकालीन सत्र होगा।  

    सत्र के दौरान विपक्षी पार्टी भाजपा तेवर में रहेगी। शराबबंदी, विधि व्‍यवस्‍था, नियुक्ति पत्र मामले पर सरकार को घेरने का पार्टी पूरा प्रयास करेगी। सत्र के पहले से ही इन मुद्दों को लेकर भाजपा हमलावर है। ऐसे में सत्र के दौरान सदन के हंगामेदार रहने के आसार हैं।